19.1 C
Ranchi
Friday, February 14, 2025 | 08:23 pm
19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

सात दिनों बाद महात्मा गांधी के जन्म के 150 वर्ष पूरे हो जायेंगे : कक्षा में ईमानदारी की हुई जीत

Advertisement

150 साल बस सात दिनों बाद महात्मा गांधी के जन्म के 150 वर्ष पूरे हो जायेंगे. वही गांधी, जिनके बारे में मशहूर वैज्ञानिक अलबर्ट आइंस्टाइन ने कहा था कि “बहुत मुमकिन है कि आनेवाली पीढ़ियां शायद ही इस बात पर यकीन करें कि हाड़-मांस का एक ऐसा इंसान इस धरती पर मौजूद था.” आइए इस […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

150 साल बस सात दिनों बाद महात्मा गांधी के जन्म के 150 वर्ष पूरे हो जायेंगे. वही गांधी, जिनके बारे में मशहूर वैज्ञानिक अलबर्ट आइंस्टाइन ने कहा था कि “बहुत मुमकिन है कि आनेवाली पीढ़ियां शायद ही इस बात पर यकीन करें कि हाड़-मांस का एक ऐसा इंसान इस धरती पर मौजूद था.” आइए इस अवसर पर प्रभात खबर की खास प्रस्तुति-शृंखला के जरिये याद करें मोहन से महात्मा बने गांधी को.
कक्षा में ईमानदारी की हुई जीत
गांधी याद करते थे: “एक घटना है, जो हाइ स्कूल के मेरे पहले साल में इम्तिहान के दौरान घटित हुई थी और जो दर्ज करने लायक है. एजुकेशनल इंस्पेक्टर मिस्टर गाइल्स निरीक्षण के लिए स्कूल में आये थे. उन्होंने हिज्जे के अभ्यास के लिए हमें पांच शब्द दिये थे. इनमें से एक शब्द था- Kettle.
मैं इसका गलत हिज्जे लिख रहा था. अध्यापक ने धीरे से अपने जूते की नोक चुभाते हुए मेरी सहायता करने की कोशिश की, लेकिन मैं उसका अनुसरण नहीं कर सका. वह चाहते थे कि मैं पड़ोसी छात्र की स्लेट को देखकर उस हिज्जे को अपनी स्लेट पर उतार लेता, लेकिन यह बात मेरी सोच से परे थी, क्योंकि मैं सोचता था कि अध्यापक वहां इसलिए थे, ताकि हम लोग नकल न कर सकें.
नतीजा यह हुआ कि मेरे अलावा हर लड़के ने सारे शब्दों की सही हिज्जे लिखी थी. सिर्फ मैं ही बेवकूफ निकला था. बाद में उस अध्यापक ने मुझे मेरी उस बेवकूफी का अहसास दिलाने की कोशिश की, लेकिन उसका कोई फायदा नहीं हुआ. मैं ‘नकल करने की कला’ कभी नहीं सीख सका.”
(साभार: गांधी एक सचित्र जीवनी, लेखक: प्रमोद कपूर)

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें