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गुजरात के सूरत शहर में पिपरासी के एक मजदूर की हुई मौत

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स्थानीय थाना क्षेत्र के मंझरिया पंचायत स्थित बहरी स्थान गांव निवासी एक मजदूर की गुजरात के सूरत शहर में सोमवार की रात मौत हो गयी.

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पिपरासी. स्थानीय थाना क्षेत्र के मंझरिया पंचायत स्थित बहरी स्थान गांव निवासी एक मजदूर की गुजरात के सूरत शहर में सोमवार की रात मौत हो गयी. जिसकी सूचना मंगलवार की सुबह परिजनों को मिलते ही कोहराम मच गया. परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल बना हुआ है. वही परिजनों की रोने की आवाज सुन गांव के लोग पहुंच कर उन्हें सांत्वना दिए. इसकी जानकारी देते हुए पंचायत के सरपंच अनिरुद्ध साहनी, पूर्व वार्ड सदस्य प्रभु राम ने संयुक्त रूप से बताया कि मुन्नर राम का 28 वर्षीय पुत्र रामप्यारे राम एक माह पूर्व गुजरात के सूरत शहर कमाने गया हुआ था. सोमवार को काम करने के दौरान पैर में कील लग गया. कील लगने से खून बहने लगा. मजदूर अपने कपड़ा से बांध लिया. लेकिन थोड़ी देर में उसकी तबीयत बिगड़ने लगी. इसको देखते हुए साथ में काम करने वाले मजदूरों ने पास के अस्पताल में भर्ती कराया. जहां डॉक्टर ने टिटनेस होने से मजदूर की मौत होने की बात कही. वही मौके पर उपस्थित मजदूरों ने इसकी सूचना सुबह में परिजनों को दी. ग्रामीणों ने बताया कि मृतक के तीन छोटे-छोटे बच्चे है. जिसमें हिमांशु कुमार (6 वर्ष), ऋषभ कुमार (3 वर्ष) व 1 वर्ष की एक लड़की है. मृतक अपने माता पिता के साथ भाइयों से अलग रहता था. उसके ही कमाने से पूरे परिवार का खर्च चलता था. वही मृतक की पत्नी ममता देवी की चीत्कार सुन लोगों के आंखें भी नम हो जा रही थी. वह रोते-रोते यह बोल रही थी कि उसका और उसके बच्चों का अब ख्याल कौन रखेगा. कैसे उनकी जिंदगी कटेगी. शव लाने के लिए नहीं है पैसे, प्रशासन से लगाई गुहार

वही मृतक के पिता मुन्नर राम ने बताया कि उन लोगों का परिवार मजदूरी से चलता है. सूरत से शव लाने के लिए एंबुलेंस का खर्च देने में वे लोग असमर्थ है. वे रोते हुए अपनी बेबसी बताते हुए कह रहे थे कि सरकारी स्तर से सहयोग मिल जाता तो आखिरी बार अपने बच्चे का चेहरा देख लेते. उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के सहयोग से मिले चंदे से पड़ोस के उमेश राम व सुकट राम घटनास्थल के लिए घर से रवाना हो गए है.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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