17.1 C
Ranchi
Thursday, February 13, 2025 | 01:18 am
17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

G-7 देशों ने रूस पर कसा शिकंजा, प्रतिबंध बढ़ाने का लिया संकल्प, चीन और उत्तर कोरिया पर भी लगाम लगाने की तैयारी

Advertisement

जी-7 के विदेश मंत्रियों की बैठक में यूक्रेन में युद्ध को लेकर रूस के खिलाफ प्रतिबंध बढ़ाने का संकल्प लिया है. बैठक में ताइवान को चीन की ओर से बढ़ती धमकियों और उत्तर कोरिया द्वारा लंबी दूरी की मिसाइलों के अनियंत्रित तरीके से परीक्षण करने पर सख्त रुख अपनाने का संकल्प लिया है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

G 7 Meeting: दुनिया के सात अमीर देशों के समूह जी 7 (G7) के विदेश मंत्रियों ने यूक्रेन में युद्ध को लेकर रूस के खिलाफ प्रतिबंध बढ़ाने का संकल्प लिया है. जी-7 के विदेश मंत्रियों ने मंगलवार को खत्म हुई बैठक के बाद एक विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि हम रूस के खिलाफ प्रतिबंधों को बढ़ाने और उन्हें पूरी तरह लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. उन्होंने कहा, युद्ध अपराधों और नागरिकों तथा अहम बुनियादी ढांचों पर रूस के हमलों जैसे अन्य अत्याचारों के लिए कोई दंड मुक्ति नहीं हो सकती. मंत्रियों ने यूक्रेन को हर संभव सहयोग देते रहने पर भी सहमति जतायी.

जी-7 के विदेश मंत्रियों की बैठक में चीन, ताइवान के साथ-साथ ग्लोबल साउथ देशों के साथ सहयोग जैसे अहम मुद्दों पर भी चर्चा की गयी. बैठक में सात अमीर देशों के शीर्ष राजनयिकों ने ताइवान को चीन की ओर से बढ़ती धमकियों तथा उत्तर कोरिया द्वारा लंबी दूरी की मिसाइलों के अनियंत्रित तरीके से परीक्षण करने पर सख्त रुख अपनाने का संकल्प लिया है. जापान में एकत्रित हुए राजनयिकों की चर्चा का सबसे बड़ा एजेंडा रूस-यूक्रेन युद्ध पर ही केंद्रित रहा. इस बैठक का उद्देश्य अगले महीने हिरोशिमा में होने वाली जी-7 देशों के नेताओं की बैठक का आधार तैयार करना था.

रूस के कदमों का सख्त विरोध जरूरी- जापान: बैठक में जापान के विदेश मंत्री योशिमासा हयाशी ने कहा कि यूक्रेन में चल रही लड़ाई पर दुनिया एक निर्णायक मोड़ पर खड़ी है और उसे जबरन यथास्थिति बदलने के रूस के प्रयासों का विरोध करना चाहिए. यहीं नहीं यूक्रेन के खिलाफ रूस के परमाणु हथियारों के इस्तेमाल की धमकियों का भी पुरजोर विरोध करना चाहिए.

Also Read: सूडान में सेना और अर्धसैनिकों के बीच जंग में 180 लोगों की मौत, 1800 से ज्यादा घायल, भारत ने जारी की चेतावनी

चीन भी बनता जा रहा चुनौती: जी 7 की बैठक में कहा गया कि यह बैठक ऐसे समय में हो रहा है जब यूक्रेन पर रूस के आक्रमण पर प्रतिक्रिया व्यक्त करने के साथ ही चीन से निपटने की कोशिश की जा रही हैं. इन दोनों मुद्दों को लेकर जी-7 के देशों का मानना है कि यह द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया के सामने सबसे बड़ी चुनौती है. इसी कड़ी में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन के साथ यात्रा पर आए एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन के प्रशासन की कोशिश इस वार्ता के जरिए यूक्रेन के लिए अधिक से अधिक समर्थन जुटाना है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें