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गया से पहली बार केंद्र में केंद्र में मंत्री

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पहली बार सांसद बने जीतन राम मांझी को एनडीए सरकार में केंद्रीय मंत्री बनाया गया है. स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से लेकर अब तक गया के किसी भी सांसद को केंद्रीय मंत्रिमंडल में बतौर कैबिनेट मंत्री स्थान नहीं मिला था.

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कंचन, गया. वर्ष 1980 से राजनीति में कदम रखने वाले जीतन राम मांझी एनडीए समर्थित हम(सेक्यूलर) पार्टी से गया संसदीय क्षेत्र से तीसरे प्रयास में इस बार लोकसभा का चुनाव जीत कर दिल्ली पहुंचे. पहली बार सांसद बने जीतन राम मांझी को एनडीए सरकार में केंद्रीय मंत्री बनाया गया है. स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से लेकर अब तक गया के किसी भी सांसद को केंद्रीय मंत्रिमंडल में बतौर कैबिनेट मंत्री स्थान नहीं मिला था. गया के लिए यह सौभाग्य की बात है कि गया के पहली बार सांसद बने जीतन राम मांझी को केंद्र में कैबिनेट मंत्री के रूप में पद और गोपनीयता की शपथ दिलायी गयी. वह जिले के फतेहपुर विधानसभा क्षेत्र से पहली बार 1980 में चुनाव जीते और 1986 तक विधायक रहे. छह अक्तूबर 1944 को खिजरसराय के महकार गांव के रामजीत राम मांझी के पुत्र के रूप में जन्मे जीतन राम मांझी का पैतृक गांव महकार है. उन्होंने मगध विश्वविद्यालय से इतिहास विषय में स्नातक प्रतिष्ठा की डिग्री हासिल किया. उनकी शादी शांति देवी से हुई है, जिनकी पांच पुत्रियां व दो पुत्र हैं. उनकी रुचि कृषि कार्य के अलावा पर्यावरण की सुरक्षा (वन रोपण) कर प्रदूषण मुक्त समाज की स्थापना करने में रही है. बड़े पुत्र संतोष कुमार सुमन इन दिनों बिहार सरकार में मंत्री हैं और अपनी पार्टी हम(सेक्यूलर) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं. फिलहाल उनका गया शहर के गोदावरी मुहल्ले में व बोधगया में भी आवास है. मांझी ने 1980 से राजनीतिक कैरियर शुरू किया. पहली बार गया जिले के फतेहपुर विधानसभा सीट से 1980 में चुनाव जीत कर 1985 तक विधायक रहे. फिर दूसरी बार फतेहपुर से ही 1985-1990 तक विधायक रहे. वर्ष 1996-2000 तक बाराचट्टी विधानसभा सीट से चुनाव जीत कर विधानसभा पहुंचे. वर्ष 2000 में बोधगया विधानसभा से चुनाव जीते और 2005 तक विधायक रहे. 2005 से 2010 तक फिर बाराचट्टी विधानसभा का प्रतिनिधित्व किया. वर्ष 2010 से 2015 तक जहानाबाद के मखदुमपुर सीट से विधायक रहे. इस दौरान कुछ महीने के लिए मुख्यमंत्री की कुर्सी भी संभाली थी. 2015 से 2020 व दूसरी बार 2020 से चार जून 2024 तक वह विधायक रहे. चार जून को मतगणना में गया संसदीय क्षेत्र से चुनाव जीत कर वह सांसद बन गये. साथ ही नौ मार्च को नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र में तीसरी बार एनडीए की बनी सरकार में जीतन राम मांझी को भी मंत्री पद की शपथ दिलायी गयी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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