18.1 C
Ranchi
Wednesday, February 26, 2025 | 01:43 am
18.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

कर्मनाशा लिंक नहर से किसानों को नहीं मिल रहा पटवन का पूरा पानी

Advertisement

कर्मनाशा लिंक नहर से टेल क्षेत्र के किसानों को पूरी तरह पानी नहीं मिल रहा है, जबकि धान की फसल अंतिम पटवन की बाट जोह रही है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

भभुआ. कर्मनाशा लिंक नहर से टेल क्षेत्र के किसानों को पूरी तरह पानी नहीं मिल रहा है, जबकि धान की फसल अंतिम पटवन की बाट जोह रही है. उत्तरप्रदेश के लतीफशाह डैम से मूसाखांड नहर को कम पानी मिलने के कारण यह समस्या सामने आ रही है. गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश के मूसाखांड बांध से यह नहर जुड़ती है. मूसाखांड बांध को बिहार के कर्मनाशा नदी का पानी यूपी के भाया लतीफशाह डैम के माध्यम से मिलता है, जिसके बाद मूसाखांड नहर यूपी के मालदह पुल के पास जमालपुर से कैमूर के कर्मनाशा लिंक नहर को जोडती है, जो यूपी के मालदह बार्डर से होकर बिहार के पतेरी गांव से होते चांद प्रखंड के कोनहरा गांव के झझानी मौजा कर्मनाशा लिंक नहर से मिल जाती है. इधर, इस संबंध में पतेरी गांव के किसान महेंद्र पांडेय, सेहां गांव के किसान राजवंश कुमार आदि ने बताया कि मूसाखांड नहर से कर्मनाशा लिंक नहर को पूरा पानी नहीं मिल रहा है. इससे किसानों का पटवन का पूरा पानी नहीं मिल पा रहा है. दुर्गावती प्रखंड के किसानों का भी कहना है कि टेल तक कर्मनाशा नहर का पानी नहीं पंहुच पा रहा है. इधर, इस संबंध में जब जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता विक्रम दास से बात की गयी, तो उनका कहना था कि कर्मनाशा नहर को यूपी के मूसाखांड नहर से वर्तमान में 300 क्यूसेक की जगह 215 क्यूसेक पानी ही दिया जा रहा है. इससे दुर्गावती प्रखंड के टेल क्षेत्र तक किसानों को पानी नहीं मिल पा रहा है. इस संबंध में किसानों के फोन भी हमारे पास आ रहे हैं. बीच में नहर को चांद प्रखंड के नौबटा गांव में भी ग्रामीणों ने बांध दिया था. कर्मनाशा लिंक नहर जर्जर होने से समस्या मूसाखांड-कर्मनाशा लिंक नहर से चांद तथा दुर्गावती प्रखंड के विभिन्न गांवों के किसानों की 2650 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई निर्भर करती है. लगभग साढे आठ किलोमीटर लंबे इस नहर के पोषक क्षेत्र में बरसात नहीं होने पर किसानों की फसल हर साल पानी के अभाव में मार खात जाती है. इसके दो कारण है. पहला कारण तो अच्छी बरसात नहीं होने पर हर साल पटवन के अहम मौके पर यूपी के मूसाखांड से कम पानी इस नहर को मिलता है. दूसरा कारण कर्मनाशा लिंक नहर जर्जर होने के कारण पानी का प्रबंधन भी ठीक से नहीं हो पाता है. वैसे भी कर्मनाशा लिंक नहर का यह क्षेत्र कम वर्षा और सिंचाई साधनों से भरपूर नहीं है. इससे किसानों की फसल मार खा जाती है. गौरतलब है कि कर्मनाशा लिंक नहर से चांद प्रखंड के पतेसर, भरूईयां, बरांव, भटानी, नौखटा, सौखरा, लोहदन, सिरिहिरा, नीबी आदि सहित कई दर्जन गांवों का पटवन जुड़ा हुआ है. इस नहर से दुर्गावती प्रखंड के भी कुछ भागों में किसानों के खेतों का पटवन होता है. इन्सेट नहर का जीर्णोद्धार कार्य पूरा नहीं होना भी पटवन में बाधा भभुआ. वर्षों से जर्जर अवस्था में चले आ रहे कर्मनाशा लिंक नहर का जीर्णोद्धार कार्य पूरा नहीं होने के कारण भी पटवन में बाधा आ जाती है. किसानों के अनुसार वर्तमान में कर्मनाशा लिंक प्रणाली जर्जर अवस्था में है. नहर का बायां तट क्षतिग्रस्त है तथा नहर के तटबंध जर्जर होने के कारण पानी का बहाव इधर, उधर भटकर बर्बाद हो जाता है. इससे नहर के पानी का पूरा लाभ किसानों को नहीं मिल पाता है. गौरतलब है कि पिछले साल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में कर्मनाशा लिंक नहर के जीर्णोद्धार की मंजूरी दी गयी थी, जिसकी लागत 51 करोड़ 41 लाख रुपये बतायी गयी थी. इस नहर के जीर्णोद्धार में लाइनिंग और पुनर्स्थापन कार्य के साथ -साथ इस नहर में विभिन्न जगहों पर चार फॅाल व सह दोनों तरफ आने जाने के लिए चार पुल का भी निर्माण कराने तथा साढे आठ किलोमीटर के एरिया में तीन सीडी और 49 आउट लेट का भी निर्माण कराये जाने की बात कही गयी थी. इधर, इस संबंध में जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता विक्रम दास ने बताया कि अभी नहर में पानी होने के कारण जीर्णोद्धार कार्य बंद है. नवंबर में चालू होगा. इसके पहले नहर में लाइनिंग और मिट्टी भराई का काम लगभग 20 प्रतिशत किया जा चुका है, साथ ही चार पुलों में दो पुल तथा दो फॅाल का भी निर्माण कराया जा चुका है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें
Home होम Videos वीडियो
News Snaps NewsSnap
News Reels News Reels Your City आप का शहर