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लॉकडाउन : हजारों किलोमीटर की दूरी साइकिल से तय कर दिल्ली से बिहार पहुंचा युवक

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हजारों किलोमीटर की दूरी साइकिल से तय कर दिल्ली से गांव पहुंचे संगरॉव का युवक सात वर्षोें से दिल्ली में सिक्यूरिटी गार्ड का काम करता है.

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बक्सर : हजारों किलोमीटर की दूरी साइकिल से तय कर दिल्ली से गांव पहुंचे संगरॉव का युवक सात वर्षोें से दिल्ली में सिक्यूरिटी गार्ड का काम करता है. बिहार के संगरॉव गांव के रहने वाले युवक गोविंद सिंह एवं छोटा भाई राजू सिंह हजारों किलोमीटर की दूरी तय कर दिल्ली से संगरॉव वापस गांव पहुंच गये हैं. इनके पहुंचने से परिजनों के बीच काफी खुशी है, जिस तरह से लॉकडाउन के बाद दिल्ली के हजारों मजदूरों की दास्तां लोग टीवी पर देखकर भयभीत थे. इन्हें पहुंचने के बाद गांव के ग्रामीणों के बीच भी काफी चर्चा का विषय बना हुआ है. सबसे महत्वपूर्ण बात है कि यह युवक पढ़े लिखे होने के कारण काफी समझदार हैं.

कोरोना जैसी महामारी से होने वाले बचाव के सभी तरीके अपनाकर स्वयं अपने आप को सेनेटाइज करते हुए गांव पहुंचे हैं. गोविंद ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा कि रास्ते में सैकड़ों लोगों को देखकर मुझे भी आंख से आंसू आ रहे थे. परंतु अपने 15 वर्षीय भाई राजू को पहुंचाने के लिए काफी चिंतित था. मैं विगत सात वर्षों से दिल्ली में सुरक्षा गार्ड का काम करता हूं. होली की छुट्टी में आने के बाद मैट्रिक की परीक्षा देने बाद घूमने की इच्छा जाहिर करने पर भाई को भी अपने साथ ले गया था. अभी 17 मार्च को ही दिल्ली पहुंचे थे.

गौरतलब है कि दो दिन बाद ही महामारी से बचाव के लिए जनता कर्फ्यू की घोषणा के बाद हम लोगों ने तैयारी किया कि ट्रेन पकड़कर वापस गांव लौट जायेंगे. तब तक पुनः पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा होने के बाद कोई विकल्प नहीं देख स्वयं 23 मार्च की सुबह 4 बजे दोनों भाई एक ही साइकिल पर सवार होकर चल दिये. ईंटावा, मैनपुरी, कानपुर, इलाहाबाद होकर जीटी रोड के रास्ते सिर्फ फल खाते हुए मोहनियां पहुंचकर चौसा मुख्य पथ के रास्ते रविवार की रात 11 बजे डिहरी उच्च विद्यालय में अपने आप को सुरक्षित रखने के लिए रात्रि विश्राम किया. सोमवार की सुबह गांव के बाहर पहुंचकर अपने परिजनों को फोन से सूचित कर गर्म पानी और खाना मांगा. जहां हम दोनों से गर्म पानी से स्नान कर खाना खाने के बाद गांव के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए गांव से बाहर ही बनाये गये मध्य विद्यालय मंगरॉव में बनाये गये क्वारंटीन सेंटर पहुंचा. इससे पहले रास्ते में कई जगह जांच की गयी कोई परेशानी नहीं हैं. हमलोग अभी पूरी तरह से स्वस्थ हैं.

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