21.2 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 05:21 pm
21.2 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

पाकिस्तान की सरकार ने इमरान खान को दी चेतावनी, बंदूक के दम पर नहीं होगी चुनाव की वार्ता

Advertisement

पीएमएल-एन के महासचिव और संघीय विकास मंत्री अहसान इकबाल के हवाले से कहा गया है कि हम इमरान खान को बताना चाहते हैं कि वह बंदूक के दम पर बातचीत नहीं कर सकते. बातचीत की पहली शर्त ही यही है, कोई पूर्व शर्त नहीं हो.

Audio Book

ऑडियो सुनें

इस्लामाबाद : नेशनल असेंबली को चुनाव संबंधी वार्ता के सफल नतीजे के लिए 14 मई तक भंग करने की इमरान खान की मांग को अव्यावहारिक करार देते हुए पाकिस्तान के सत्तारूढ़ गठबंधन ने पूर्व प्रधानमंत्री को आगाह किया है कि अगर वार्ता विफल रही, तो उनकी पार्टी पीटीआई को भारी नुकसान होगा, क्योंकि चुनाव में एक साल का विलंब हो सकता है. पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) (पीएमएल-एन) के नेतृत्व वाले संघीय गठबंधन और इमरान खान की पार्टी पीटीआई के बीच मंगलवार को होने वाली तीसरे दौर की बातचीत से पहले सरकार ने खान से कहा कि वह बंदूक के दम पर बातचीत नहीं कर सकते.

- Advertisement -

पसंदीदा समाधान चाहते हैं इमरान खान

डॉन अखबार की खबर में पीएमएल-एन के महासचिव और संघीय विकास मंत्री अहसान इकबाल के हवाले से कहा गया है कि हम इमरान खान को बताना चाहते हैं कि वह बंदूक के दम पर बातचीत नहीं कर सकते. बातचीत की पहली शर्त ही यही है, कोई पूर्व शर्त नहीं हो. खान इतने हताश हैं कि वह हर हाल में पसंदीदा समाधान चाहते हैं. खबर में सोमवार को कहा गया कि संघीय गठबंधन ने खान के अल्टीमेटम को ‘अव्यवहारिक’ बताते हुए उनसे सरकार और विपक्ष के बीच इस वार्ता की सफलता के लिए और अधिक लचीला रुख अपनाने को कहा है.

वार्ता फेल होने पर पीटीआई को नुकसान ज्यादा

संघीय विकास मंत्री अहसान इकबाल ने रविवार को कहा कि अगर वार्ता विफल होती है, तो सबसे ज्यादा नुकसान पीटीआई को होगा, क्योंकि संविधान के तहत चुनाव को एक साल के लिए टालने का प्रावधान है. इमरान खान ने (इस साल जुलाई में चुनाव न होने की स्थिति में) देश में कानून व्यवस्था की समस्या पैदा होने की चेतावनी दी है और ऐसे परिदृश्य में चुनाव एक और साल के लिए टल जाएंगे.

14 मई तक कैसे भंग होगी नेशनल असेंबली

उन्होंने कहा कि संघीय गठबंधन के दल खुली सोच के साथ पीटीआई के साथ बैठे, लेकिन खान 14 मई तक विधानसभाओं (नेशनल, सिंध और बलूचिस्तान) को भंग करने के लिए कहते रहे, जबकि यह मांग संघीय गठबंधन को स्वीकार्य नहीं है. उन्होंने कहा कि सिंध और बलूचिस्तान के लोगों को इमरान खान की मूर्खता के लिए दंडित नहीं किया जा सकता है, जिन्होंने पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा विधानसभाओं को, वहां अपने ही लोगों के संरक्षण में चुनाव कराने के लिए भंग कर दिया.

Also Read: तोशाखाना मामले में इमरान खान को झटका, एनएबी के खिलाफ पूर्व पीएम और उनकी पत्नी की याचिका खारिज

राजनीति से प्रेरित है सुप्रीम कोर्ट का फैसला

उन्होंने कहा कि खान की पाकिस्तान तहरीक- ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी को उसी दिन चुनाव के अलावा चुनाव आचार संहिता पर भी सहमत होना होगा. यह पूछे जाने पर कि क्या बातचीत में कोई सफलता नहीं मिलने की स्थिति में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मद्देनजर पंजाब में मई में चुनाव होंगे? मंत्री ने कहा कि हम शीर्ष अदालत के इस फैसले के पीछे राजनीति स्पष्ट रूप से देखते हैं.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें