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विद्युत विभाग का करोड़ों दबाये बैठे हैं घरेलू व व्यावसायिक उपभोक्ता

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बिजली बकायेदारों ने विद्युत विभाग का आर्थिक गणित बिगाड़ दिया है. हालत यह है कि हजारों घरेलू व व्यवसायिक उपभोक्ता जहां 48 करोड़ से अधिक धनराशि दबाए बैठे हैं.

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मुंगेर. बिजली बकायेदारों ने विद्युत विभाग का आर्थिक गणित बिगाड़ दिया है. हालत यह है कि हजारों घरेलू व व्यवसायिक उपभोक्ता जहां 48 करोड़ से अधिक धनराशि दबाए बैठे हैं. वहीं सरकारी कार्यालयों पर भी 1.75 करोड़ का बकाया है. अब विभाग ने इस बकायेदारों के खिलाफ अभियान चलाने का निर्णय लिया है. इस दौरान न सिर्फ बिजली कनेक्शन काटी जायेगी, बल्कि बिल नहीं चुकाने वालों पर सर्टिफिकेट केस भी किया जायेगा. जिसकी रणनीति बनाने में विद्युत विभाग जुटा है.

48 करोड़ दबाये बैठे हैं घरेलू व व्यावसायिक उपभोक्ता

मुंगेर में 17 हजार 503 कॉमर्शियल उपभोक्ता हैं. जिसमें दुकान, प्रतिष्ठान और छोटे-मोटे कुटीर उद्योग संचालक शामिल हैं. जबकि चक्की आधारित उपभोक्ता की संख्या 1488 है. इतना ही नहीं मुंगेर जिला में वर्तमान समय में 2.6 लाख विद्युत उपभोक्ता है. इसमें हजारों प्रतिष्ठान ऐसे हैं जो विद्युत विभाग का 48 करोड़ बिजली बिल दबाये बैठे हैं. इसमें 5000 से अधिक उपभोक्ता ऐसे हैं, जो वर्षों से बिजली विभाग के बकाये का भुगतान नहीं कर रहा है.

सरकारी विभागों पर भी है 1.75 करोड़ का बकाया

जिले के कई सरकारी भवन और विभागों में भी बिजली विभाग का भारी बकाया है. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार सरकारी भवन एव विभागों पर 1.75 करोड़ रुपया बकाया है. जिसमें पीएचइडी विभाग, हर घर नल का जल योजना, विद्यालय, नगर निगम व नगर परिषद सहित अन्य विभाग शामिल है. बिजली कंपनी बिल भुगतान के लिए विभागों को कई बार नोटिस जारी कर चुका है. इसके बाद भी इस ओर विभागीय अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं.

5000 हजार से ऊपर वालों पर विभागीय कार्रवाई शुरू

जिले के ऐसे उपभोक्ता जिन पर 5000 से अधिक बकाया है, उसके खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. प्रथम चरण में कॉमर्शियल उपभोक्ताओं को टारगेट किया गया है. जिले में 601 कॉमर्शियल उपभोक्ता हैं. जिन पर विभाग का करोड़ों बकाया है. विभाग ने कार्रवाई करते हुए 601 में से 225 का कनेक्शन काट दिया है. जबकि 162 उपभोक्ताओं से बकाया बिजली बिल की वसूली की गयी है. जबकि 5 कॉमर्शियल उपभोक्ताओं पर दिसंबर महीने में संबंधित थाना में प्राथमिकी तक दर्ज करायी गयी है.

उपभोक्ताओं की दरियादिली, चालू वित्तीय वर्ष में 1.25 अरब कर दिया जमा

मुंगेर. कुछ हठी विद्युत उपभोक्ता हैं जो बिजली विभाग का करोड़ों रुपया दबाये बैठे हैं. लेकिन अधिकांश उपभोक्ता हैं जो बिजली बिल भुगतान करने में अपनी दरियादिली दिखा रहे हैं. जिले में 2 लाख 6 हजार घरेलू उपभोक्ता है. जबकि 17 हजार 503 कॉमर्शियल और 1488 चक्की आधारित कारोबार करने वाले उपभोक्ता हैं. जो प्रति माह 15 से 16 करोड़ रुपया बिजली बिल के विरुद्ध जमा कर विद्युत विभाग को मजबूती प्रदान कर रहे हैं. विभाग से मिली जानकारी के अनुसार चालू वित्तीय वर्ष 2024-25 में विभाग को उपभोक्ताओं से 1 अरब 25 करोड़ रुपया बिजली बिल के विरुद्ध राजस्व की प्राप्ति हो चुकी है.

विद्युत अधीक्षण अभियंता ई. संतोष कुमार ने बताया कि बकाया वसूली के लिए अभियान शुरू कर दिया गया है, जिन उपभोक्ताओं पर पांच हजार रुपये से अधिक बकाया हैं, उनके कनेक्शन काटे जाएंगे. कटने के बाद जिन लोगों ने बिना बिल जमा किए जोड़ा, उनके विरुद्ध मुकदमा पंजीकृत कराया जायेगा. हठी उपभोक्ता के खिलाफ लगातार नीलाम पत्र दायर किया जा रहा है. जिन सरकारी कार्यालय व वभाग पर बकाया है, उसे नोटिस भेजा जा रहा है. उन्होंने बकायेदारों से अपील किया कि वे अपना बकाया जमा कर दें, क्योंकि यह अभियान तीन महीने तक चलाया जायेगा.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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