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पत्रकार मुकेश चंद्राकर ने जब नक्सलियों से CRPF जवान को छुड़ाया था, देखें वीडियो

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Watch video: बीजापुर निवासी मुकेश चंद्राकर ने नक्सलियों और स्थानीय मुद्दों पर कई रिपोर्टें तैयार कीं. उन्होंने भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी पर स्टिंग ऑपरेशन भी किए.

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Watch Video: छत्तीसगढ़ के बीजापुर में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या ने देशभर के पत्रकारों को गम और गुस्से से भर दिया है. उनका शव बीजापुर के चट्टानपारा इलाके में सड़क ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के फार्महाउस के सेप्टिक टैंक से बरामद हुआ. वे 1 जनवरी से लापता थे, और उनके मोबाइल की आखिरी लोकेशन उसी फार्महाउस पर पाई गई थी. मुकेश अपनी निडर और साहसी पत्रकारिता के लिए पहचाने जाते थे. वे नक्सल प्रभावित इलाकों में जोखिम उठाकर खबरें कवर करते थे और कई पीड़ितों की आवाज बनते थे.

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मुकेश चंद्राकर एक प्रमुख मीडिया संस्थान से जुड़े होने के साथ-साथ अपना यूट्यूब चैनल भी चलाते थे, जिसके 1.5 लाख से अधिक सब्सक्राइबर हैं. उनकी रिपोर्टिंग ने भ्रष्टाचार और अन्याय के खिलाफ कई बार इंसाफ दिलाया. उनकी पत्रकारिता तब सुर्खियों में आई जब उन्होंने नक्सलियों के कब्जे से एक सीआरपीएफ जवान को सुरक्षित वापस लाने में अहम भूमिका निभाई थी.

बीजापुर निवासी मुकेश चंद्राकर ने नक्सलियों और स्थानीय मुद्दों पर कई रिपोर्टें तैयार कीं. उन्होंने भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी पर स्टिंग ऑपरेशन भी किए. हाल ही में उन्होंने एक सड़क निर्माण में हुए घोटाले को उजागर किया था. उनकी साहसिक पत्रकारिता ने उन्हें नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में भी खतरनाक और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम करने के लिए प्रेरित किया.

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2021 में जब नक्सलियों ने एक हमले में 23 जवानों को शहीद कर दिया था और एक जवान को अगवा कर लिया था, तब मुकेश ने नक्सलियों से बातचीत कर उस जवान को अपनी बाइक पर बैठाकर सुरक्षित वापस लाने में सफलता हासिल की थी. उनकी इस बहादुरी को पूरे देश ने सराहा था.

1 जनवरी से लापता, 3 जनवरी को सेप्टिक टैंक में मिला शव

छत्तीसगढ़ के जाबांज पत्रकार मुकेश चंद्राकर 1 जनवरी से लापता थे. उनका मोबाइल लगातार स्विच ऑफ आ रहा था. 3 जनवरी को उनका शव ठेकेदार सुरेश चंद्राकर के फार्महाउस के सेप्टिक टैंक से बरामद किया गया. आरोप है कि मुकेश ने सुरेश द्वारा बनवाई जा रही सड़क निर्माण में हुए भ्रष्टाचार को उजागर किया था. मुकेश के भाई युकेश चंद्राकर का दावा है कि इसी वजह से ठेकेदार सुरेश और उसके भाई ने मुकेश की हत्या की. पुलिस ने घटनास्थल से कई सबूत इकट्ठा किए हैं. मामले में सुरेश के भाई समेत तीन आरोपियों को दिल्ली से हिरासत में लिया गया है. पुलिस ने आरोपियों को बीजापुर लाकर पूछताछ शुरू कर दी है.

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