जमालपुर. मॉडर्न कोच फैक्ट्री रायबरेली के महाप्रबंधक प्रशांत कुमार मिश्रा ने कहा है कि रेल इंजन कारखाना जमालपुर भारतीय रेल का सबसे अधिक टेक्नोलॉजी क्रांति का गवाह रहा है. पूरे भारतवर्ष में जितने भी रेल से जुड़ी महत्वपूर्ण जरूरतें थी, चाहे वह लोकोमोटिव का निर्माण हो या लोकोमोटिव के आवश्यक पार्ट-पुर्जे की आवश्यकता हो या युद्ध के समय कोई सामरिक वस्तु का निर्माण करना हो. इन सभी सामग्रियों के लिए जमालपुर वर्कशॉप आते थे. वे मंगलवार को जमालपुर कारखाना का निरीक्षण कर रहे थे.
विश्वस्तरीय टेक्नोलॉजी प्रदान कर सकता है जमालपुर रेल कारखाना
उन्होंने कहा कि एक समय में एशिया में सबसे मॉडर्न कारखाना जमालपुर रेल इंजन कारखाना था. जमालपुर में अभी जो काम हो रहा है वह काफी उम्दा है. यहां नई वैगन का निर्माण, टावर कार, बैगन पीओएच, लोको पीओएच का काम हो रहा है. इसके अतिरिक्त यहां बहुत सारे रोलिंग स्टॉक का भी काम हो रहा है. कुल मिलाकर जमालपुर एक अच्छे रास्ते पर है. अब जरूरत है रेल इंजन कारखाना जमालपुर में काम करने वाले रेल अधिकारी और कर्मचारियों को विश्व स्तरीय टेक्नोलॉजी देने की. जमालपुर में जो भी चीज बनती है वह चीज इतनी अच्छी होगी कि सभी जमालपुर से ही अपनी चीजों को लेना शुरू करेंगे. तो निश्चित रूप से जमालपुर कारखाना पहले की तरह फेमस हो जायेगा.जमालपुर कारखाना में कुशल कर्मी कार्यरत, कारखाना का भविष्य उज्जवल
जीएम ने वेल्डिंग सेंटर का निरीक्षण करते हुए कहा कि किसी भी रेल कारखाने का आधार वेल्डिंग होता है. चाहे बैगन बनाएं, कोच बनाएं, चाहे लोकोमोटिव का निर्माण करें. कोई भी चीज बनाएंगे तो उसे वेल्डिंग के द्वारा ही तैयार किया जाता है. वेल्डिंग के दौरान हमारे कर्मचारी कितने स्किलफुल हैं या कितने महारत हैं यह चीज देखी जाती है. जमालपुर में अच्छा काम का चल रहा है और कारखाना का भविष्य उज्जवल है. उन्होंने कहा कि कैसे जमालपुर कारखाना के स्ट्रैंथ को बढ़ाया जाए. इसे देखने आए हैं.क्रेन शॉप व डीजल शॉप का किया निरीक्षण, पुराने दिनों को किया याद
जमालपुर : जीएम ने क्रेन शॉप का जायजा लिया. जहां 140 टन क्रेन का निर्माण किया जाता है. उन्होंने वहां चल रहे क्रियाकलापों की प्रशंसा की. इसके बाद वे डीजल शॉप का निरीक्षण किया और वहां से बुनियादी ट्रेनिंग सेंटर पहुंचे. जहां रेल कर्मियों को वेल्डिंग की ट्रेनिंग दी जाती है. उन्होंने कहा कि रेल कारखाना की जड़ वास्तव में वेल्डिंग ही होता है. क्योंकि किसी भी चीज का निर्माण किया जाता है तो उसमें कारखाना के उम्दा वेल्डर को श्रेय जाता है. इसके बाद मिस मफेट की सवारी कर महाप्रबंधक अपने अन्य अधिकारियों के साथ हेरिटेज म्यूजियम पहुंचे. जहां रेल इंजन कारखाना की स्थापना काल के बाद के कई स्मृति चिन्ह को सजाया संवारा गया था. उन्होंने अपने बीते समय को याद करते हुए कहा कि जमालपुर कारखाना में वर्क्स मैनेजर और उपमुख्य यांत्रिक अभियंता के पद पर काम कर चुके हैं. इसलिए उन्हें रेल इंजन कारखाना जमालपुर से काफी लगाव है. मौकेपर मुख्य कारखाना प्रबंधक विनय प्रसाद बरनवाल, पूर्व रेलवे के मुख्य कारखाना अभियंता महेश कुमार, उप मुख्य यांत्रिक अभियंता अभ्युदय मिश्रा और दीपक कुमार गुप्ता मुख्य रूप से उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है