नयी दिल्ली : दिवालिया हो चुकी जेट एयरवेज की योजना अपने नीदरलैंड के कारोबार को केएलएम रॉयल डच एयरलाइंस को बेचने की है. दरअसल, जेट एयरवेज ने नकदी संकट के चलते पिछले साल अप्रैल में अपना परिचालन बंद कर दिया था. अभी कंपनी दिवाला प्रक्रिया के तहत है.
शेयर बाजार को दी जानकारी में कंपनी ने शुक्रवार को बताया कि वर्तमान में कंपनी का कामकाज संभाल रहे ऋणशोधन समाधानकर्ता विभिन्न विकल्पों पर विचार कर रहे हैं. वह हितधारकों के लिए कंपनी के समाधान और अधिकतम मूल्य को सुनिश्चित करने की दिशा में ऐसा कर रहे हैं. कंपनी ने जानकारी दी कि नीदरलैंड में अलग से परिसमापन की प्रक्रिया जारी है और समाधानकर्ता ने वहां की स्थानीय अदालत द्वारा नियुक्त डच न्यासी के साथ प्रक्रिया में सहयोग करने की सहमति दी है.
कंपनी ने बताया कि डच न्यासी और कंपनी ने कोनिंकलिज्के लुचवार्ट मात्शापिज (केएलएम) के साथ 13 जनवरी, 2020 को एक सशर्त खरीद-फरोख्त समझौता किया है. केएलएम के साथ यह समझौता कंपनी की नीदरलैंड में कारोबारी गतिविधियों के प्रस्तावित समाधान के लिए किया गया है. इसे ऋणदाताओं की समिति से मंजूरी मिल चुकी है. केएलएम नीदरलैंड की प्रमुख विमानन कंपनी है.
Disclaimer: शेयर बाजार से संबंधित किसी भी खरीद-बिक्री के लिए प्रभात खबर कोई सुझाव नहीं देता. हम बाजार से जुड़े विश्लेषण मार्केट एक्सपर्ट्स और ब्रोकिंग कंपनियों के हवाले से प्रकाशित करते हैं. लेकिन प्रमाणित विशेषज्ञों से परामर्श के बाद ही बाजार से जुड़े निर्णय करें.