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VIDEO : झारखंड में नक्सलवाद-आतंकवाद को बढ़ावा दे रही कांग्रेस-झामुमो सरकार को बर्खास्त करें, संसद में बोले निशिकांत दुबे

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रांची/नयी दिल्ली : झारखंड की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार झारखंड में नक्सलवाद और आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है. इसलिए हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) गठबंधन की सरकार को केंद्र सरकार बर्खास्त करे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सदस्य निशिकांत दुबे ने बुधवार […]

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रांची/नयी दिल्ली : झारखंड की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) सरकार झारखंड में नक्सलवाद और आतंकवाद को बढ़ावा दे रही है. इसलिए हेमंत सोरेन की अगुवाई वाली झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) गठबंधन की सरकार को केंद्र सरकार बर्खास्त करे. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के लोकसभा सदस्य निशिकांत दुबे ने बुधवार को संसद में यह मांग की.

उन्होंने कहा कि झारखंड में जब से झामुमो-कांग्रेस की सरकार बनी है, नक्सलवाद और आतंकवाद को बढ़ावा दिया जा रहा है. पश्चिमी सिंहभूम के गुदड़ी थाना क्षेत्र के बुरुगुलीकेरा गांव में 7 आदिवासियों की नृशंस हत्या कर दी गयी. झारखंड की कांग्रेस और झामुमो की सरकार ने इस पर कोई कार्रवाई नहीं की. कांग्रेस के बड़े नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने इस मुद्दे पर अब तक कोई बयान नहीं दिया.

श्री दुबे ने कहा कि झारखंड में विकास विरोधी ताकतों और अफीम की अवैध खेती करने वालों ने 11 सूत्री चार्टर के जरिये देश के तमाम कानूनों को अपने क्षेत्र में निष्प्रभावी करने की कोशिश की. पुलिस ने इनके खिलाफ कार्रवाई की और मुकदमा दर्ज किया. लेकिन, झारखंड मुक्ति मोर्चा और कांग्रेस की सरकार ने सत्ता में आते ही उनके खिलाफ दर्ज किये गये तमाम मुकदमे वापस ले लिये. इससे राज्य में नक्सलवाद और आतंकवाद को बढ़ावा मिला है.

गोड्डा के भाजपा सांसद श्री दुबे ने लोक महत्व के अविलंबनीय मुद्दे के रूप में इस मुद्दे को उठाया और राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की मांग की. उन्होंने लोकसभा अध्यक्ष के माध्यम से सरकार से मांग की कि झामुमो और कांग्रेस की इस सरकार को बर्खास्त किया जाये. पूरे मामले की जांच के लिए कमीशन बनाने की भी उन्होंने मांग की.

श्री दुबे ने कहा कि आदिवासियों के सम्मान में भारतीय जनता पार्टी के सभी सांसदों के साथ आदिवासी नेताओं ने संसद परिसर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की प्रतिमा के सामने धरना दिया. उल्लेखनीय है कि 19 जनवरी को उपमुखिया जेम्स बूढ़ समेत 7 लोगों की नृशंस हत्या कर दी गयी थी. सभी लोगों की गला रेतकर हत्या की गयी थी. एक दिन बाद जंगल से इनके शव बरामद हुए थे.

इसके पहले झारखंड और पश्चिम बंगाल के भाजपा सांसदों ने हाथों में तख्तियां लेकर संसद परिसर स्थित गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया और गुदड़ी नरसंहार के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की. सांसदों के हाथ में जो तख्तियां थीं, उस पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, राहुल गांधी और झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ नारे लिखे थे. इस पर लिखा गया : आदिवासियों की हत्यारी राहुल-हेमंत सरकार. एक और तख्ती पर लिखा था : गुदड़ी (झारखंड) में आदिवासियों का नरसंहार, हाय-हाय कांग्रेस-जेएमएम सरकार.

सांसदों के हाथों में जो तख्तियां थीं, वह कांग्रेस, राहुल गांधी और सोनिया गांधी से सवाल भी कर रही थीं. तख्तियों के जरिये सांसदों ने पूछा : आदिवासियों की हत्या पर राहुल-सोनिया चुप क्यों? भाजपा सांसदों ने झारखंड की कांग्रेस और झामुमो सरकार के अलावा कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ नारेबाजी भी की.

सांसदों ने कहा कि विपक्षी दल ऐसे एनआरसी कानून का विरोध कर रहे हैं, जो अभी तक आया ही नहीं. कांग्रेस को मुस्लिमों की चिंता है, लेकिन झारखंड में सात-सात आदिवासियों को मौत के घाट उतार दिया गया. इतना बड़ा नरसंहार हो गया, लेकिन कांग्रेस के किसी नेता ने इस विषय पर एक शब्द नहीं कहा. चुनाव के पहले ये लोग आदिवासियों के बड़े हितैषी बने फिर रहे थे, लेकिन जब उनकी हत्या हो रही है, तो हेमंत सोरेन, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और तमाम बड़े नेता चुप बैठे हैं.

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