19.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 10:43 pm
19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Hartalika Teej 2023 Video: हरतालिका तीज पर बन रहे कई शुभ योग, जानें शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और व्रत नियम

Advertisement

Hartalika Teej 2023 Video: हरतालिका व्रत को हरतालिका तीज या तीजा भी कहते हैं. इस विशेष दिन पर सुहागिन महिलाएं माता पार्वती व भगवान शिव की मिट्टी से बनी अस्थाई मूर्तियों की पूजा करती हैं. यहां जानिए शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और व्रत नियम

Audio Book

ऑडियो सुनें

Hartalika Teej 2023 Date: हरतालिका तीज का व्रत हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है. हरतालिका व्रत को हरतालिका तीज या तीजा भी कहते हैं. इस विशेष दिन पर सुहागिन महिलाएं माता पार्वती व भगवान शिव की मिट्टी से बनी अस्थाई मूर्तियों की पूजा करती हैं. मान्यता है कि इस पर्व का संबंध शिव जी और पार्वती जी से है. इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर पति की दिर्घायु का आशीर्वाद प्राप्त करती हैं. वहीं कुंवारी लड़कियां मनचाहे और योग्य पति को प्राप्त करने के लिए इस दिन व्रत रखकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना करती है. हरतालिका तीज व्रत रखने से वैवाहिक जीवन में सुख एवं समृद्धि की प्राप्ति होती है. आइए जानते है ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के संस्थापक वेद प्रकाश शास्त्री से कि इस व्रत से जुड़ी पूरी जानकारी.

- Advertisement -

हरितालिका तीज शुभ मुहूर्त

पंचाग के अनुसार भद्रपद मास की तृतीया तिथि 17 सितंबर 2023 को 11 बजकर 8 मिनट से शुरू होगी जो अगले दिन यानी 18 सितंबर को दोपहर 12 बजकर 39 मिनट पर समाप्त होगा. ऐसे में उदया तिथि के अनुसार से यह व्रत 18 सितंबर को ही रखा जाएगा. 18 सितंबर को सुबह 6 बजे से रात के 8 बजकर 24 मिनट तक का समय शिव और पार्वती की पूजा के लिए उपयुक्त है. लेकिन शाम को प्रदोष काल के समय पूजा करना बेहद शुभ माना जाता है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें