लापरवाही बरतने के आरोप ,औचक निरीक्षण में कई लापरवाही आयी थी सामने, प्रभारी स्वास्थ्य प्रबंधक के विरुद्ध सीएस ने पहले से जांच टीम कर रखी है गठित, नवहट्टा . जिलाधिकारी वैभव चौधरी ने बुधवार को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नवहट्टा का औचक निरीक्षण किया था. जिसमें कई अनियमितताएं मिली. जिस कारण डीएम ने मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को पत्र लिखते संबंधित चिकित्सक व प्रबंधक सहित अन्य कर्मी से स्पष्टीकरण पूछते स्पष्टीकरण स्वीकृत किए जाने तक वेतन भुगतान स्थगित कर दिया. डीएम द्वारा मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को लिखे पत्र में कहा गया कि बुधवार को औचक निरीक्षण के क्रम में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी व प्रभारी प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक मकदूम असरफ, बदानंद पासवान अनुपस्थिति पाए गए. निरीक्षण करने के दौरान कुछ देर बाद आए. अस्पताल परिसर के शौचालय में ताला बंद था. इमरजेंसी कक्ष में कोई भी एएनएम या जीएनएम मौजूद नहीं थी. चतुर्थ वर्गीय कर्मी मरीज को स्लाइन चढ़ा रहे थे. इमरजेंसी रैक पर लिग्नोकाइन हाइड्रोक्लोराइड नामक 14 ट्यूब पाया गया जो एक्सपायर था. बिना चादर व बिना पंखे के मरीज इलाजरत थे. इलाज करा रहे मरीजों ने कहा कि जानबूझकर डॉक्टर ऐसी दवा लिखते हैं जो अस्पताल के बाहर उनके चहेते मेडिकल में मिलता है. प्रसव कक्ष का आरओ बंद पाया गया. दवा वितरण केंद्र पर एक्सपायर दवा मिले. अस्पताल परिसर में गंदगी का अंबार लगा था. कार्यरत डॉक्टर, एएनएम व जीएनएम का रोस्टर प्रदर्शित नहीं किया गया था. स्थापना शाखा का रोकड़ पंजी नहीं दिखाया गया. पायी गयी अनियमितता से स्पष्ट है कि चिकित्सा पदाधिकारी व अस्पताल प्रबंधक अपने कार्यों में शिथिलता बरत रहे हैं. विभागीय निर्देश का कोई पालन नहीं किया जा रहा था. साथ ही यह भी स्पष्ट है कि डॉ रतन कुमार जिला यक्ष्मा पदाधिकारी सह वरीय पदाधिकारी नवहट्टा द्वारा सीएचसी का निरीक्षण नहीं किया जाता है. विभा कुमारी कर्मी द्वारा दवा वितरण काउंटर पर एक्सपायर दवा रखना वहां के लापरवाही को दर्शाता है. इसलिए लापरवाही बरतने के उपरोक्त सभी संबंधित से बिंदुवार साक्ष्य सहित स्पष्टीकरण प्राप्त करते हुए मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी को रिपोर्ट जमा करने को कहा. वहीं स्पष्टीकरण स्वीकृत होने तक सभी पांचों दोषी पदाधिकारी व कर्मी का वेतन स्थगित कर दिया. जबकि पिछले 15 दिनों से प्रभात खबर ने नवहट्टा स्वास्थ्य केंद्र के विभिन्न समस्याओं की खबर प्रकाशित कर विभागीय अधिकारी व जिलाधिकारी का ध्यान आकृष्ट कराया था.
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