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समाज के दबे कुचले वर्गों के जबरदस्त पैरोकार थे निराला

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समाज के दबे कुचले वर्गों के जबरदस्त पैरोकार थे निराला

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हिंदी साहित्य को निराला का प्रदेय विषय पर संगोष्ठी आयोजित,डॉ सोनम सिंह द्वारा लिखित पुस्तक स्त्री मुक्ति का किया गया लोकार्पण सहरसा. स्नातकोत्तर केंद्र पश्चिमी परिसर सहरसा में निराला की पुण्यतिथि के मौके पर हिंदी साहित्य को निराला का प्रदेय विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसमें बतौर मुख्य वक्ता सर्व नारायण सिंह राम कुमार सिंह महाविद्यालय के सेवानिवृत प्राध्यापक प्रो रत्नेश्वर प्रसाद सिंह मौजूद रहे. जबकि विशिष्ट वक्ता के तौर पर साहित्यकार पत्रकार क्लब मधेपुरा के कार्यकारी अध्यक्ष सह सेवानिवृत प्राध्यापक डॉ मणि भूषण वर्मा, हिंदी विभाग के अध्यक्ष सह सहायक प्राध्यापक स्नातकोत्तर महाविद्यालय कानपुर के डॉ सोनम सिंह, सर्व नारायण सिंह रामकुमार सिंह महाविद्यालय के हिंदी विभाग के अध्यक्ष डॉ नरेंद्र प्रसाद यादव मौजूद रहे. वक्ताओं द्वारा डॉक्टर निराला के व्यक्तित्व व कृतित्व पर विशद प्रकाश डाला गया. डॉ रत्नेश्वर प्रसाद ने निराला के काव्य कृति की चर्चा करते हुए उन्हें विद्रोही कवि बताया तथा कहा कि उनका विद्रोह समसामयिक रहा है. वहीं डॉ सोनम ने उनकी एक प्रमुख कविता भिक्षुक की चर्चा करते हुए इस बात पर जोर दिया कि वे समाज के दबे कुचले वर्गों के जबरदस्त पैरोकार थे. डॉ मणि भूषण वर्मा एवं नरेंद्र प्रसाद ने भी उनके काव्य को मौजूदा दौर में और भी ज्यादा प्रासंगिक बताया. अध्यक्षीय भाषण देते हुए डॉ लाला प्रवीण कुमार सिन्हा द्वारा उनके द्वारा लिखित कई महत्वपूर्ण कहानियों की चर्चा की गयी. कार्यक्रम के आरंभ में अतिथियों का स्वागत किया गया. कार्यक्रम का संचालन विभाग के वरीय प्राध्यापक डॉ सिद्धेश्वर कश्यप ने किया. जबकि कार्यक्रम के संयोजकत्व के दायित्व का निर्वहन विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ अनीमा द्वारा किया गया. इस मौके पर डॉ सोनम सिंह द्वारा लिखित पुस्तक स्त्री मुक्ति का लोकार्पण भी किया गया. आहूत संगोष्ठी के दौरान साहित्यकार पत्रकार क्लब द्वारा हिंदी विभाग के सहायक प्राध्यापक डॉ जैनेंद्र एवं डॉ अनीमा, विभाग के अध्यक्ष डॉ लाला प्रवीण कुमार सिन्हा एवं आगत अतिथियों को प्रमाण पत्र के अतिरिक्त डायरी, कलम देकर सम्मानित किया गया. संगोष्ठी में एमएलटी महाविद्यालय के हिंदी प्राध्यापक डॉ मयंक भार्गव, इग्नू के कोऑर्डिनेटर डॉ उदय कुमार, स्नातकोत्तर केंद्र सहरसा के मैथिली विभाग के अध्यक्ष प्रो संजय मिश्रा, मैथिली विभाग के प्राध्यापक डॉ गीता कुमारी, डॉ अरुण कुमार सिंह, हिंदी विभाग के कर्मी शिवजी कुमार सहित विभाग के छात्र एवं छात्राएं मौजूद रहे.

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