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Sunday, April 20, 2025 | 05:48 am

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Abhijeet Mukhopadhyay

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महंगे डीजल-पेट्रोल से बिगड़ेगा आमजन का बजट

अंतरराष्ट्रीय बाजार में जनवरी के मुकाबले इस महीने कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हुई है

इन्फ्रास्ट्रक्चर बैंक एक जरूरी कदम

इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं के लिए पूंजी की उपलब्धता सुनिश्चित करने हेतु ठोस कदम की दरकार थी. राष्ट्रीय बैंक की स्थापना ऐसी ही एक पहल है.

वैक्सीन पेटेंट छूट से मिलेगी राहत

अब अमेरिका ने वैश्विक दबाव के कारण इस मांग का समर्थन करने की घोषणा की है. यह एक स्वागतयोग्य पहल है, पर इस मामले से जुड़े विभिन्न पहलुओं को समझना जरूरी है. जो आस्त्राजेनेका-ऑक्सफोर्ड वैक्सीन (हमारे देश में कोविशील्ड के नाम से उपलब्ध है) है, उसका मामला और फाइजर, मॉडेरना, जॉनसन एंड जॉनसन जैसे वैक्सीनों का मामला अलग-अलग है.

निर्यात में बढ़ोतरी उत्साहवर्द्धक है

महामारी की रोकथाम करने के लिए लगायी जा रही पाबंदियों और अन्य कारकों के असर से उत्पादन प्रक्रिया को बचाने की चिंता अभी प्राथमिक है.

स्पेस सेक्टर में आर्थिक संभावनाएं

अंतरिक्ष क्षेत्र में दशकों के हमारे व्यापक अनुभव और अब तक की उपलब्धियों से वैश्विक बाजार में हिस्सेदारी बढ़ाने का हमें बड़ा आधार मिल सकता है.

ऑनलाइन गेमिंग का भी नियमन हो

डिजिटल तकनीक जीवन के हर क्षेत्र में गहरी पैठ बना चुकी है. इसलिए लत को रोक पाना नियमन और कराधान भर से ही संभव नहीं है.

चिंताजनक हैं तेल की बढ़ती कीमतें

अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में दाम इसी तरह बढ़ते रहे और आपूर्ति में परेशानियां बनी रहीं, तो कीमतों को बढ़ाना होगा. इसका असर वित्तीय स्थिति पर भी होगा.

आर्थिक सर्वेक्षण में सकारात्मक संकेत

2020 में अर्थव्यवस्था की दर ऋणात्मक थी. उस लिहाज से आर्थिक सर्वेक्षण में इस साल के लिए 9.2% विकास दर होने की जतायी गयी उम्मीद संतोषजनक है.

मुद्रास्फीति की चपेट में सारा विश्व

जब तक वैश्विक स्तर पर दामों में कमी नहीं आयेगी, भारत में भी मुद्रास्फीति से राहत मिलने की आशा नहीं की जा सकती है.
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