24.1 C
Ranchi
Thursday, February 13, 2025 | 05:26 pm
24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बरनवाल जाति को ओबीसी में शामिल करने को लेकर एकजुट हुए लोग

Advertisement

20 अक्त्तूबर को पटना के गर्दनीबाग में धरना-प्रदर्शन करने का लिया निर्णय

Audio Book

ऑडियो सुनें

रजौली. बरनवाल जाति को ओबीसी में शामिल कराने को लेकर बिहार भ्रमण अभियान के तहत रविवार की रात रजौली के बरनवाल जाति के गणमान्य लोगों की बैठक हुई. रजौली के केजीएस मैरेज हॉल में आयोजित बैठक में बरनवाल जाति को ओबीसी में शामिल कराने को लेकर समाज के लोगों ने बैठक कर विचार-विमर्श किया. बैठक में मगध प्रमंडल के जदयू नेता सह गया के व्यवसायी राजू बरनवाल ने बजरंग दल के पूर्व जिला संयोजक जितेंद्र प्रताप जीतू समेत कई नामी-गिरामी लोगों की उपस्थिति में कहा कि इस समय बरनवाल समाज जागरूकता के अभाव में राजनीतिक परिदृश्य पर हाशिए पर खड़ा है. इसके कारण बरनवाल जाति को केंद्र व राज्य सरकार की ओर से जारी सुविधाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. लिहाजा उपलब्ध सुविधाओं का लाभ लेने के लिए बरनवाल जाति के लोगों को एकजुट होकर राजनीतिक लड़ाई लड़नी होगी, ताकि उन्हें उनका अधिकार मिल सके. उन्होंने कहा कि बिहार में वैश्य समाज में एक बहुत बड़ा वर्ग बरनवाल जाति के व्यवसायियों का है. आर्थिक जगत में बड़ी हस्ती कहलाने के बावजूद भी व्यवसायियों के साथ-साथ बरनवाल जाति के लोग सुविधाओं का लाभ लेने में काफी पिछड़े हैं. बरनवाल समाज के व्यवसायियों का एक बहुत बड़ा वर्ग, जो राजनीतिक स्तर पर हर बार के चुनाव में चाहे वह लोकसभा हो या विधानसभा, उसमें अपनी सक्रिय भागीदारी निभाते हैं. बावजूद बरनवाल समाज के लोगों को उनके अधिकार की सुविधा नहीं मिल पाती है. ऐसे में बिहार भ्रमण कर बिहार के एक-एक जिले में बरनवाल समाज के लोगों के साथ संपर्क कर और अपने परिवार को त्याग कर उनके अधिकारों को दिलाने के लिए बैठक कर एकजुटता बनाने के लिए कृतसंकल्प हैं. इसके लिए 20 अक्त्तूबर को बरनवाल समाज के लोगों के द्वारा बरनवाल को ओबीसी में शामिल कराने के लिए पटना के गर्दनीबाग में एकदिवसीय धरना-प्रदर्शन किया जायेगा. बावजूद अगर ओबीसी में बरनवाल समाज को शामिल करने की उनकी मांगे केंद्र व राज्य सरकार के द्वारा पूरी नहीं की जाती है, तो वे लोग अपनी मांगों को सरकारों के समक्ष पूरी सख्ती से उठाने के लिए दिसंबर महीने में पटना के बापू सभागार में बिहार के बरनवाल जाति के सभी लोग एक साथ इकट्ठा होकर बैठक कर बरनवाल जाति को ओबीसी में शामिल कराने के लिए अपना निर्णय लेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार में जितनी भी जातियां हैं, उन सभी जातियों की सात उपजातियां हैं. इसलिए वे बरनवाल जाति से जुड़े होने के कारण मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री से अनुरोध करते हैं कि बरनवाल जाति को अन्य समाज की भांति ही उनका अधिकार दिलाते हुए उन्हें भी ओबीसी में शामिल करने की पहल करें. मौके पर रजौली के बरनवाल समाज के संरक्षक दिलीप लाल, बरनवाल नवयुवक सेवा समिति के अध्यक्ष धनंजय कुमार उर्फ धन्नू, सचिव संजय कुमार बबलू, उपाध्यक्ष बिनोद आर्य, शंकर लाल, सुरेन्द्र लाल, केशर प्रसाद उर्फ प्रकाश, संजय कुमार, संतोष कुमार, शैलेंद्र कुमार अकलू, अजीत लाल, अशोक कुमार सक्सेना, धीरज कुमार आर्य, उमाशंकर प्रसाद उर्फ लड्डू लाल, अमित कुमार मिट्ठू समेत बरनवाल जाति के दर्जनों गणमान्य लोग शामिल थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें