फोटो- गया बोधगया 205-207- उद्घाटन करते मंत्री डॉ प्रेम कुमार व विधायक विनय कुमार व अन्य. फोटो- गया बोधगया 206,208- कार्यशाला में मौजूद पैक्स अध्यक्ष व प्रबंधक बोधगया में पैक्स अध्यक्ष व प्रबंधकों के लिए प्रशिक्षण सह कार्यशाला आयोजित वरीय संवाददाता, बोधगया पैक्सों में व्यावसायिक विविधीकरण को लेकर सोमवार को महाबोधि सांस्कृतिक केंद्र में गया, औरंगाबाद, जहानाबाद व अरवल के पैक्स अध्यक्ष एवं प्रबंधकों के लिए एक दिवसीय प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन सहकारिता मंत्री डॉ प्रेम कुमार व गुरुआ विधायक सह मगध सेंट्रल कोऑपरेटिव के अध्यक्ष विनय कुमार यादव ने दीप जलाकर किया. इसमें मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने कहा कि सहकारिता के विकास में पैक्स अध्यक्ष एवं प्रबंधकों की महत्वपूर्ण भूमिका है. सरकार की योजनाओं को प्रभावी रूप से लागू करने के लिए अध्यक्ष एवं प्रबंध को प्रशिक्षण की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए सहकारिता विभाग की ओर से इसके माध्यम से अध्यक्ष एवं प्रबंधकों की कार्यकुशलता व सफलता में वृद्धि को लेकर यह आयोजन किया गया है. मंत्री ने कहा कि बिहार में सहकारिता के क्षेत्र में विगत वर्षों में राज्य सरकार की ओर से संचालित महत्वपूर्ण कार्यों में किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान व गेहूं की खरीद की जा रही है. इसके कारण किसानों को उनकी पैदावार का उचित मूल्य मिल रहा है. प्रथम चरण में 4477 पैक्सों का कंप्यूटरीकरण मंत्री ने कहा कि चारों जिले में यथा गया में 126908, औरंगाबाद में 19 0707, जहानाबाद में 45172 व अरवल में 53587 मीट्रिक टन धान का क्रय हुआ. इस प्रकार गया जिले में 18819 किसानों, औरंगाबाद में 19390 किसानों, जहानाबाद में 9281 किसानों तथा अरवल में 7438 किसानों को धान खरीद में न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ प्राप्त हुआ. इस वर्ष से व्यापार मंडल के माध्यम से मक्का खरीद का कार्य प्रारंभ किया गया है. पैक्सों में कंप्यूटरीकारण के माध्यम से उनके कार्यों में सुगमता व पारदर्शिता लाने के लिए भारत सरकार की ओर से योजना संचालित की गयी है, जिसमें प्रथम चरण में 4477 पैक्सों का कंप्यूटरीकरण किया जा रहा है. शेष पैक्सों में कंप्यूटरीकारण के लिए कार्रवाई की जा रही है. कंप्यूटरीकरण के माध्यम से पैक्स कर्मियों की कार्यकुशलता बढ़ेगी व सदस्यों को बेहतर व्यावसायिक अवसर मिलेगा. पैक्स विभिन्न प्रकार के वित्तीय, गैर वित्तीय एवं नागरिक सेवाएं प्रदान कर सकेंगे. अब तक गया जिले में 159 पैक्स, जहानाबाद में 63 पैक्स, अरवल में 44 पैक्स व औरंगाबाद में 146 पैक्स का चयन कंप्यूटरीकारण के लिए किया जा चुका है. शेष पैक्सों का चयन शीघ्र ही पूरा कर लिया जायेगा. समस्याओं के समाधान के लिए मंत्री ने दिया आश्वासन कार्यशाला में गुरुआ विधायक सह मगध सेंट्रल कोऑपरेटिव के अध्यक्ष ने पैक्सों को मजबूत करने व अन्य राज्यों की तरह बिहार के किसानों को भी शून्य प्रतिशत ब्याज पर केसीसी उपलब्ध कराने की मांग की. उन्होंने पैक्सों के कमीशन बढ़ाने व भुगतान को समय पर करने की भी मांग की. कार्यशाला को संबोधित करते हुए सहकारिता विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला. उन्होंने पैक्सों द्वारा किये जा रहे विभिन्न व्यवसाय, भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं व प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र, पैक्स कंप्यूटराइजेशन, कॉमन सर्विस सेंटर आदि से होने वाले लाभों के विषय में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों के माध्यम से एक करोड़ 40 लाख लोग सहकारिता परिवार के अंग बने हैं. सहयोग समितियों के निबंधक राजेश मीणा ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार दोनों मिलकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुधारने व अधिक प्रयास करने को लेकर सजग है. प्रशिक्षण सह कार्यशाला में विभिन्न पदाधिकारियों ने पीपीटी के माध्यम से प्रशिक्षण दिया. कार्यशाला में गया, औरंगाबाद, जहानाबाद व अरवल जिले के प्रतिभागी पैक्स अध्यक्षों ने अपनी समस्या व सुझावों से अवगत कराया. इस पर सहकारिता मंत्री ने समस्याओं का निराकरण एवं सुझावों पर अमल का आश्वासन दिया. कार्यशाला में सहकारिता विभाग के विशेष सचिव वीरेंद्र प्रसाद यादव, जिला केंद्रीय सहकारिता बैंक औरंगाबाद के अध्यक्ष संतोष कुमार सिंह, बिहार राज्य सहकारी बैंक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक मनोज कुमार सिंह, सहयोग समितियां के अपर निबंधक अजय कुमार, सहयोग समितियां के संयुक्त निबंधक प्रभात कुमार समेत अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे.
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