27.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 12:26 pm
27.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

तालिबान राज: क्रूरता का शिकार हो रही महिलाएं, आगे बढ़कर काम करने की कोशिश की, तो निकाल ली आखें

Advertisement

Afghanistan Women Taliban Punishment अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद एक बार फिर महिलाओं का जीवन खतरे में दिख रहा है. बीस साल पहले तालिबान के सत्ता से बेदखल होने के बाद अफगान की महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए लंबा संघर्ष किया और वहां स्वतंत्र मानवाधिकार आयोग जैसी संस्थाएं बनी.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Afghanistan Women Taliban Punishment: अफगानिस्तान पर तालिबान के कब्जे के बाद एक बार फिर महिलाओं का जीवन खतरे में दिख रहा है. बीस साल पहले तालिबान के सत्ता से बेदखल होने के बाद अफगान की महिलाओं ने अपने अधिकारों के लिए लंबा संघर्ष किया और वहां स्वतंत्र मानवाधिकार आयोग जैसी संस्थाएं बनी. लेकिन, 15 अगस्त को अफगानिस्तान में तालिबान की वापसी के साथ ही महिलाओं के लिए बाहर निकलना खतरनाक हो गया है.

आजतक ने अफगानिस्तान की ऐसी दो महिलाओं का इंटरव्यू प्रसारित किया है, जिन्होंने आगे बढ़कर काम करने की कोशिश की, तो तालिबान की क्रूरता का शिकार होना पड़ा. खातिरा हाशमी अफगानिस्तान में पुलिस बल के साथ काम करती थीं. पुलिस इंस्पेक्टर के पद पर तैनात थीं. परिवार का पूरा साथ मिलने के बावजूद 2020 में तालिबान ने उन्हें धमकी देने लगा. तालिबान को यह पसंद नहीं था कि एक महिला पुलिस में काम करे. खातिरा के मुताबिक, उनके पति को कहा जाता था कि अपनी पत्नी को बाहर काम करने से रोको.

बावजूद इसके, खातिरा काम करती रही. तालिबान ने उसे सात गोली मारी. इतना ही नहीं, आतंकी संगठन ने खातिरा की आंखें भी निकाल ली और मृत समझकर उन्हें बीच सड़क पर फेंक दिया. पुलिस द्वारा खातिरा को एक अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उनका लंबे समय तक इलाज चला. खातिरा की जान तो बच गई, लेकिन उन्हें अपनी दोनों आंखें गंवानी पड़ीं.

ऐसा ही कुछ अफगान पत्रकार शाहीन मोहम्मदी के साथ हुआ. उन्हें भी तालिबान की क्रूरता झेलनी पड़ी. भारत में शरण लेने वाली शाहीन मोहम्मदी बताती हैं कि उन्होंने लंबे समय तक अमेरिका के लिए काम किया है और पेशे से पत्रकार हैं. वे अफगानिस्तान में अमेरिकी सेना के संपर्क में रहती थीं, लेकिन जब तालिबान को इस बात की जानकारी मिली, तो उन्होंने शाहीन मोहम्मदी का पूरा चेहरा बिगाड़ दिया. तालिबानी हिंसा की शिकार हुई शाहीन के आधे सिर पर आज एक भी बाल नहीं है. चेहरे की प्लास्टिक सर्जरी करवानी पड़ी.

आजतक से बातचीत में शाहीन ने बताया है कि तालिबान अल्लाह के नाम पर महिलाओं पर हर तरह का जुल्म करता है. उनके मुताबिक, जिसने भी अमेरिका या फिर पुरानी सरकार संग काम किया है, तालिबान उन्हें नहीं बख्शता है. उनके हाथों को भी काट दिया जाता है. फिर उन कटे हुए हाथ को खौलते हुए तेल में फेंक दिया जाता है. ये तालिबान की वो क्रूरता है, जिसका सामना महिला और पुरुष दोनों को करना पड़ता है. उल्लेखनीय है कि अफगानिस्तान में तालिबान का महिलाओं पर जुल्म किसी से छिपा नहीं है.

Also Read: पाकिस्तान के साथ होने से तालिबान शासित अफगानिस्तान में चीन को फायदा, भारत के लिए खतरा!

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें