18.1 C
Ranchi
Wednesday, February 19, 2025 | 07:13 am
18.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

अगले साल पूरा होगा किऊल-गया रेलखंड के दोहरीकरण का कार्य, सकरी नदी पर पुल बनकर तैयार

Advertisement

लगभग 18 किमी लंबे मानपुर से वजीरगंज तक रेलखंड दोहरीकरण का काम दिसंबर 2019 में पूरा कर लिया गया है. वजीरगंज से तिलैया 18 किमी का काम भी पूरा हो गया है. लखीसराय से काशीचक 41 किमी तक कार्य इसी वर्ष अक्तूबर में पूरा कर लिया गया है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

बब्लू कुमार, नवादा. 124 किमी लंबे रेलखंड किऊल-गया का दोहरीकरण कार्य पांच भागों में बांट कर तेजी से पूरा किया जा रहा है. नवादा शहरी क्षेत्र में रेलवे स्टेशन को चकाचक बनाने के साथ ही स्थानीय स्तर पर अनेकों सुविधाएं बहाल की जायेंगी. लगभग 18 किमी लंबे मानपुर से वजीरगंज तक रेलखंड दोहरीकरण का काम दिसंबर 2019 में पूरा कर लिया गया है. वजीरगंज से तिलैया 18 किमी का काम भी पूरा हो गया है. लखीसराय से काशीचक 41 किमी तक कार्य इसी वर्ष अक्तूबर में पूरा कर लिया गया है.

रेलवे दोहरीकरण का काम दिसंबर में पूरा होने की संभावना

शेखपुरा से वारसलीगंज 25 किमी व वारसलीगंज से तिलैया 36 किमी का काम वर्ष 2023 में पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था, पर नदी में ब्रिज को लेकर काम की गति में कमी आयी है. वारिसलीगंज से काशीचक के बीच तेज गति से चल रहे रेलवे दोहरीकरण का काम दिसंबर में पूरा होने की संभावना है. इसके बाद वारिसलीगंज से नवादा 19 किलोमीटर का काम युद्धस्तर पर किया जायेगा. इसे पूरा कर लेने के बाद अंतिम चरण में नवादा से तिलैया 17 किलोमीटर का काम किया जायेगा. मतलब कि 2024 में रेलवे का कायाकल्प बदल जायेगा. संभव है कि ट्रेनें अगले साल से इस रेलखंड पर सरपट दौड़ सकेंगी.

Also Read: बिहार के 75% आरक्षण में फंस सकता है कानूनी पेंच? जानिए इसे कवच पहनाने की कोशिश में कैसे जुटी है नीतीश सरकार..

नवादा रेलवे स्टेशन पर क्या-क्या बनना है

  • -प्लेटफॉर्म छह सौ मीटर गुणे 11 मीटर लंबा और चौड़ा होगा.

  • -द्वितीय श्रेणी प्रतीक्षालय 15 मीटर गुणे सात मीटर को बनेगा.

  • -चार बुकिंग काउंटर बनेंगे

  • -12 मीटर चौड़ा फुटब्रिज एक नंबर प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर जाने के लिये बनेगा.

  • -आरपीएफ जवानों के लिए एक भवन.

  • -जीआरपी जवानों के लिए एक भवन.

  • -रेलवे स्टेशन पर दो ही प्लेटफॉर्म बनेंगे.

  • – रेलवे पटरी चार बनेंगे, जिसमें लूप लाइन के माध्यम से गाड़ियों का ठहराव होगा.

  • – वीआइपी कॉलोनी से भी रेलवे स्टेशन में प्रवेश का मुख्य रास्ता बनेगा.

कौन कंपनी कर रही क्या काम

  • -मेडकॉन कंपनी रेलवे पटरी निर्माण का काम कर रही है.

  • – धनंजय कंस्ट्रक्शन कंपनी स्टेशन भवन और प्लेटफॉर्म निर्माण का काम कर रही है.

कहां कितना हुआ काम

  • -लखीसराय से काशीचक और मानपुर से तिलैया तक रेलवे दोहरीकरण काम पूरा हो चुका है.

  • – काशीचक से वारिसलीगंज तक रेलखंड में काम चालू है, जो दिसंबर तक पूरा हो जाने की संभावना है.

कहां-कहां अभी बाकी है काम

  • -वारिसलीगंज से नवादा और नवादा से तिलैया रेलखंड में काम चालू है.

  • -सकरी नदी में बन रहे पुल का काम 80 प्रतिशत पूरा हो चुका है़

  • -खुरी नदी में 75 प्रतिशत अभी काम बाकी है.

क्या कहते है अधिकारी

निर्माण का काम बहुत तेजी से चल रहा है. दिसंबर माह तक वारिसलीगंज से काशीचक तक का काम खत्म हो जायेगा. इसके बाद वारसलीगंज से नवादा व तिलैया तक का काम तेजगति से चालू हो जायेगा. 2024 में यह काम पूरा कर लिया जायेगा. सकरी नदी में बन रहे पुल का काम करीब-करीब पूरा होने वाला है. खुरी नदी के पुल का पाया तैयार हो चुका है.

  • तारकेश्वर चौधरी, सीनियर कार्यपालक अभियंता

बिहटा – औरंगाबाद रेल परियोजना संघर्ष समिति एक दिसंबर से करेगी चक्का जाम

इस बीच, बिहटा- औरंगाबाद रेल परियोजना केंद्र सरकार की उपेक्षा का राजनीतिक शिकार हो गयी है. इसके विराेध में बिहटा-औरंगाबाद रेल परियोजना संघर्ष समिति एक दिसंबर से चक्का जाम करेगी. इसकी जानकारी समिति के मुख्य संयोजक राजेंद्र यादव ने शुक्रवार को दी. उन्होंने बताया कि पटना, जहानाबाद, अरवल, काराकाट, औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्रों के बीच 115 किलोमीटर की दूरी को कम करने के उद्देश्य से तत्कालीन रेल मंत्री लालू प्रसाद ने 16 अक्तूबर, 2007 में पाटलिपुत्र लोकसभा क्षेत्र के पालीगंज में आधारशिला रखी थी. उन्होंने बताया कि 17 साल बाद भी रेल मंत्रालय की प्राथमिकता सूची में इसे शामिल नहीं किया गया. केंद्र द्वारा क्षेत्र के लगभग एक करोड़ लोगों का सपना अभी अधूरा है. इस मौके पर समिति के अजय कुमार, चंदन वर्मा आदि मौजूद थे.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें