संवाददाता, पटना नगर विकास एवं आवास मंत्री नितिन नवीन ने मलाही पकड़ी से न्यू आइएसबीटी तक बन रहे पटना मेट्रो के प्रायोरिटी कोरिडोर को मई, 2025 तक पूरा करने का टास्क सौंपा है. उन्होंने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि इस लक्ष्य में आने वाली बाधाओं को चिह्नित कर विस्तृत कार्ययोजना बनाएं, ताकि उनको दूर करने के लिए कदम उठाये जा सकें. उन्होंने हर माह मेट्रो के कामकाज की प्रगति रिपोर्ट विभाग को उपलब्ध कराने और पटना मेट्रो डिपो के काम में भी तेजी लाने का निर्देश दिया. मंत्री को बताया गया कि मेट्रो के लिए 20-20 प्रतिशत की राशि केंद्र और राज्य सरकार से मिलनी है. अभी इसी फंड से काम हो रहा है. इसके अलावा 60 प्रतिशत राशि जाइका (जापान इंटरनेशनल को-आपरेशन एजेंसी) से ऋण के रूप में लिया जाना है. इस राशि से होने वाला काम अभी शुरू नहीं हो पाया है. इस पर मंत्री ने जाइका के अधिकारियों से बात कर अगले माह तक काम शुरू कराने की संभावना जताई . मंत्री नितिन नवीन ने सबसे पहले प्रधान सचिव आनंद किशोर व मेट्रो अधिकारियों के साथ पटना मेट्रो की कार्य प्रगति की समीक्षा की. इसके बाद मोइनुल हक स्टेडियम से पटना विवि तक बने मेट्रो के भूमिगत भाग का निरीक्षण किया. इस दौरान दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के निदेशक (कार्य) अजय कुमार उनके साथ रहे. अधिकारियों ने मंत्री को बताया कि चार पैकेज में पटना मेट्रो का काम हो रहा है. पहले पैकेज में मलाही पकड़ी से आइएसबीटी तक 6.5 किमी लंबे एलिवेटेड भाग का निर्माण हो रहा है, जिसमें पांच स्टेशन हैं. इसे बिहार सरकार ने प्रायोरिटी कॉरिडोर के रूप में चिह्नित किया है. दूसरे पैकेज में ट्रेनो के रखरखाव को लेकर आइएसबीटी में मेट्रो डिपो का निर्माण हो रहा है. तीसरे पैकेज में स्टेडियम से विवि, पीएमसीएच, गांधी मैदान होते हुए स्टेशन तक कोरिडोर दो के छह स्टेशनों पर काम चल रहा है.
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