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Tuesday, April 22, 2025 | 11:31 pm

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जगदीश रत्नानी

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यह आत्ममंथन का समय है

यदि देश एक संकट से दूसरे संकट में नहीं पड़ना चाहता है, तो आगे की राह को लेकर आत्ममंथन करने की आवश्यकता है. संविधान एक जीवंत दस्तावेज है, जिसे रोज जीया जाता है.

वैक्सीन के मोर्चे पर मुश्किलें

यह भी सरकारी आंकड़ा है. हम दुनिया से मदद मांगने के लिए मजबूर हो गये हैं. दूसरी लहर की त्रासदी के लिए जिम्मेदार अपनी भूलों को दरकिनार भी कर दें, तो वैक्सीन के मामले में गलतियां चूकों का नया सिलसिला हैं. योजना बनाने, दाम तय करने और अभियान चलाने में ऐसी लापरवाह और आपराधिक भूलें हुई हैं कि भारत के आम लोगों को खर्च के मामले में और मौतों के रूप में इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.

अफगान संकट का समाधान

बातचीत से भारतीय हितों को सुरक्षित किया जाना चाहिए और यह स्पष्ट संदेश देना चाहिए कि भारत-विरोधी किसी गतिविधि को समर्थन नहीं देना तालिबान के हित में है.

भारत बनाम इंडिया का विभाजन

अचानक अगर कामगारों को बाहर या घर में मारने का सिलसिला चलने लगे, तो डर का माहौल बनना लाजिमी है. यह डर पलायन की वजह भी बनता है.

सैन्य सुरक्षा पर हो ज्यादा ध्यान

खतरों की बढ़ती आशंका को देखते हुए इस्तेमाल हो रहे सैन्य साजो-सामान को तकनीकी रूप से बदलती दुनिया में तथा खर्चों की लगातार बढ़ोतरी के हिसाब से आधुनिक बनाते रहना होगा.

निजी अस्पतालों के रवैये पर कार्रवाई

छोटे-बड़े अस्पताल एक ऐसी संस्कृति का हिस्सा हो चुके हैं, जहां डॉक्टर रुपया छापने की मशीन हो चुके हैं. इसे खत्म किया जाना चाहिए.

विचाराधीन कैदी और लोकतंत्र

हमारे यहां अभियुक्तों को सजा देने की दर बहुत ही कम है. ऐसे में ठोस जांच दरकिनार कर दी जाती है और मुकदमे से पहले जेल में रखना ही सजा बना दिया जाता है.

दवा उद्योग के लिए बने कड़ा कानून

स्वास्थ्य क्षेत्र की कंपनियों ने डॉक्टरों और अस्पतालों को घूस देकर अपने उत्पादों की बिक्री का एक पूरा तंत्र ही बना दिया है. यह एक विकृत खेल है, जिससे जुड़ा हुआ कोई भी व्यक्ति पाक-साफ नहीं है.

कांग्रेस में बुनियादी बदलाव की जरूरत

आज कांग्रेस को एक ऐसे प्रमुख की आवश्यकता है, जो पार्टी में कुछ बुनियादी बदलाव कर सके तथा सत्ता में बैठी मौजूदा सरकार के सामने एक स्पष्ट विकल्प प्रस्तुत कर सके. स्वाभाविक रूप से पहली जरूरत यह है कि पार्टी पूरे देश को एकजुट करे, जो कि राहुल गांधी के ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के संदेश के अनुरूप ही है.
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