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बजरंगबली का श्री राम के प्रति निस्वार्थ प्रेम आज भी लोगों को करती है प्रेरित…

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हनुमान जयंती मार्च या अप्रैल में एक दिन के साथ मेल खाती है. इसके अलावा, मंगलवार का अर्थ है शुभता का दिन. दिलचस्प बात यह है कि हनुमान को चिरंजीवी भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है कि वह अमर हैं. वह आज भी किसी न किसी रूप में विद्यमान है.

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हनुमान जी को भगवान शिव का अवतार माना जाता है. अंजनी पुत्र हनुमान जी का जन्म मंगलवार को हिंदू महीने चैत्र के दौरान पूर्णिमा के दिन हुआ था. इसलिए, भक्त मंगलवार को श्री हनुमान की पूजा करते हैं. यदि आप ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार जाते हैं, तो हनुमान जयंती मार्च या अप्रैल में एक दिन के साथ मेल खाती है. इसके अलावा, मंगलवार का अर्थ है शुभता का दिन. दिलचस्प बात यह है कि हनुमान को चिरंजीवी भी कहा जाता है, जिसका अर्थ है कि वह अमर हैं. वह आज भी किसी न किसी रूप में विद्यमान है.

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भगवान राम में अटूट आस्था

बजरंगबली के रूप में भी जाने जाने वाले, हनुमान की अपने भगवान (राम) में अटूट आस्था आज भी लाखों लोगों को प्रेरित करती है. वह निःस्वार्थ सेवा और भक्ति के प्रतीक हैं. उसके जैसा कोई नहीं हो सकता. यहां एक छोटी सी कहानी है जो श्री राम के प्रति उनकी अटूट भक्ति को सिद्ध करती है.

हनुमान जी अपने का निस्वार्थ प्रेम

रावण के खिलाफ युद्ध के बाद, सीता अपने पति राम के साथ अयोध्या लौट आईं. उन्होंने अपनी ओर से युद्ध में योगदान देने वाले सभी लोगों को धन्यवाद का प्रतीक देकर सम्मानित किया. माता सीता ने हनुमान को उनके द्वारा पहने गए मोतियों का हार, उनके प्रयासों की सराहना के रूप में दिया. हनुमान ने इसे सम्मानपूर्वक स्वीकार किया लेकिन जल्द ही इसे तोड़ दिया. जिसने भी हनुमान की इस हरकत को देखा वह हैरान था कि उसने सीता द्वारा दिए गए उपहार को क्यों बर्बाद किया, लेकिन उनके इस जवाब ने लोगों को अवाक कर दिया. उन्होंने कहा कि कितनी भी कीमती चीजें क्यों न हों, अगर उनके पास श्री राम नहीं हैं तो वे उनके लिए व्यर्थ हैं. बाद में, यह साबित करने के लिए कि उसका क्या मतलब था, उसने अपने भगवान की एक छवि दिखाने के लिए अपने हाथों से अपनी छाती को अलग कर लिया.

मंगलवार को हनुमान की सच्चे मन से पूजा

सप्ताह के किसी भी दिन हनुमान जी की पूजा की जा सकती है, लेकिन मंगलवार का दिन अधिक शुभ माना जाता है. इसलिए, लोग मंगलवार को हनुमान की सच्चे मन से पूजा की जाती है. इनकी उपासना से व्यक्ति सफलता, शांति, सुख, शक्ति और साहस प्राप्त कर सकता है.

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