24.1 C
Ranchi
Wednesday, February 19, 2025 | 02:07 pm
24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

नव पदस्थापित बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी को दी गयी किशोर न्याय अधिनियम की जानकारी

Advertisement

चाइल्ड फ्रेंडली कॉर्नर के क्रियान्वयन करने के लिए सभी थानाध्यक्ष एवं बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी बधाई दी

Audio Book

ऑडियो सुनें

मुंगेर पुलिस अधीक्षक कार्यालय के सभागार में मंगलवार को बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारियों का उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया. जिसकी अध्यक्षता एएसपी पंकज कुमार एवं जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक अनिमेष कुमार चंद्र ने संयुक्त रूप से की. कार्यशाला में नव पदस्थापित बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी को किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण), अधिनियम, 2015 यथा संशोधित 2021 एवं लैंगिक अपराधों से बालकों का संरक्षण अधिनियम, 2012 के वर्णित प्रावधानों की जानकारी दी. जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक ने जिले के सभी नव पदस्थापित बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी का स्वागत करते हुए बाल संरक्षण से संबंधित सभी स्टेक-होल्डर्स के संबंध में जानकारी दी. उनके कर्तव्यों के संबंध में उन्मुखीकरण कराया गया. उन्होंने सभी थाना में चाइल्ड फ्रेंडली कॉर्नर के क्रियान्वयन करने के लिए सभी थानाध्यक्ष एवं बाल कल्याण पुलिस पदाधिकारी बधाई दी. एएसपी ने कहा कि किशोर न्याय अधिनियम में वर्णित प्रावधानानुसार पुलिस थानें में बालकों से अनुकूल स्थान पर पूछताछ की जाय. साथ ही किशोर न्याय परिषद में बालकों के उपस्थापन के समय सामाजिक पृष्ठभूमि प्रतिवेदन के साथ प्रस्तुत करना सुनिश्चित करें. ताकि उनका उनके वादों का निष्पादन समय से किया जा सके. विधि-सह-परिवीक्षा अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि विधि के उल्लंघन करने वाले एवं देखरेख एवं सरंक्षण वाले बच्चों के साथ मैत्रिपूर्ण प्रक्रिया के तहत बच्चों के सर्वोत्तम हित को घ्यान में रखते हुए निर्दोष होने की उपधारणा को अपनाते हुए कार्य करना चाहिए. ताकि विधि संघर्षरत करने वाले बालकों को अपराधी बनने से रोका जा सके. मौके पर बाल संरक्षण पदाधिकारी सुजीत कुमार, सदस्य नेहा सिंह, अधीक्षक पर्यवेक्षण गृह प्रणव कुमार सहित अन्य मौजूद थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें