28.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 02:38 pm
28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

सदर अस्पताल में गायब रहे डॉक्टर, इलाज के अभाव में बच्चे की मौत

Advertisement

सदर अस्पताल में पांच वर्षीय बच्चे की इलाज के अभाव के कारण मौत हो गयी. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि शुक्रवार की सुबह इमरजेंसी में कोई भी डाॅक्टर उपस्थित नहीं थे. बच्चे को इलाज के लिए लेकर आये उनके परिजन डेढ़ घंटे तक अस्पताल में डॉक्टर के लिए इधर-उधर भटकते रहे किंतु उन्हें सदर अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं मिले.

Audio Book

ऑडियो सुनें

जहानाबाद.

सदर अस्पताल में पांच वर्षीय बच्चे की इलाज के अभाव के कारण मौत हो गयी. ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि शुक्रवार की सुबह इमरजेंसी में कोई भी डाॅक्टर उपस्थित नहीं थे. बच्चे को इलाज के लिए लेकर आये उनके परिजन डेढ़ घंटे तक अस्पताल में डॉक्टर के लिए इधर-उधर भटकते रहे किंतु उन्हें सदर अस्पताल में कोई डॉक्टर नहीं मिले. काको थाना के कुमरडीह निवासी मनीष कुमार ने बताया कि उसका पांच वर्षीय बेटा ऋषिकेश कुमार आज स्कूल नहीं गया. उसने बताया कि उसके पेट में दर्द है जिसके बाद वह उसे सुबह में लेकर इलाज के लिए सदर अस्पताल आये. अस्पताल में डेढ़ घंटे तक डॉक्टर के लिए इमरजेंसी से लेकर ओपीडी के हर कमरे में दर-दर की ठोकर खाते रहे, लेकिन कोई डॉक्टर नहीं मिले. अस्पताल के अधीक्षक भी उस समय वहां मौजूद नहीं थे, जिसके कारण इलाज नहीं नहीं हो पाया और बच्चे की मौत हो गयी. उन्होंने बताया कि जब उसके बच्चे की सांस थम गयी और उसका शरीर शांत हो गया तब भी कोई बच्चे को मृत घोषित करने वाला भी अस्पताल में नहीं था. बच्चे के परिजनों ने सदर अस्पताल प्रशासन और वहां के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाकर अस्पताल में खूब हंगामा किया. हंगामा के बाद सदर अस्पताल में सिविल सर्जन पहुंचे और वहां मौजूद रोगियों को देखना शुरू किया लेकिन तब तक बच्चे की मौत हो चुकी थी. परिजन का आरोप है कि डॉक्टर हॉस्पिटल में मौजूद ही नहीं थे, जिसके कारण उसके बच्चे की मौत हुई. सिविल सर्जन ने मामले की जांच के आदेश देकर मामले को शांत कराया. मृतक के चाचा कुणाल कुमार ने बताया कि बच्चे के पेट में दर्द हो रहा था, उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल लेकर आये थे. दो घंटे तक भटकते रहे लेकिन, कोई डॉक्टर के नहीं रहने के कारण बच्चे की मौत हो गयी.

पहले भी डॉक्टरों की ड्यूटी से फरार रहने का मामला आया है सामने : इससे पहले भी कई बार सदर अस्पताल की ड्यूटी से डॉक्टर के फरार रहने की घटना सामने आई है जिसके कारण अस्पताल में बवाल हुआ है. इससे पहले भी कई मरीजों की मौत डॉक्टर के नहीं रहने के कारण इलाज के अभाव में हुई है. इसके बाद सदर अस्पताल में हंगामा हुआ है. कुछ ही दिन पहले जिलाधिकारी अलंकृत पांडे सदर अस्पताल की औचक निरीक्षण में गयी थी जिसमें सदर अस्पताल की ओपीडी में मात्र पांच डॉक्टर उपलब्ध थे, बाकी डॉक्टर अपनी ड्यूटी से फरार थे. उस मामले में अभी कार्रवाई हुई भी नहीं है कि डॉक्टरों की ड्यूटी से फरार होने का नया मामला सामने आ गया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें