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Saturday, April 19, 2025 | 09:30 pm

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अनुज कुमार

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Exclusive: रांची-टाटा रेललाइन, खूंटी में एम्स की तर्ज पर आधुनिक अस्पताल और एग्रो हब...

झारखंड से मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री भाजपा प्रत्याशी अर्जुन मुंडा ने प्रभात खबर से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने रांची-टाटा रेललाइन समेत कई प्राथमिकताओं पर विस्तार से बातचीत की.

लालकृष्ण आडवाणी की गहरी यादें जुड़ी हैं बिहार-झारखंड से, पढ़ें यह खास लेख

सबसे चर्चित घटना थी आडवाणी की गिरफ्तारी की. 25 सितंबर, 1990 को आडवाणी ने राममंदिर निर्माण के लिए सोमनाथ से यात्रा आरंभ की थी. प्रमोद महाजन साथ थे. 19 अक्तूबर को रथयात्रा बिहार पहुंची.

खरसावां गोलीकांड के बाद गांधी-पटेल को गया था टेलीग्राम, फिर क्या हुआ, जानें पूरा...

एक जनवरी, 1948 को खरसांवा में पुलिस की फायरिंग में बड़ी संख्या में आदिवासी मारे गये थे. खरसावां गोलीकांड के बाद गांधी-पटेल को टेलीग्राम गया था. उसके बाद क्या हुआ, पढ़ें पूरा इतिहास..

बिरसा मुंडा की मौत व डुंबारी में शहीद आदिवासियों के दस्तावेज खोजे जायें

रांची के उसी जेल परिसर स्थित म्यूजियम में कल प्रधानमंत्री जायेंगे. यह ऐतिहासिक पल होगा. बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू जानेवाले देश के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही होंगे.

सिर्फ कुड़मियों के नहीं, झारखंडियों के नेता थे बिनोद बाबू

12-13 फरवरी, 1972 को बिनोद बिहारी महतो की अगुवाई में छोटानागपुर कुर्मी सम्मेलन का पहला महाधिवेशन रामगढ़ में हुआ था. बिनोद बाबू ने इसके लिए पर्चा जारी किया था.

गुवा गोलीकांड: अस्पताल से निकाल आठ आदिवासियों को भून दिया था पुलिस ने

आज इस गोलीकांड के 43 साल पूरे हो गये. गुवा गोलीकांड के बाद झारखंड आंदोलन ने जो गति पकड़ी, उसने अलग राज्य का रास्ता आसान कर दिया. घटना के दिन प्रदर्शन के दौरान पुलिस ने बहादुर उरांव और भुवनेश्वर महतो (दोनों चक्रधरपुर निवासी) को पकड़ लिया था.

जमीनी पत्रकारिता, निडरता और विश्वसनीयता प्रभात खबर की पूंजी

जब नक्सलियों ने बीडीओ का अपहरण कर लिया तो उसे प्रभात खबर ने छुड़वाया. पहाड़ों और नदियों को बचाने, प्लास्टिक पर बैन के लिए और अलबर्ट एक्का की पत्नी की सहायता के लिए अभियान चलाया. राज्यसभा चुनाव में विधायकों को प्रलोभन देकर जिस तरीके से वोट खरीदे जाते थे, उसे प्रभात खबर ने प्रमुखता से उठाया था.

शहादत दिवस पर विशेष: बिरसा मुंडा की मौत स्वाभाविक थी या योजनाबद्ध

आठ फरवरी, 1900 को गृह विभाग (भारत) के जेपी हेवेट ने ब्रिटेन में विदेश मंत्री (भारत के प्रभार में) सर आर्थर गोडले को पत्र लिखा था कि छोटानागपुर में मुंडाओं के रिंग लीडर बिरसा मुंडा और प्रमुख सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.

दिनेश गोप के साथ साये की तरह रहता था मार्टिन केरकेट्टा

मडारा के रेड़मा गांव निवासी मार्टिन केरकेट्टा और दिनेश गोप बचपन से एक साथ लापुंग के महुगांव स्थित स्कूल में पढ़ाई करते थे. बाद में दोनों ने एक साथ संगठन का विस्तार किया.
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