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Ashutosh Chaturvedi
मीडिया जगत में तीन दशकों से भी ज्यादा का अनुभव. भारत की हिंदी पत्रकारिता में अनुभवी और विशेषज्ञ पत्रकारों में गिनती. भारत ही नहीं विदेशों में भी काम करने का गहन अनुभव हासिल. मीडिया जगत के बड़े घरानों में प्रिंट के साथ इलेक्ट्रॉनिक पत्रकारिता का अनुभव. इंडिया टुडे, संडे ऑब्जर्वर के साथ काम किया. बीबीसी हिंदी के साथ ऑनलाइन पत्रकारिता की. अमर उजाला, नोएडा में कार्यकारी संपादक रहे. प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति के साथ एक दर्जन देशों की विदेश यात्राएं भी की हैं. संप्रति एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के सदस्य हैं.
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Opinion
ओडिशा रेल हादसे के सबक
विशेषज्ञ इस ओर इशारा करते आये हैं कि हमारे ट्रैक पर भारी ट्रैफिक है और आधारभूत ढांचा उसके अनुरूप नहीं है. अधिकांश दुर्घटनाओं में प्रमुख कारण यही होता है.
Opinion
धौनी में क्रिकेट अभी बाकी है
अगर आप गौर करें, तो पायेंगे कि धौनी की टीम में कोई बहुत बड़ा नाम नहीं है और न ही बहुत चमत्कारी खिलाड़ी हैं, लेकिन उनमें अपनी टीम से सर्वश्रेष्ठ निकाल लेने की कला है.
Opinion
कैसे चुस्त-दुरुस्त हो हमारी पुलिस
समाज में एक कहावत प्रचलित है कि पुलिस वाले की न दोस्ती भली, न दुश्मनी. इस धारणा की जड़ें गहरी हैं. इसकी वजह यह है कि अनेक राज्यों से पुलिस द्वारा अपने अधिकारों का दुरुपयोग किये जाने की खबरें अक्सर सामने आती रहती हैं.
Opinion
कांग्रेस की जीत एवं भाजपा की हार के मायने
इस चुनाव में पार्टियों के तरकश में जितने भी तीर थे, उन्हें चलाने में उन्होंने परहेज नहीं किया. नेताओं द्वारा अमर्यादित भाषा के उपयोग ने चुनाव का माहौल खराब किया.
Badi Khabar
खेल संघ नेताओं के कब्जे से मुक्त हों
हमारी सबसे बड़ी समस्या यह है कि हमारे खेल संघों पर नेताओं ने कब्जा कर रखा है. अगर कोई खेल नेताओं से बचा, तो प्रभावशाली नौकरशाह या बड़े कारोबारी उस पर कब्जा कर लेते हैं. ऐसा केवल राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं, बल्कि स्थानीय स्तरों पर भी हो रहा है.
Opinion
गणित में भी अव्वल हैं बेटियां
यह स्थापित तथ्य है कि महिलाओं की अर्थव्यवस्था में भागीदारी बढ़ाने से न केवल सामाजिक, बल्कि अर्थव्यवस्था में भी भारी बदलाव लाया जा सकता है. अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष का मानना है कि अगर भारत में आर्थिक विकास में महिलाओं की भागीदारी पुरुषों के बराबर हो जाए, तो भारत की जीडीपी में भारी वृद्धि हो सकती है.
Opinion
जनसंख्या नियंत्रित करने का वक्त
बढ़ती जनसंख्या का असर बहुआयामी है. इस बड़ी आबादी को शिक्षा, रोजगार, स्वास्थ्य सुविधाएं, घर और पीने का स्वच्छ पानी उपलब्ध कराना एक बड़ी चुनौती है. इसके कारण खाद्यान्न का संकट उत्पन्न होता है, बेरोजगारी की समस्या उत्पन्न होती है
Opinion
नौकरशाही को छवि सुधारने की जरूरत
नौकरशाहों और राजनेताओं के कार्य क्षेत्र स्पष्ट रूप से रेखांकित हैं और दोनों से देशहित में कार्य करने की अपेक्षा की जाती है. अधिकारियों को यह समझना होगा कि उनको यह स्थान उनकी योग्यता के कारण मिला होता है और वे किसी भी राजनीतिक दल के चाकर नहीं हैं.
Opinion
मोबाइल फोन के 50 वर्ष और चुनौतियां
मोबाइल चुपके से हमारे जीवन में प्रवेश कर गया है और हमें पता तक नहीं चला है. शायद आपने अनुभव किया हो यदि आप मोबाइल कहीं भूल जाएं या फिर उसमें कोई तकनीकी खराबी आ जाए, तो आप कितनी बेचैनी महसूस करते हैं. दरअसल, मोबाइल फोन की हम सभी को लत लग गयी है.