16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

16 दिसंबर के आरोपियों के साथ वही होना चाहिए जो नागालैंड में हुआः शिवसेना

Advertisement

मुंबई : दीमापुर में बलात्कार के एक आरोपी की पीट-पीटकर की गयी हत्या पर केंद्र ने भले ही नगालैंड सरकार से रिपोर्ट मांगी है पर, उसकी सहयोगी शिवसेना ने भीड के गुस्से को वाजिब ठहराने की कोशिश करते हुए कहा है कि यह महिलाओं के खिलाफ यौन अपराधों पर जनाक्रोश को दिखाता है. शिवसेना ने […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

मुंबई : दीमापुर में बलात्कार के एक आरोपी की पीट-पीटकर की गयी हत्या पर केंद्र ने भले ही नगालैंड सरकार से रिपोर्ट मांगी है पर, उसकी सहयोगी शिवसेना ने भीड के गुस्से को वाजिब ठहराने की कोशिश करते हुए कहा है कि यह महिलाओं के खिलाफ यौन अपराधों पर जनाक्रोश को दिखाता है. शिवसेना ने यह भी कहा कि 16 दिसंबर, दिल्ली सामूहिक बलात्कार के गुनहगारों के साथ जो अंजाम होना चाहिए था वह नगालैंड में हुआ है.

शिवसेना के मुखपत्र ‘सामना’ में एक संपादकीय में कहा गया है, ‘‘नगालैंड के लोग लंबे समय से बांग्लादेश से अवैध घुसपैठ का विरोध कर रहे हैं. लेकिन, उनके विरोध को नजरंदाज किया गया. बलात्कार की इस घटना पर जनाक्रोश फट पडा..इस घटना से लोगों का धैर्य जवाब दे गया..यह बढते यौन अपराधों के खिलाफ जनाक्रोश है.’’ शिवसेना ने यह भी कहा कि पीट-पीटकर हत्या को कानून और व्यवस्था की नाकामी की घटना बताना मजाक होगा, खास कर तब जब सरकार महिलाओं के खिलाफ बढते यौन अपराधों पर ठीक से कार्रवाई नहीं कर पा रही है.
इसमें कहा गया है, ‘‘कहा जा रहा है कि सरेआम व्यक्ति की पीट-पीटकर हत्या और फांसी पर लटकाना कानूनी तंत्र की विफलता है. यह अपने आप में एक मजाक है..अबला से बलात्कार के चलते कानून और व्यवस्था ध्वस्त हो गयी, ऐसा सरकारी तंत्र को नहीं लग रहा बल्कि सरेआम दुष्कर्म के आरोपी को सजा दिए जाने पर उसे अहसास हो रहा है.’’
शिवसेना ने कहा कि जो घटना 16 दिसंबर, दिल्ली सामूहिक बलात्कार के गुनहगारों पर घटित होनी चाहिए थी इत्तेफाक से वह नगालैंड में हुयी है. संपादकीय में कहा गया है, ‘‘दिल्ली में जो होना चाहिए था वह नगालैंड में घटित हुई. 16 दिसंबर सामूहिक बलात्कार मामले में आरोपी अभी तिहाड जेल में है और विदेशी खबरिया चैनल टीवी पर उसकी जिंदगी को ऐसे दिखा रहा है जैसे कि वह नायक है.’’
बलात्कार के मामले में कार्रवाई की धीमी प्रगति की आलोचना करते हुए इसमें कहा गया है, ‘‘बलात्कार के मामले पर हमारा न्यायिक तंत्र घोंघे चाल से चलता है. चाहे जितना भी मामला मजबूत हो हम आश्वस्त नहीं हो सकते कि बलात्कारी को फांसी होगी ही. और अगर आरोपी नाबालिग है तो उसे बाल सुधार गृह भेजा जाता है जहां मानवीयता के नाम पर उसे सभी तरह की सुविधाएं मुहैया करायी जाती है.’’ इसमें कहा गया है कि दीमापुर में बलात्कार के आरोपी की पीट-पीटकर हत्या की घटना को कोई ‘‘तालिबानी कृत्य’’ कहेगा तो पहले उसे विचार करना होगा कि आखिर जनता ने कानून अपने हाथ में क्यों लिया.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें