28.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 03:37 pm
28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बिहार के विशेषज्ञ लिखेंगे हिंदी और मैथिली में इंजीनियरिंग, मेडिकल की किताबें…

Advertisement

बिहार के चार विवि के शिक्षक हिंदी और मैथिली भाषा में इंजीनियरिंग, एमबीबीएस, कानून, कृषि और विज्ञान के पचास से अधिक किताब लिखेंगे. यूजीसी और भाषा विद चमु कृष्ण शास्त्री की अध्यक्षता में गठित भारतीय भाषा समिति भारतीय भाषाओं में पठन-पाठन के लिए पाठ्यक्रम के अनुरूप किताब लेखन एवं अनुवाद के काम में जुटी है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

राजदेव पांडेय ,पटना

बिहार के चार विवि के शिक्षक हिंदी और मैथिली भाषा में इंजीनियरिंग, एमबीबीएस, कानून, कृषि और विज्ञान के पचास से अधिक किताब लिखेंगे. यूजीसी और भाषा विद चमु कृष्ण शास्त्री की अध्यक्षता में गठित भारतीय भाषा समिति भारतीय भाषाओं में पठन-पाठन के लिए पाठ्यक्रम के अनुरूप किताब लेखन एवं अनुवाद के काम में जुटी है.

इस समिति में बिहार के चार विश्वविद्यालयों मसलन जेपी विश्वविद्यालय , केएसडीएस विश्वविद्यालय, पटना विश्वविद्यालय और एलएनएमयू के कुलपतियों को शामिल किया गया है. राज्य के ये विश्वविद्यालय हिंदी और मैथिली की किताबें तैयार करेंगे. केंद्र की मंशा है कि नयी शिक्षा नीति की मंशा के अनुरूप विभिन्न विषयों की पढ़ाई संविधान से मान्यताप्राप्त भारतीय भाषा में हो.

बिहार को विभिन्न विषयों की हिंदी भाषा में 50 से अधिक पुस्तकें लिखने की जिम्मेदारी मिली है. यह पुस्तकें स्नातक,स्नातकोत्तर और शोध पाठ्यक्रम के अनुरूप होंगी. खासतौर पर इंजीनियरिंग/ मेडिकल जैसे तकनीकी विषयों , विज्ञान, विधि एवं कृषि विषयों की किताबें हिंदी में लिखी जानी हैं. बता दें कि शुरुआती दौर में भारतीय भाषा समिति में बिहार के विश्वविद्यालयों को प्रतिनिधित्व नहीं मिला था.

ये भी पढ़िए Bihar land survey: आपके प्लाॅट का कोई और तो नहीं करा रहा दाखिल खारिज, ऐसे कर सकते हैं चेक

इस साल कुलाधिपति राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर के हस्तक्षेप के बाद बिहार के तीन विश्वविद्यालयों मसलन जेपी विश्वविद्यालय , केएसडीएस विश्वविद्यालय, पटना विश्वविद्यालय के कुलपतियों को हिंदी भाषा से जुड़ी समिति में शामिल किया गया है. इस प्रोजेक्ट में बिहार की टीम को जेपी विश्वविद्यालय के कुलपति परमेंद्र कुमार बाजपेयी लीड कर रहे हैं. मैथिली में तैयार हो रहीं गणित-विज्ञान की किताबें

यूजीसी ने बिहार और झारखंड के कुल 11 विश्वविद्यालयों में जहां मैथिली की पढ़ाई होती है,वहां भाषा विषयों को छोड़ कर सभी विषयों की मूल किताबें मैथिली में तैयार की जा रही हैं. यह जिम्मेदारी एलएनएमयूको जिम्मेदारी दी गयी है. समिति के यूजीसी की तरफ से नोडल प्रतिनिधि चुने गये प्रो अशोक कुमार मेहता ने बताया कि स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम के अनुरूप गणित,विज्ञान सहित सभी विषयों की किताबें मैथिली में लिखी जा रही हैं,

ताकि मूल भाषा में इच्छुक छात्र विषयों को पढ़ सकें. यह किताबें बिहार के विश्वविद्यालयों मसलन एलएनएमयू के अलावा पीयू, पीपीयू, पूर्णिया, टीएमबीयू, बीएनएमयू, केएसडीयू,बीआरएबीयू और मुंगेर विवि के अलावा झारखंड के सिद्धो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका और कोल्हान विश्वविद्यालय,चाइबासा के स्नातक पाठ्यक्रम की किताबें मैथिली में तैयार की जानी हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Latest Patna News : यहां पटना से जुड़ी हर छोटी और बड़ी खबर पढ़े सिर्फ प्रभात खबर पर

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें