28.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 03:49 pm
28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Corona vaccine : वैक्सीन देने के बाद एचआईवी का लक्षण दिखा, तो रोका गया क्लिनिकल ट्रायल

Advertisement

Corona vaccine : ऑस्ट्रेलिया में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए विकसित किए जा रहे एक टीके का क्लिनिकल ट्रायल आरंभिक चरण में ही बंद कर दिया गया है क्योंकि परीक्षण के प्राथमिक चरण में टीका लेने पर उनके शरीर में एचआईवी के लिए एंटी बॉडी का निर्माण हो रहा था.

Audio Book

ऑडियो सुनें

मेलबर्न : ऑस्ट्रेलिया में कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए विकसित किए जा रहे एक टीके का क्लिनिकल ट्रायल आरंभिक चरण में ही बंद कर दिया गया है क्योंकि परीक्षण के प्राथमिक चरण में टीका लेने पर उनके शरीर में एचआईवी के लिए एंटी बॉडी का निर्माण हो रहा था.

सीएसएल ने एक बयान में कहा कि वी451 कोविड-19 टीका के आरंभिक चरण के परीक्षण में भाग लेने वाले 216 प्रतिभागियों में कोई गंभीर प्रतिकूल असर देखने को नहीं मिला. क्वींसलैंड विश्वविद्यालय (यूक्यू) और बायोटेक कंपनी सीएसएल ने यह टीका तैयार किया है.

बहरहाल क्लिनिकल ट्रायल के दौरान पता चला कि कुछ मरीजों में एंटीबॉडी का निर्माण हुआ जो एचआईवी के प्रोटीन से मिलता जुलता था. ऑस्ट्रेलिया की सरकार से विचार-विमर्श करने के बाद क्वींसलैंड विश्वविद्यालय-सीएसएल ने टीका के क्लिनिकल ट्रायल के दूसरे और तीसरे चरण का काम रोक देने का फैसला किया.

ऑस्ट्रेलिया ने टीका की 5.1 करोड़ खुराक खरीदने के लिए चार टीका निर्माताओं से करार किया है. यह कंपनी भी उनमें से एक थी. टीका निर्माता ने कहा कि टीका से किसी प्रकार के संक्रमण का खतरा नहीं था और नियमित जांच के दौरान इसकी पुष्टि हो गई कि इसमें एचआईवी का वायरस मौजूद नहीं था.

ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने कहा कि क्लिनिकल ट्रायल रोका जाना दिखाता है कि ऑस्ट्रेलिया की सरकार और अनुसंधानकर्ता बहुत सावधानी के साथ काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा, ‘‘आज जो हुआ उससे सरकार को हैरानी नहीं हुई.

हम बिना किसी जल्दबाजी के संभल कर चलना चाहते हैं. सीएसएल ने कहा कि अगर राष्ट्रीय स्तर पर टीका का इस्तेमाल होता तो समुदाय के बीच एचआईवी संक्रमण के त्रुटिपूर्ण परिणाम के कारण ऑस्ट्रेलिया के लोकस्वास्थ्य पर इसका गंभीर असर पड़ता. जुलाई से ही इस टीका का क्लिनिकल ट्रायल किया जा रहा था.

टीका के विकास में लगे विश्वविद्यालय के पॉल यंग ने कहा कि टीका पर फिर से काम किया जा सकता था लेकिन टीम को इसमें और लंबा वक्त लग जाता. सीएसएल के मुख्य विज्ञान अधिकारी एंड्रयू नैश ने कहा कि टीका विकास के शुरुआती चरण में कई तरह के जोखिम जुड़े होते हैं और असफलता की भी आशंका रहती है.

Also Read: Kisan Andolan, Farmers Protest Live Updates: कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा- सरकार वार्ता के बाद कानूनों में सुधार के लिए तैयार

ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी में संक्रामक रोग के विशेषज्ञ और मेडिसिन के एसोसिएट प्रोफेसर संजय सेनानायके ने कहा कि यह खबर निराशाजनक है. लेकिन टीका के असफल होने को लेकर कोई हैरानी की बात नहीं है. उन्होंने कहा, आम तौर पर करीब 90 प्रतिशत टीके कभी बाजार तक नहीं पहुंच पाते.

Posted By : Rajneesh Anand

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें