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रतजगा करने को विवश हो रहे लोग, तापमान पहुंचा 40 के पार

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बढती गर्मी के बीच बिजली की घंटों कटौती से उपभोक्ताओं में बैचेनी,अत्यधिक गर्मी से केबल जलने की बढ गयी है घटना

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बढती गर्मी के बीच बिजली की घंटों कटौती से उपभोक्ताओं में बैचेनी,अत्यधिक गर्मी से केबल जलने की बढ गयी है घटना,केबल जलने से घंटों रहता है आपूर्ति बाधित सहरसा. जिले में पिछले छह दिनों से जारी भीषण गर्मी के बीच बिजली की घंटों कटौती से जन-जीवन प्रभावित हो रहा है. शहरी क्षेत्र में 24 घंटे निर्बाध बिजली की जगह 20 घंटे भी बिजली उपभोक्ताओं को नहीं मिल रही है. सभी क्षेत्रों में विभिन्न कारण बताकर घंटों विद्युत आपूर्ति बाधित की जा रही है. उपभोक्ताओं की शिकायत भी विभागीय अधिकारी व कर्मी सुनने को तैयार नहीं है. शिकायत नंबर की घंटी बजती रहती है. लेकिन वहां तैनात कर्मी उसे उठाने तक की जहमत नहीं उठाते. दिन तो दिन रात में भी घंटों विद्युत आपूर्ति बाधित हो रही है. जिससे शाम थक हर घर पहुंचने वाले की परेशानी देखते बनती है. जबकि इन दिनों मौसम का तापमान भी आसमान चढा है. धीरे-धीरे तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक जा पहुंचा है. जिससे ना घर में ना बाहर ही लोगों को चैन मिल रहा है. इस पर घंटों विद्युत आपूर्ति बाधित रहने से लोग रतजगा कर रहे हैं. अधिकारी अत्यधिक गर्मी के कारण जगह-जगह केबल जलने की बात कह अपना पल्ला झाड ले रहे हैं. बढ़ती गर्मी के बीच शहर के अधिकांश इलाकों में बिजली गुल रहने लगी है. जबकि पिछले दिनों अधिकारियों के साथ बैठक कर कार्यपालक अभियंता अमित कुमार ने शहरी क्षेत्र में निर्बाध 24 घंटे विद्युत आपूर्ति का निर्देश दिया गया था. लेकिन उसके बाद से बिजली कटौती में लोग कम होने की अपेक्षा अधिक बिजली कटौती का शिकार हो रहे हैं. नगर निगम तहत लगभग सभी टाऊन फीडर विगत चार दिनों में खासा प्रभावित रह रहा है. अत्यधिक गर्मी से केबल जलने की समस्याओं में वृद्धि हो गयी है. गर्मी भीषण, बिजली गुल बिजली नहीं रहने से भीषण गर्मी में शहरवासियों को घरों में भी चैन नहीं मिल रहा है. तीन पीएसएस ओल्ड पीएसएस, नया बाजार पीएसएस व पॉलिटेक्निक पीएसएस के तहत शहरवासियों को बिजली मिलती है. विभाग के अनुसार बिजली खपत के मुताबिक बिजली मिल रही है. लगभग 17 मेगावाट प्रतिदिन बिजली की खपत अभी हो रही है. जबकि सामान्य दिनों में बिजली की खपत काफी कम हो जाती है. शहर में जगह-जगह केबल जलने से घंटों बिजली बाधित रह रही है. भीषण गर्मी के बीच केबल में आग लगने से जहां कर्मी परेशान रहते हैं. वहीं उपभोक्ताओं को पसीना बहाना पड़ता है. कभी भी बिजली अचानक गुल हो जाती है. जो घंटों तक गुल रहती है. बिजली के कटते ही उमसभरी गर्मी से लोग परेशान होने लगते हैं. दिन के अलावा रात में भी घंटों बिजली आपूर्ति बाधित रह रही है. इस बीच लोगों को घरों में रहना मुश्किल हो जाता है. दिन में बाहर चिलचिलाती धूप के कारण लोगों को उमस के बीच घरों में ही रहना पड़ता है. सरकार की घोषणा हर घर बिजली पहुंचाने का कार्य तो लगभग पूरा कर लिया गया है. लेकिन 24 घंटे बिजली रहने के बात पूरी तरह कोरा साबित हो रही है. घंटों बिजली नहीं रहने की शिकायत ग्रामीण क्षेत्र की कौन कहे शहरी क्षेत्र के लोग भी कर रहे हैं. पूर्व की तरह ही संध्या होते लोड शेडिंग का खेल शुरू हो जा रहा है. जिले को 17 मेगावाट विद्युत की हो रही आपूर्ति जिले को 24 घंटे रोशन रखने के लिए लगभग 17 मेगावाट बिजली की जरूरत है. जबकि बढती गर्मी में मांग अधिक भी होती है. जबकि अन्य मौसम में विद्युत की मांग घटती भी है. सहायक विद्युत अभियंता शहरी क्षेत्र सुशील कुमार सुधांशु ने बताया कि अभी पीक आवर में 17 मेगावाट बिजली की जरूरत है. जिसमें राज्य स्तर से कमी होने पर पावर सप्लाई में कटौती करना मजबूरी होती है. अत्यधिक गर्मी बढने से मांग बढती है. जिस कारण कभी-कभी लोड शेडिंग की नौबत आ जाती है. उन्होंने बताया कि मांग के अनुरूप बिजली आपूर्ति नहीं होने की स्थिति में ही लोड शेडिंग करना विभाग की मजबूरी होती है. उन्होंने कहा कि आपूर्ति के मुताबिक अभी बिजली उपलब्ध हो रही है. कहीं कहीं कुछ तकनीकी समस्या व केबल जलने से शहरी क्षेत्र में विद्युत बाधित हो रही है. जिसे तत्काल ठीक करा लिया जाता है. केबल जलने की बढ़ी घटनाएं बढ़ती गर्मी के बीच विद्युत केबल जलने की घटनाओं में काफी वृद्धि हुई है. पिछले तीन दिनों में कई जगहों पर केबल जलने से परेशानी आयी है. विभागीय कनीय अभियंता के अनुसार भीषण गर्मी के कारण केबल में आग लग जा रही है. टाउन वन फीडर में केबल में आग लगने से नया बाजार सहित डीबी रोड व अन्य मोहल्ले में पिछले तीन दिनों से बिजली गुल हो रही है. जबकि इस फीडर में वीआईपी लोगों का आवास भी है. इस फीडर में केबल जलने की घटनाओं में इन दिनों वृद्धि देखी जा रही है. हालांकि कर्मियों द्वारा ठीक भी किया जा रहा है. लेकिन इस दौरान घंटों विद्युत आपूर्ति बाधित कर दी जाती है. वहीं नया बाजार में शनिवार की संध्या लगातार बिजली कट होती रही. हर बार कनीय अभियंता केबल में आग लगने की बात बताते रहे. वहीं शनिवार की देर संध्या से शिवपुरी, गंगजला, बटराहा, न्ये कॉलोनी सहित अन्य जगहों पर भी घंटों विद्युत आपूर्ति बाधित रही. कहीं ट्रांसफर से फेज उडने तो कहीं केबल में आग लगने से बिजली बाधित रहने की बात विभागीय अधिकारी बताते रहे. शुक्रवार की संध्या शिवपुरी फीडर के तहत शॉट सर्किट से एक घर में आग लगने के कारण लगभग आधी रात तक विद्युत आपूर्ति बाधित रही. लोगों ने रतजगा कर किसी तरह रात बिताई. पॉलीटेक्निक ढाला से पूरब व पश्चिम भी शनिवार की संध्या घंटों विद्युत बाधित रही. जिससे लोग परेशान रहे. तापमान में रोज हो रही बढोतरी अप्रैल महीने की शुरुआत से ही मौसम में बदलाव आने लगा. प्रतिदिन तापमान में बढोत्तरी होती रही. जिससे अप्रैल महीने में पारा 42 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया. जबकि मई महीने के पहला सप्ताह आंधी व वर्षा से गर्मी से लोगों को राहत मिली. उसके बाद एक बार फिर से गर्मी अपने प्रचंड रूप में आने लगी है. उसपर बिजली की घंटों कटौती से लोग खासे परेशान हैं. आगे गर्मी की संभावना से ही लोग परेशान हो उठे हैं. गर्मी के कारण राह चलना काफी कठिन हो गया है. जबकि पूरा जून व जुलाई बाकी है. मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जतायी गयी वर्षा की संभावना नजर नहीं आ रही है. क्षेत्रीय अनुसंधान संस्थान अगवानपुर के तकनीकी पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि रविवार को पारा लगभग 40 डिग्री रिकॉर्ड किया गया है. उन्होंने बताया कि अगले 28 मई तक तापमान में वृद्धि की संभावना है. पारा 40 के पहुंचा पार पिछले दिनों हुई वर्षा के बाद एक बार फिर से मौसम का मिजाज गर्म होता जा रहा है. लगातार तापमान में बढोत्तरी होने से ह्यूमिडिटी काफी बढ़ गयी है. जो लोगों को बेचैन कर रही है. जानकारी देते अगवानपुर कृषि महाविद्यालय के मौसम विभाग के तकनीकी पदाधिकारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि ह्यूमिडिटी के बढ़ने से गर्मी लोगों को ज्यादा सता रहा है. उन्होंने बताया कि शनिवार को 39 डिग्री सेल्सियस गर्मी रिकार्ड की गयी है. जबकि रविवार को तापमान में वृद्धि देखी जा रही है. रविवार को तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार रहा. उन्होंने बताया कि मंगलवार तक मौसम में गर्मी की बढोत्तरी की संभावना है. उन्होंने बताया कि बंगाल की खाडी से उठ रहे तूफान का जिले में होने वाले असर की अभी जानकारी नहीं मिली है. अगले दो दिनों तक गर्मी बढने की संभावना है जो 41 डिग्री सेल्सियस तक जा सकती है. उन्होंने बताया कि कोसी क्षेत्र में 13 से लेकर 15 जून तक मानसून एंट्री होने की संभावना है. तेज धूप व उमस भरी गर्मी में स्कूल जाने को विवश हो रहे हैं बच्चे सत्तरकटैया . शिक्षा विभाग के अड़ियल रवैये के कारण तेज धूप व उमस भरी गर्मी में स्कूल जाने को विवश हो रहे हैं बच्चे. पूर्व में 15 मई के बाद जून तक स्कूलों में गर्मी की छुट्टी हुआ करती थी. जो इस वर्ष नहीं हुई. 15 अप्रैल से 15 मई तक गर्मी छुट्टी देने के नाम पर स्कूलों को खोलकर सुबह 8 से 10 बजे तक संचालित किया गया. वहीं 16 मई से स्कूल का समय सुबह 6 से दोपहर 1:30 बजे तक कर दिया गया. सरकारी स्कूलों में 12 बजे बच्चों को छुट्टी मिलती है. वहीं शिक्षक डेढ़ बजे के बाद ही प्रस्थान करते हैं. इस समय दिन रात उमस भरी गर्मी से लोग हलकान हो रहे है. गर्मी की वजह से रात में भी लोगों को नींद नहीं आती है. पंखे की हवा भी गर्म लगती है. सुबह सात बजे बाद से लू चलने लगती है. ऐसी स्थिति में स्कूलों को संचालित करना बच्चों व शिक्षकों के जीवन के साथ खिलवाड़ किया जाना है. 6 बजे सुबह खाली पेट स्कूल जाना और डेढ़ बजे के बाद तेज धूप व भीषण गर्मी का सामने करते हुए घर वापस आना चुनौती भरा जीवन साबित हो रहा है. स्कूल का समय बदलने की मांग जोर शोर से उठायी जा रही है. लेकिन शिक्षा विभाग कुछ सुनने व समझने को तैयार नहीं है. जिसके कारण कई शिक्षक दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं. वहीं बच्चे लू की चपेट में आकर बेहोश हो रहे हैं.

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