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पहाड़ी क्षेत्रों में ड्रोन से की मदद से होगा पौधारोपण

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जिले में वनीकरण को मिलेगा बढ़ावा, लगाये जायेंगे 825581 पौधे

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औरंगाबाद शहर. जिले में वनीकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है. इसके लिए विभाग द्वारा पूरा मसौदा तैयार किया गया है और उसे धरातल पर उतारने की कवायद की जा रही है. सोमवार को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ प्रेम कुमार जिला मुख्यालय पहुंचे और विभाग के पदाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की. मंत्री द्वारा औरंगाबाद वन प्रमंडल अंतर्गत इस वर्ष होने वाले पौधारोपण की तैयारी की समीक्षा की. इस वर्ष वर्षाकालीन पौधारोपण के अंतर्गत विभाग द्वारा 3,54,200 पौधे लगाने का लक्ष्य है. कृषि वानिकी योजना, जीविका दीदी, सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालय, एनजीओ, वक्फ बोर्ड आदि के माध्यम से 4,71,381 पौधे लगाये जाने है. इसके लिए 50 से ज्यादा सरकारी व गैर सरकारी परिसरों को चिह्नित किया गया है. इसके अलावा पहाड़ी क्षेत्रों में मृदा व जल संरक्षण के लिए 150 हेक्टेयर की योजना समर्पित की गयी है. इस दौरान मंत्री डॉ कुमार ने औरंगाबाद वन प्रमंडल द्वारा तैयार किये गये अगले पांच वर्षों के विजन डॉक्यूमेंट का लोकार्पण किया. पहाड़ी क्षेत्रों में पौधा लगाने में ड्रोन की मदद ली जायेगी. मंत्री द्वारा जलवायु परिवर्तन से होने वाले दुष्प्रभाव की चर्चा करते हुए वनों के संरक्षण एवं पौधारोपण के महत्व की जानकारी दी गयी. उन्होंने बताया कि अगले माह विभाग द्वारा पूर्ण की गयी योजनाओं का लोकार्पण उनके द्वारा किया जायेगा. इसके अंतर्गत भरकुड़ जैव विविधता उद्यान, वनपाल आवास सह कार्यालय, वनरक्षी आवास, चार कमरे का बैरक शामिल है. मंत्री ने बताया कि औरंगाबाद वन प्रमंडल अंतर्गत पहाड़ी क्षेत्रों में 50 हजार सीडबॉल तैयार कर ड्रोन के माध्यम से पौधारोपण करने की योजना है. इसके लिए उन्होंने वन प्रमंडल पदाधिकारी को आवश्यक तैयारी करने का निर्देश दिया. मंत्री ने वन प्रमंडल पदाधिकारी को औरंगाबाद में वन विश्रामागार निर्माण के लिए योजना समर्पित करने का निर्देश दिया. वन एवं पर्यावरण मंत्री ने बताया कि एक जुलाई से वन महोत्सव शुरू हो रहा है और मौसम के अनुकूल होते ही पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर पौधारोपण का कार्य प्रारंभ कर दिया जायेगा. विभाग ने इस बार इस बात की खास तैयारी की है कि पौधा लगाने के बाद अगले तीन वर्षों तक उसके बचाव तथा रखरखाव की व्यवस्था पहले से हो. उन्होंने कहा कि वन एवं पर्यावरण संरक्षण के प्रति स्कूली बच्चों तथा कॉलेज के छात्र-छात्राओं को जागृत करने के लिए शिक्षा विभाग से समन्वय स्थापित कर सप्ताह में एक वर्ग वन तथा पर्यावरण संरक्षण पर सुनिश्चित करने का प्रबंध करेंगे. इस मौके पर वन प्रमंडल पदाधिकारी रुचि सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष मुकेश शर्मा, उपाध्यक्ष सह रेडक्रॉस चेयरमैन सतीश कुमार सिंह, को-ऑपरेटिव चेयरमैन संतोष कुमार सिंह, पूर्व जिलाध्यक्ष पुरुषोत्तम कुमार सिंह, जितेंद्र कुमार गुप्ता सहित अन्य उपस्थित थे. जैव विविधता प्रबंधन समितियों का ऑनलाइन राज्य सम्मेलन 25 जून को होगा. इसकी तैयारी पूरी कर ली गयी है. राज्य भर में जिला एवं प्रखंड स्तर पर गठित जैव विविधता प्रबंधन समितियों के सहयोग से वनीकरण को बढ़ावा देने, पौधारोपण गतिविधियों में तेजी लाने तथा पर्यावरण संरक्षण के कार्यों को संपादित कराने के उद्देश्य से मंगलवार को समितियों का ऑनलाइन राज्य सम्मेलन आयोजित होगा. सम्मेलन के माध्यम से सूबे के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ प्रेम कुमार समितियों का उत्साहवर्द्धन करेंगे. जिला वन प्रमंडल पदाधिकारी रुचि सिंह ने बताया कि हमलोगों को मिलकर धरती की समृद्ध जैव-विविधता को और समृद्ध करने की जरूरत है. उसके प्राचीन गौरव को पुनःस्थापित करें तथा अगली पीढ़ी के हाथों में उसे सौंप दें, ताकि सभी मनुष्यों, प्रकृति और जीवन के सभी रूपों का कल्याण हो सके. डीएफओ ने बताया कि ऑनलाइन सम्मेलन के आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्रखंड एवं जिला स्तर पर गठित जैव विविधता प्रबंधन समितियों के माध्यम से जैव विविधता को बढ़ावा देने हेतु उत्प्रेरित करना है. वन एवं पर्यावरण मंत्री की अध्यक्षता में आयोजित होने वाले ऑनलाइन सम्मेलन में जैव विविधता, कृषि, बागवानी, पशु एवं अन्य उत्पादन व्यवस्था में जैविक विविधता प्राकृतिक वन क्षेत्रों में जैव विविधता, जैव विविधता प्रबंधन समितियों की भूमिका, वानिकी, वन्य प्राणी, पौधारोपण एवं आद्रभूमि संरक्षण आदि विषयों पर चर्चा होगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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