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छठ पूजा पर चार दिनों में चार करोड़ के केला व्यवसाय की है उम्मीद

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छठ महापर्व को लेकर स्थानीय केला के अलावे दूसरे प्रदेशों से केला की आवक तेज हो गयी है.

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मोतिहारी.छठ महापर्व को लेकर स्थानीय केला के अलावे दूसरे प्रदेशों से केला की आवक तेज हो गयी है. शहर के बाजार समिति व लोकल मंडी के व्यवसायी स्थानीय स्तर के किसानों से पहले हीं केला का अग्रिम दे बाजार ला रहे हैं. तो दूसरी ओ सदर प्रखंड के गोढ़वा इंटर काॅलेज के पास स्थानीय स्तर के 15 से 20 युवाओं ने केला का व्यवसाय पर्व पर किया है, जहां इस साल महज चार दिनों में तीन से चार करोड़ के व्यवसाय का उम्मीद है. स्थानीय समाज सेवी राजेश्वर जायसवाल, व्यवसायी हुसेन मिंया,उप मुखिया शंभू प्रसाद ने बताया कि तमिलनाडू से एक बड़ा 20 चक्का ट्रक से दो लाख रुपये भाड़ा पड़ता है, वहीं कर्नाटक से एक से डेढ़ ट्रक केला मंगाने में एक लाख से डेढ़ लाख रुपये व प. बंगाल से 80 हजार से एक लाख तक भाड़ा लग जाता है. पूछने पर विक्रेता भरत कुशवाहा,अशोक जायसवाल ,श्रीभगवान ने बताया कि एक घौंद सामान्य से बडृा 350 से 700 रुपये तक पड़ रहा है. पूजा को ले स्थानीय के अलावा दूर दराज के लाग भी आ रहे हैं क्योंकि उन्हें अन्य जगहों से सस्ती रेट लग रही है.

बाजार टैक्स नहीं लिया जाता है छोटे व्यवसायियों से

गोढ़वा से सीतामढ़ी, सीवान, शिवहर, गोपालगंज, रक्सौल, वीरगंज नेपाल आदि शहरों को यहां से केला की आपूर्ति की जाती है. व्यवसायी पिकअप, टेंपो आदि पर केला लाद कर अपने शहर ले जा रहे हैं. स्थानीय व्यवसायियों के अनुसार वैसे व्यवसायियों को कोई टैक्स नहीं लिया जाता, बाजार स्कूल के आसपास लगता है जिसकी सफाई भी पूजा बाद व्यवसाय से जुड़े लोग करा देते हैं.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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