20.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

विश्व भारती के वीसी ने मुख्यमंत्री ममता की साहित्य साधना पर किया व्यंग्यात्मक कटाक्ष ,भेजा पत्र

Advertisement

गत 17 सितंबर को विश्व कवि रवींद्रनाथ टैगोर के शांतिनिकेतन को यूनेस्को द्वारा ‘विश्व धरोहर’ की उपाधि दी गयी है. विश्व भारती अधिकारियों ने इस संबंध में सफेद पत्थर की तीन पट्टिकाएं स्थापित की हैं.तृणमूल ने ममता बनर्जी के आदेश पर विश्व भारती के खिलाफ 12 दिनों से धरना प्रदर्शन जारी है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

बोलपुर, मुकेश तिवारी : विश्व भारती के कुलपति डॉक्टर विद्युत चक्रवर्ती ने एक बार फिर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (
Chief Minister Mamata Banerjee)
को पत्र लिख कर मुख्यमंत्री ममता की साहित्य साधना पर व्यंग्यात्मक कटाक्ष किया है. इस पत्र के बाद एक बार फिर माहौल गरमा गया है. मंगलवार को इस पत्र को विश्व भारती की जनसंपर्क अधिकारी महुआ बनर्जी ने मीडिया को जारी किया है. विश्व भारती के कुलपति विद्युत चक्रवर्ती ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पांच पेज का व्यंग्यात्मक पत्र लिखा है.चरित्र पूजा, कार्यकर्ता रवींद्रनाथ, शांतिनिकेतन स्मृति- रवींद्रनाथ टैगोर द्वारा लिखित कई पुस्तकों के उदाहरण पेश कर मुख्यमंत्री पर विभिन्न तरीकों से कुलपति ने कटाक्ष किया है.

- Advertisement -


पट्टिका पर रवींद्रनाथ टैगोर का नाम उल्लेख नहीं

दूसरी ओर, यूनेस्को द्वारा शांति निकेतन को विश्व धरोहर घोषित करने के बाद लगायी गयी पट्टिका में रवींद्रनाथ का नाम उल्लेख नहीं किये जाने के प्रतिवाद में 12 दिन भी विरोध में तृणमूल का आंदोलन जारी है. गत 17 सितंबर को विश्व कवि रवींद्रनाथ टैगोर के शांतिनिकेतन को यूनेस्को द्वारा ‘विश्व धरोहर’ की उपाधि दी गयी है. विश्व भारती अधिकारियों ने इस संबंध में सफेद पत्थर की तीन पट्टिकाएं स्थापित की हैं. विश्व भारती के आचार्य प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विश्व भारती के कुलपति विद्युत चक्रवर्ती का नाम पट्टिका में उल्लेख किया गया है. लेकिन रवींद्रनाथ टैगोर का नाम उल्लेख नहीं किया गया है.

Also Read: West Bengal : तीन ट्रेनों का पानागढ़ में ठहराव, अप सियालदह-बलिया एक्सप्रेस को सांसद ने दिखायी हरी झंडी
तृणमूल का विश्व भारती के खिलाफ 12 दिनों से धरना प्रदर्शन जारी

इसके विरोध में तृणमूल ने ममता बनर्जी के आदेश पर विश्व भारती के खिलाफ 12 दिनों से धरना प्रदर्शन जारी है.इस बीच विश्व भारती के कुलपति विद्युत चक्रवर्ती का कार्यकाल आगामी चार नवंबर को ही समाप्त हो रहा है. इससे पहले मंगलवार को उन्होंने मुख्यमंत्री को पांच पन्नों का पत्र भेजा है. पूरे पत्र में सीएम पर कटाक्ष किया गया है. इस बीच रवींद्रनाथ की पुस्तकों के उद्धरण पेश किये गये हैं. उद्धरण के अलावा कुलपति ने पत्र में सीधे लिखा है कि “मुझे नहीं पता कि किसी में आप (सीएम) जैसा गुण है या नहीं? यह समझना आसान है कि आपका साहित्य इतनी आसानी से क्यों पहचाना जाता है.”

Also Read: पानागढ़ बाजार से गायों की तस्करी जारी, पुलिस खामोश, भाजपा नेता ने प्रशासन पर लगाया मिली भगत का आरोप
आखिरकार विश्व भारती बदल रहा है

कुलपति ने पत्र में यह भी लिखा, ‘आखिरकार विश्व भारती बदल रहा है, इसलिए जिन लोगों को इससे नुकसान होगा, वे डरे हुए हैं.’ विश्व भारती के कुलपति द्वारा सीएम को लिखे पत्र में किये गये कटाक्ष को लेकर तृणमूल के बोलपुर सांसद असित माल ने इस घटना की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा, ‘विद्युत चक्रवर्ती आखिरी दिन तक हर संभव तरीके से विश्व भारती को कलंकित कर रहे हैं . वह अच्छे वाइस चांसलर नही हैं.’ जिस तरह से वह विश्व भारती के सम्मान को गिरा रहे हैं और इस पत्र को लेकर मैं कड़ी निंदा करता हूं.’

Also Read: Photos : अग्निमित्रा पाॅल के नेतृत्व में आसनसोल में ‘मेरी माटी मेरा देश’ कार्यक्रम के दौरान बवाल

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें