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लगभग सौ वर्षों से होती है बड़ी दुर्गा मंदिर में पूजा-अर्चना

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लगभग सौ वर्षों से होती है बड़ी दुर्गा मंदिर में पूजा-अर्चना

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मंदिर में खोईंछा भरने के लिए उमड़़ती है भीड़भक्तों की मनोकामना पूरी करती है मां दुर्गा सहरसा . जिला मुख्यालय के बंगाली बाजार सब्जी मंडी स्थित अति प्राचीन बड़़ी दुर्गा मंदिर में मां दुर्गा अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं. यहां हर भक्तों की मनोकामनाएं पूरी होती हैं. यूं तो यहां प्रतिदिन श्रद्धालुओं की भीड़ जुटती है. लेकिन शारदीय नवरात्र के एक पूजा से विजयादशमी तक श्रद्धालुओं का तांता लगता है. बड़ी दुर्गा स्थान में अष्टमी के दिन मध्य रात्रि में भगवती को 56 प्रकार के व्यंजन से महाभोग लगता है. निशा पूजा की रात मध्य रात्रि से मां के श्रृंगार महाआरती के बाद निशा पूजा में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ती है. शहर में करीब दस जगहों पर मूर्ति बनाकर या संगमरमर की प्रतिमा स्थापित कर शक्ति की देवी मां दुर्गा की पूजा की जाती है. लेकिन बड़़ी दुर्गा मंदिर के प्रति श्रद्धालुओं की इतनी आस्था है कि अष्टमी के दिन खोइंछा भरने के लिए सबसे ज्यादा भीड़ यहां उमड़ती है. कहा जाता है कि इस मंदिर में करीब सौ वर्षो से मां दुर्गा की पूजा की जाती है. रेलवे स्टेशन नजदीक होने की वजह से यहां दूर-दराज से आने वाले लोग यहां पर आकर रूकते थे. भक्तों की प्यास बुझाने के लिए कुंआ का निर्माण किया गया था. जो आज भी मौजूद है. कई लोगों ने बताया कि वर्षों पूर्व संत शिव बालक बाबा ने टीन के चदरे में मां दुर्गा की तस्वीर रखकर पूजा शुरू की. बाद में मां दुर्गा की मिट्टी की प्रतिमा बनाकर पूजा-अर्चना शुरू हुई. बाद में लोगों के सहयोग से यहां मंदिर का निर्माण शुरू हुआ. इसके बाद स्वतंत्रता सेनानी जटाशंकर चौधरी ने स्थानीय लोगों के सहयोग से मंदिर के निर्माण का जिम्मा उठाया. लगातार कई वर्षों तक मिट्टी की बनी प्रतिमा की पूजा होती रही. इस दौरान लगने वाले मेले की ख्याति काफी दूर तक थी. वर्ष 1985 में पूर्व मंत्री स्व रमेश झा के सहयोग से इस मंदिर में जयपुर से मां दुर्गा की संगमरमर की प्रतिमा स्थापित की गयी. जिसके बाद संगमरमर की बनी प्रतिमा की पूजा की जाती है. शहर के मुख्य बाजार में होने की वजह से मंदिर में हर हमेशा श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है. इस बार भी तीन अक्तूबर से शुरु हो रहे नवरात्र पूजा की तैयारी जोर शोर से चल रही है. लोगों का उत्साह बढने लगा है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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