सुलतानगंज में प्रस्तावित हवाई अड्डा के निर्माण में पेंच फंसता नजर आने लगा है. हवाई अड्डा के लिए सुलतानगंज अंचल के मसदी, नोनसर, राजगंज, कसबा, सुजापुर, मंझली मौजा में जमीन चिह्नित की गयी है. कुल 855 एकड़ जमीन है. जमीन के रैयत मालिक ने जमीन देने से इंकार कर दिया है. अगर तीन मौजा के किसान जमीन नहीं देंगे तो 280 एकड़ जमीन कम पड़ जायेगी, जिससे निर्माण कार्य में बाधा उत्पन्न हो जायेगर. ऐसे में सरकार को दूसरा जमीन खोजने की मजबूरी बन जायेगी. विरोध प्रदर्शन करने वाले अधिकतर किसान कमरगंज पंचायत के हैं. किसानों की संख्या लगभग 80 के करीब है. जमीन देने से इंकार करने वाले किसानों ने अपनी समस्या से जदयू विधायक प्रो ललित नारायण मंडल को अगवत कराया है. किसानों ने विधायक से कहा कि मुख्यमंत्री से मिल कर इस प्रस्ताव को वापस कराया जाय और दूसरी जगह खोजा जाय. किसानों की समस्या से अवगत होने पर विधायक ने कहा कि इस पर गंभीरता से विचार किया जायेगा. नियामानुसार ही कार्य कराने का आश्वासन दिया. किसानों ने अपनी पीड़ा बताते हुए कहा कि हवाई अड्डा के लिए जो जमीन चिह्नित की गयी है वह कृषि भूमि है और काफी उपजाऊ मिट्टी है. यहां के किसानों का मुख्य धंधा खेतीबाड़ी है. इस जमीन पर खेतीबाड़ी कर हजारों परिवारों का जीवन यापन होता आ रहा है. हजारों परिवारों का भविष्य इसी जमीन पर टिका है. कमरगंज पंचायत के मुखिया भरत कुमार ने बताया कि अगर इस जमीन पर हवाई अड्डा का निर्माण होता है, तो हजारों लोगों का रोजगार खत्म हो जायेगा. किसानों बताया कि डीएम को भी मांग पत्र सौंपा जायेगा.
पुलिस पर हमले के तीन आरोपित गिरफ्तार
बालू ट्रैक्टर पकड़ने गयी पुलिस पर हमला करने के तीन आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार आरोपितों में सौरभ कुमार यादव, संतोष उर्फ बिट्टू तथा सूरज कुमार शामिल है. प्रशिक्षु डीएसपी सह थानाध्यक्ष विशाल आनंद ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेजा जायेगा. 10 दिसंबर को कोला खुर्द गांव में बालू ट्रैक्टर को पकड़ने गयी पुलिस पर बालू माफियाओं ने हमला कर दिया था. दो पुलिसकर्मी घायल हो गये थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है