28.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 02:14 pm
28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

राज्य के 93 प्रतिशत सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में फर्स्ट एड की सुविधा नहीं

Advertisement

भारी भरकम फीस लेने के बाद भी राज्य के प्राइवेट स्कूलों में किताब के साथ लाइब्रेरी और फर्स्ट ऐड की सुविधाओं का जबरदस्त अभाव है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

केंद्र सरकार के डिपार्टमेंट स्कूल ऑफ एजुकेशन लिट्रेसी की आधिकारिक रिपोर्ट में हुआ खुलासा राजदेव पांडेय ,पटना भारी भरकम फीस लेने के बाद भी राज्य के प्राइवेट स्कूलों में किताब के साथ लाइब्रेरी और फर्स्ट ऐड की सुविधाओं का जबरदस्त अभाव है. इसका खुलासा केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय की एक रिपोर्ट में हुआ है. रिपोर्ट के अनुसार राज्य के 93 प्रतिशत (7509) प्राइवेट स्कूलों में बच्चों को फर्स्ट ऐड की सुविधाएं भी उपलब्ध नहीं हैं. केवल सात फीसदी (588 ) प्राइवेट स्कूल ही ऐसे हैं, जहां पर फर्स्ट ऐड की सुविधा है. यह रिपोर्ट शिक्षा मंत्रालय की डिपार्टमेंट स्कूल ऑफ एजुकेशन एंड लिट्रेसी की है. 2022 की अब जारी हुई आधिकारिक रिपोर्ट के अनुसार राज्य के कुल 93165 स्कूलों में से 86 फीसदी (80264) स्कूलों में भी प्रारंभिक चिकित्सा की छोटी-मोटी सुविधा उपलब्ध नहीं है. केवल 14 प्रतिशत (12901) स्कूल में यह सुविधा मौजूद है. प्राइवेट स्कूलों की तरह 93 प्रतिशत सरकारी स्कूलों (70434 ) में भी फर्स्ट ऐड या किसी तरह की चिकित्सीय सुविधा नहीं है. केवल सात प्रतिशत (5124 ) स्कूलों में ही यह सुविधा है. इसी तरह 53 प्रतिशत अनुदानित स्कूलों में यह सुविधा है, जबकि 47 फीसदी अनुदानित स्कूलों में यह सुविधा नहीं है. राज्य में संचालित अन्य तरह के स्कूलों में से 84 प्रतिशत (7337 ) में किसी तरह की शुरुआती चिकित्सीय प्रबंध नहीं है. इसी तरह राज्य के कुल 93165 स्कूलों में से 44 % (41376) स्कूलों में लाइब्रेरी विथ बुक उपलब्ध नहीं है. अगर इस सुविधा की उपलब्धता को स्कूल की श्रेणी के हिसाब देखें तो 74 % (56154) सरकारी स्कूल , 65 % (5279 )प्राइवेट स्कूल, 49 % अनुदानित और 41 % अन्य श्रेणी के स्कूलों में किताब सहित पुस्तकालय का अभाव है. हैरत की बात है कि सरकारी को छोड़ दें, तो निजी स्कूल किताबों के नाम पर जबरदस्त पैसा कमाते हैं. उनकी किताबों का अलग ही बाजार है. ::::::::::::::विशेष तथ्य:::::::: बिहार में कुल स्कूलों की संख्या- 93165 कुल सरकारी स्कूलों की संख्या- 75558 कुल प्राइवेट स्कूलों की संख्या- 8097 कुल अनुदानित स्कूलों की संख्या- 742 अन्य तरह के स्कूलों की संख्या- 8768

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें