19.1 C
Ranchi
Wednesday, February 19, 2025 | 10:00 am
19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

10 प्रत्याशियों को नोटा ने पछाड़ा, 31,803 वोट के साथ तीसरे स्थान पर रहा

Advertisement

मतदान में नोटा का विकल्प ताकतवर साबित हो रहा है. यह चुनाव मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों के लिए चुनौती देता दिख रहा है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

-नोटा का बटन दबाने वालों की नजर में लोकसभा क्षेत्र से एक भी प्रत्याशी सुयोग्य नहींब्रजेश, भागलपुर

मतदान में नोट का विकल्प ताकतवर साबित हो रहा है. यह चुनाव मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों के लिए चुनौती देता दिख रहा है. भागलपुर लोकसभा क्षेत्र में सबसे अधिक मत पाने वालों में नोटा तीसरे स्थान पर रहा. वोट हासिल करने में नोटा ने मैदान में उतरे 12 प्रत्याशियों में दस को पछाड़ा. इससे यहां यह स्पष्ट हो रहा है कि नागरिकों ने अपना असंतोष व्यक्त किया है.

सियासी दलों को जवाबदेह बनाता है नोटा

नोटा का विकल्प सियासी दलों को प्रत्याशी के चयन के प्रति जवाबदेह बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है. राजनीतिक दल लगातार गलत प्रत्याशियों को मैदान में उतारते हैं तो नोटा का बटन दबाकर मतदाता अपना विरोध दर्ज करा सकते हैं. बेशक, इसकी शुरूआत कुछ साल पूर्व हो चुकी है, लेकिन अब धीरे-धीरे ही सही अपनी उपयोगिता साबित करता दिख रहा है.

नोटा है क्या

चुनाव मैदान में खड़े उम्मीदवार जब पसंद के नहीं हो तो आखिर किसे वोट दिया जाये. यह एक गंभीर प्रश्न मतदाताओं के सामने रहता है. मत देना एक मौलिक दायित्व है. ऐसे में मैदान उतरा कोई भी उम्मीदवार पसंद नहीं हो तो नोटा का विकल्प चुन सकते हैं. भारत में 2014 के लोकसभा चुनाव में नोटा के विकल्प की सुविधा मतदाताओं को चुनाव आयोग ने उपलब्ध करायी थी.

बॉक्स मैटर

पोस्टल वोट पाने में अव्वल रहे अजीत शर्मा

लोकसभा चुनाव में कुल 2467 पोस्टल वोट भी पड़े हैं. लोगों द्वारा किए गए पोस्टल वोट ऐसे तो सभी 13 प्रत्याशियों को मिला है लेकिन, इसमें अव्वल अजीत शर्मा रहे हैं. इन्हें विजेता अजय कुमार मंडल से भी ज्यादा पोस्टल वोट मिले हैं. अगर अजय कुमार मंडल को 1108 पोस्टल वोट मिले हैं, तो सर्वाधिक अजीत शर्मा को 1138 वोट आया है.

बॉक्स मैटर

10 प्रत्याशियों का वोट अकेले अजीत शर्मा को मिलता तो भी नहीं बन पाते विजेता

इस चुनाव में अगर नोटा के साथ 10 अन्य प्रत्याशियों का वोट भी अजीत शर्मा को मिल जाता, तो भी वह विजेता नहीं बन पाते. क्योंकि, नोट सहित 10 प्रत्याशियों को मिलने वाला मत 96,667 है. जबकि, विजेता और उपविजेता के बीच 01 लाख 04 हजार 868 मतों का अंतर है.

जानें, नोटा को कितना मिला वोट

नोटा :

इवीएम में : 31771पोस्टल में : 32

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें