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तीसरे विश्वयुद्ध की आहट! पोलैंड की सीमा में घुसे बेलारुस के लड़ाकू हेलीकॉप्टर, क्या भड़केगा महायुद्ध..?

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बेलारूस के दो हेलीकॉप्टर नाटो के सदस्य देश पोलैंड की सीमा के भीतर करीब 3 किलोमीटर तक घुस आए जिससे नाटो बनाम रूस की भिड़ंत का खतरा बढ़ गया. इधर, घटना के बाद पोलैंड ने ऐलान किया है कि वो बेलारूस सीमा पर अपने और सैनिकों को तैनात कर दिया है.

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क्या दुनिया में तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा मंडरा रहा है… क्या रूस यूक्रेन युद्ध अब ले लेगा तीसरे महायुद्ध का रूप… आखिर पोलैंड की सीमा में क्यों घुसे बेलारूस के लड़ाकू हेलीकॉप्टर… सवाल कई हैं लेकिन जवाब एक का भी नहीं. बीते डेढ़ साल से रूस और यूक्रेन के बीच खूनी जंग जारी है. रूस के रॉकेट व मिसाइल हमले, तोप के गोले और हवाई हमले से यूक्रेन में तबाही मची है. बसे बसाये शहर उजड़ कर आज वीरान हो गये हैं. हालांकि इस बीच यूक्रेन भी रूस पर पलटकर हमले करने लगा है. ड्रोन के जरिये रूस की सुरक्षा को धत्ता बताकर यूक्रेन की सेना ड्रोन के जरिये रूस पर हमला करने लगी है. इस बीच खबर है कि बेलारूस का एक सैनिक हेलीकॉप्टर पोलैंड की सीमा में दाखिल हो गया. कुछ समय के लिए दोनों पोलैंड की सेना अलर्ट मोड़ पर आ गई. इस हरकत से नाटो सेना बनाम रूस के बीच युद्ध छिड़ने का खतरा पैदा हो गया.

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नाटो बनाम रूस के बीच युद्ध छिड़ने का खतरा
आज यानी बुधवार सुबह बेलारूस के दो हेलीकॉप्टर नाटो के सदस्य देश पोलैंड की सीमा के भीतर करीब 3 किलोमीटर तक घुस आए जिससे नाटो बनाम रूस की भिड़ंत का खतरा बढ़ गया. इधर, घटना के बाद पोलैंड ने ऐलान किया है कि वो बेलारूस सीमा पर अपने और सैनिकों को तैनात कर दिया है. पोलैंड ने बेलारूस के इस कदम को अपने एयरस्पेस का उल्लंघन मानते हुए कड़ा विरोध जताया है. साथ ही डिप्लोमेटिक तरीके से भी इस मुद्दे को उठाया है. वहीं, इस घटना के बाद पोलैंड ने नाटो के सबसे ताकतवर सदस्य अमेरिका को भी इसकी सूचना दे दी. गौरतलब है कि पोलैंड नाटो का सदस्य देश और और नाटो कानून के मुताबिक कोई भी अन्य देश अगर नाटो सदस्य देश पर सैनिक कार्रवाई करता है तो इसे नाटों देशों पर हमला माना जाता है और सभी सदस्य देश मिलकर उसपर कार्रवाई करते हैं.

बेलारूस के पास है रूसी परमाणु हथियार
गौरतलब है कि रूस-यूक्रेन युद्ध में बेलारूस अपनी जमीन रूस को यूक्रेन के खिलाफ हमला करने के लिए दे रहा है. वहीं रूस भी यूक्रेन के साथ लड़ाई के बीच अपने परमाणु हथियार बेलारूस में तैनात कर रहा है. हालांकि रूस ने दावा किया है कि भले ही कुछ परमाणु हथियार बेलारूस में तैनात किया जाएगा, लेकिन इसपर रूस का पूर्ण रूप से नियंत्रण रहेगा. इसी कड़ी में रूस के राष्ट्रपति पुतिन ने बीते दिनों एक बयान दिया था कि अगर कोई भी हमला बेलारूस पर होता है तो इसे रूस पर हमला माना जाएगा. बेलारूस के तानाशाह लुकाशेंको ने ऐलान भी किया है कि रूस के कई परमाणु बम उसे मिल भी गए हैं.

पोलैंड ने कहा सुरक्षा को खतरा
रूस पोलैंड पर जिस तरह का परमाणु हथियार तैनात कर रहा है, उसे इस्कंडर मिसाइल या लड़ाकू विमान सुखोई 25 से भी छोड़ा जा सकता है. सबसे बड़ी बात की बेलारूस के शस्त्रागार में भी ये दोनों हथियार मौजूद हैं. ऐसे में पोलैंड की चिंता बढ़ना लाजिमी है. रूस की ओर से बेलारूस में परमाणु हथियार रखने के को लेकर पोलैंड ने गंभीर चिंता जाहिर की है. पोलैंड ने इसे अपनी सुरक्षा के लिए बड़ी खतरा बताया है.

क्या है नाटो
नाटो (NATO) यानी नॉर्थ अटलांटिक ट्रीटी ऑर्गेनाइजेशन दूसरे विश्वयुद्ध के बाद की बड़ी घटनाओं में से एक है. इसकी स्थापना मित्र देशों की ओर से 1949 की गई थी. यह एक तरह का सैन्य गठबंधन है. शुरुआत में इसके 12 सदस्य देश थे. मौजूदा समय में इसके 30 सदस्य देश हैं. इसके सदस्य देशों में मुख्य रूप से अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया जैसे देश शामिल हैं. बता दें, नाटो का मूल सिद्धांत ये है कि यदि किसी एक सदस्य देश पर हमला होता है तो बाकी देश उसकी मदद के लिए आगे आएंगे. नाटो के अनुच्छेद 5 में साफ कर दिया गया है कि यदि किसी सदस्य देश पर आक्रमण होता है तो सभी सदस्य देशों पर हमला माना जाएगा. ऐसी स्थिति में सभी सदस्य देश एकजुट होकर दुश्मन देश के खिलाफ सैन्य कार्रवाई को अंजाम देंगे.

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