लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी ने अपनी नयी किताब में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विनोदी अंदाज को याद करते हुए कहा कि सोनिया ने उनसे मजाक में कहा था कि उन्होंने राजीव से इसलिए शादी की क्योंकि वह खूबसूरत युवक थे.
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राजीव गांधी की खूबसूरती पर फिदा थीं सोनिया: खुर्शीद कसूरी
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लाहौर: पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री खुर्शीद कसूरी ने अपनी नयी किताब में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के विनोदी अंदाज को याद करते हुए कहा कि सोनिया ने उनसे मजाक में कहा था कि उन्होंने राजीव से इसलिए शादी की क्योंकि वह खूबसूरत युवक थे. कसूरी ने अपनी किताब नीदर अ हॉक नॉर अ डव […]
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कसूरी ने अपनी किताब नीदर अ हॉक नॉर अ डव में 2005 में सोनिया से हुई अपनी मुलाकात का जिक्र किया है. कसूरी ने 2005 में पाकिस्तान के तत्कालीन राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की भारत यात्रा की बात करते हुए इस मुलाकात का जिक्र किया है.कसूरी ने तब मुशर्रफ से मिलने आयीं कांग्रेस अध्यक्ष की आगवानी की थी. कसूरी ने कहा कि सोनिया जब बैठक के लिए आयीं तो कुछ गंभीर लग रही थीं.कसूरी लिखते हैं कि उन्होंने राष्ट्रपति के साथ बैठक से पहले सोनिया की प्रतीक्षा कक्ष में आगवानी की. सोनिया के साथ तत्कालीन विदेश मंत्री नटवर सिंह भी आए थे.
पूर्व विदेश मंत्री ने लिखा है, मुझे लगा कि मैं उनके चेहरे पर मुस्कान बिखेर सकता हूं और मैंने इस बात का जिक्र किया कि जब मैं कैंब्रिज में था और सोहेल इफ्तिखार (महात्मा गांधी एवं जवाहरलाल नेहरु के दोस्त और कांग्रेस के प्रसिद्ध नेता मियां इफ्तिखारउद्दीन के बेटे) के साथ टहल रहा था तब मैंने किंग्स परेड पर विपरीत दिशा से एक खूबसूरत युवक को आते देखा.
मैंने सोहेल से पूछा कि वह युवक कौन है तो उन्होंने मुझे बताया कि उसका नाम राजीव है और वह पंडित जवाहरलाल नेहरु का नाती है.कसूरी ने लिखा, जब सोनिया ने मेरे राजीव को खूबसूरत युवक बताने की बात सुनी तो उनके चेहरे पर मुस्कुराहट बिखर गयी और उन्होंने चुटकीले अंदाज में कहा, इसलिए तो मैंने उनसे शादी की. 2005 के दौरे का एक और रोचक किस्सा साझा करते हुए पूर्व विदेश मंत्री ने दिल्ली में भारत-पाकिस्तान के बीच आखिरी एकदिवसीय मैच का जिक्र किया.
उन्होंने लिखा है कि जब हम फिरोजशाह कोटला मैदान में पहुंचे, सोनिया गांधी और विदेश मंत्री नटवर सिंह वहां पहले से मौजूद थे. कसूरी ने लिखा, स्टेडियम में उत्सव जैसा माहौल था, पाकिस्तानियों की अच्छी खासी मौजूदगी में शाहिद अफरीदी का नाम जोर जोर से लिया जा रहा था. मुझे लगा कि अफरीदी के बल्ले से निकली गेंदें हमारी तरफ आ रही थीं. इसपर विदेश मंत्री सिंह ने मजाकिया अंदाज में कहा, आप अफरीदी को भी अपने साथ ही ले जाएं.
उन्होंने कहा कि जनरल स्टैंड में बैठे अफरीदी का नाम चिल्ला रहे पाकिस्तानी दर्शकों के विपरीत उनके स्टैंड में मौजूद दूसरे भारतीय और पाकिस्तानी दर्शक विनम्र थे और शांत होकर मैच देख रहे थे.कसूरी ने लिखा, मैच के रोमांचक दौर में पहुंचने के साथ राष्ट्रपति मुशर्रफ ने अपने बगल में बैठे प्रधानमंत्री (मनमोहन सिंह )के साथ अपनी बैठक के लिए स्टेडियम से रुककर निकलने की इच्छा जतायी.
राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री सिंह से कहा कि दोनों हैदराबाद हाउस में तय अपनी बैठक के बाद वापस स्टेडियम लौटेंगे. कसूरी ने लिखा, लेकिन थोडी ही देर बाद राष्ट्रपति मुशर्रफ और मुझे परचे मिले जिनमें बताया गया कि मैच उम्मीद से पहले ही खत्म हो गया और पाकिस्तान ने ना केवल आसानी से मैच जीत लिया बल्कि श्रृंखला भी अपने नाम कर ली.
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