Warning: Undefined variable $categories in /var/www/pkwp-live.astconsulting.in/wp-content/themes/Newspaper-child/functions.php on line 298

Warning: Trying to access array offset on value of type null in /var/www/pkwp-live.astconsulting.in/wp-content/themes/Newspaper-child/functions.php on line 298

Warning: Attempt to read property "slug" on null in /var/www/pkwp-live.astconsulting.in/wp-content/themes/Newspaper-child/functions.php on line 298

Deprecated: addslashes(): Passing null to parameter #1 ($string) of type string is deprecated in /var/www/pkwp-live.astconsulting.in/wp-content/themes/Newspaper-child/functions.php on line 343
32.7 C
Ranchi
Tuesday, April 22, 2025 | 08:41 pm

BREAKING NEWS

जगदीश रत्नानी

Browse Articles By the Author

हिंसा इस्राइल की सुरक्षा की गारंटी नहीं

आज इस्राइल अपनी सीमाओं की रक्षा कर पाने से और दूर हुआ है.

देवरा का जाना कांग्रेस के लिए संदेश

जब कांग्रेस दमदार स्थिति में थी, तब भी अवांछित तत्वों को किनारे लगाने में वह ढीली थी. इस मामले में भाजपा बहुत तेज और स्पष्ट है- आप पार्टी के लिए काम करते हैं, पार्टी आपके लिए नहीं काम करती. कुछ लोग तर्क दे सकते हैं कि भाजपा में आप एक व्यक्ति के लिए काम करते हैं. यह आलोचना अपनी जगह सही हो सकती है.

बैंकों के एनपीए पर हो ज्यादा ध्यान

अभी जिस तरह से आंकड़ों को लेकर ढिलाई बरती गयी है, और इनके रख-रखाव को लेकर जिस तरह की चिंता का अभाव दिखता है, उससे ऐसे संकेत मिलते हैं, जैसे एनपीए को लेकर स्थिति सामान्य हो गयी है

शिक्षा व्यवस्था में समानुभूति की राह

हमारे यहां ऐसी संस्कृति है, जो सदियों से वंचना झेल रहे लोगों के दर्द को समझने से इनकार करती है. यह ऐसी कठोरता है, जो भारतीय जीवन के सभी अन्य आयामों में दिखती है.

नये साल में कोविड पर निगाह रहे

प्रधानमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठकें हुई हैं तथा वायरस के बाहर, खासकर चीन, से आने से रोकने के लिए कुछ स्पष्ट कदम उठाये गये हैं.

स्वास्थ्य सेवाएं सबकी पहुंच में हों

संभ्रांत वर्ग और आम जनता के बीच एक विभाजन की स्थिति है. पूरा तंत्र आदतन भ्रष्ट बन चुका है, जो केवल पैसा, जुगाड़ और पहुंच की बात करता है न कि इलाज और देखभाल की.

लॉकडाउन में जीवन सहज बनाने की राह

तमाम छात्र, जो अपने घरों में बैठे हैं और उन्हें यह नहीं पता कि स्कूल या कॉलेज के लिए लॉकडाउन कब खुलेगा, निश्चित ही उनके लिए यह कठिन समय है. इसे खोलने में जोखिम है और नहीं खोलने पर कई अन्य चिंताएं हैं.

बैकिंग प्रणाली में सुधार की जरूरत

बैकिंग प्रणाली में सुधार की जरूरत

महामारी में प्रकृति के साथ जीना सीखें

महामारी में प्रकृति के साथ जीना सीखें
ऐप पर पढें
होम आप का शहर
News Snaps News reels