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महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के ताबूत को स्कॉटलैंड के एडिनबरा से लंदन ले जाने वाले ब्रिटिश रॉयल एयर फोर्स ट्रांसपोर्ट विमान पर करीब 60 लाख लोग नजर रखने की कोशिश कर रहे थे, जिससे यह इतिहास में सबसे अधिक ट्रैक की जाने वाली उड़ान बन गई. वेबसाइट फ्लाइटरडार 24 ने यह जानकारी दी. महारानी का ताबूत बुधवार को आरएएफ ग्लोबमास्टर सी-17 विमान से एडिनबरा के सेंट गाइल्स चर्च से लाया गया था.
नैंसी पेलौसी के विमान पर 22 लाख लोगों की थी नजर
इससे पिछला रिकॉर्ड 22 लाख लोगों द्वारा विमान को ट्रैक करने का था. अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलौसी को पिछले महीने ताइवान लेकर आ रहे अमेरिकी सैन्य विमान को फ्लाइटरडार 24 पर तब 22 लाख लोग देख रहे थे. वेबसाइट ने कहा कि मंगलवार को एडिनबरा से आरएएफ नॉर्थोल्ट जा रहे ब्रिटिश सैन्य विमान के उड़ान भरने के पहले ही मिनट के दौरान करीब 60 लाख लोगों ने उसे ट्रैक करने की कोशिश की.
जानें महारानी के विमान की खासियत
भारी संख्या में लोगों के एक साथ विमान को ट्रैक करने की कोशिश के कारण साइट पर व्यवधान उत्पन्न हुआ. वेबसाइट पर उपयोगकर्ता हवा में विमानों के पथ पर नजर रख सकते हैं. बीबीसी की खबर के मुताबिक 47.9 लाख लोग उसकी वेबसाइट व ऐप देख रहे थे जबकि 2.96 लाख लोग यूट्यूब पर किए जा रहे प्रसारण को देख रहे थे. उड़ान ने कॉलसाइन किटीहॉक का इस्तेमाल किया. यह उस सैन्य उड़ान के लिये इस्तेमाल होता है जिसमें महारानी बैठी हों.
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सोमवार को राजकीय तरीके से किया जाएगा अंतिम संस्कार
ब्रिटेन पर सबसे लंबे समय तक राज करने वाली महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का ताबूत को लंदन स्थित आधिकारिक निवास बकिंघम पैलेस से संसद भवन के वेस्टमिंस्टर हॉल में लाइंग-इन-स्टेट में रखा गया है. महारानी का वेस्टमिंस्टर एबे में समोवार को राजकीय तरीके से अंतिम संस्कार किया जाना है.
(भाषा- इनपुट)