14.1 C
Ranchi
Monday, February 24, 2025 | 06:58 am
14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

एंबुलेंस नहीं मिला तो ठेला पर लाश ले जाने के लिए मजबूर हुए परिजन, स्वास्थय विभाग की खुली पोल 

Advertisement

Jehanabad: जहानाबाद सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत होने पर शव को घर पहुंचने के लिए अस्पताल प्रशासन के द्वारा एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराये जाने पर उनके परिजन ठेला पर लाश ले जाने को विवश हो गये.

Audio Book

ऑडियो सुनें

जहानाबाद सदर अस्पताल में इलाज के दौरान मौत होने पर शव को घर पहुंचने के लिए अस्पताल प्रशासन के द्वारा एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराये जाने पर उनके परिजन ठेला पर लाश ले जाने को विवश हो गये. अस्पताल प्रशासन की इस नाकामी को देखते हुए बड़ी संख्या में लोगों ने इसका विरोध किया.

गुरुवार को इलाज के दौरान हुआ था निधन

दरअसल जहानाबाद शहरी क्षेत्र के शांति नगर में रहने वाली लाल मुनी देवी को इलाज के लिए बुधवार को सदर अस्पताल में लाया गया था. उनकी तबीयत खराब थी और सांस लेने में दिक्कत हो रही थी. इलाज के दौरान गुरुवार को उनकी मौत हो गयी.

नालंदा का रहने वाला है परिवार

उनके साथ आए उनके परिजन कांति देवी ने बताया कि वे लोग नालंदा जिले के एकंगरसराय के रहने वाले हैं लेकिन फिलहाल जहानाबाद शहर में शांति नगर में रहते हैं. उनके परिजन लालमुनी देवी की कल अचानक तबीयत खराब हो गयी और सांस लेने में दिक्कत होने लगी जिसके बाद उन्हें इलाज के लिए सदर अस्पताल लाया गया जहां इलाज के क्रम में उनकी मौत हो गई. उनके शव को जब घर ले जाने के लिए अस्पताल के चिकित्सक और प्रबंधन से गुहार लगाई गई तो उन्हें एंबुलेंस उपलब्ध नहीं कराया गया. इधर अस्पताल में एंबुलेंस चालक के द्वारा बताया गया कि एंबुलेंस से स्टार्ट नहीं हो रहा है. इसके बाद वे अपने स्तर पर एक ठेला लाकर परिजन के शव को घर ले जा रहे हैं.

मृतकों के परिजन को मुफ्त एंबुलेंस उपलब्ध कराने का है आदेश

ज्ञात हो कि बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के द्वारा सरकारी अस्पताल में किसी भी मरीज की मौत के बाद उसके शव को घर पहुंचने के लिए फ्री में एंबुलेंस सेवा उपलब्ध कराई जाती है. जबकि जहानाबाद सदर अस्पताल में अस्पताल प्रशासन इस सेवा को उपलब्ध कराने में विफल रहा.

ये भी पढ़ें: सास की तेरहवीं में शामिल होने ससुराल गई थी बहू, फंदे से लटकी मिली लाश

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें