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Vikram Vedha Review: मसाला फिल्म ‘विक्रम वेधा’ में छा गए ऋतिक रोशन, सैफ ने भी जीता दिल

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विक्रम वेधा मूवी रिव्यू: पौराणिक कहानी विक्रम बेताल पर विक्रम वेधा का कांसेप्ट है. फ़िल्म की कहानी उत्तर प्रदेश के लखनऊ पर बेस्ड है. शहर में बढते अपराधों को कम करने के लिए एनकाउंटर स्पेशलिस्ट विक्रम (सैफअली खान) की पोस्टिंग होती है. विक्रम को खूंखार गैंगस्टर वेधा (ऋतिक रोशन) की तलाश है.

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फ़िल्म-विक्रम वेधा

निर्देशक-गायत्री और पुष्कर

कलाकार- ऋतिक रोशन, सैफ अली खान,राधिका आप्टे, शारिब हाशमी, रोहित सराफ,योगिता बिहानी और सत्यदीप मिश्रा

रेटिंग-तीन

प्लेटफार्म-सिनेमाघर

पिछले कुछ समय से यह चर्चाएं लगातार हो रही हैं कि हिंदी फिल्मों से हीरोइज्म गायब है,इसलिए हिंदी फिल्में थिएटर्स में दर्शकों के लिए तरस रही है. उन सभी चर्चाओं का जवाब आज रिलीज हुई ऋतिक रोशन और सैफ अली खान की फ़िल्म विक्रम वेधा है. यह फ़िल्म हिंदी सिनेमा के उसी हीरोइज्म का जश्न मानती है,जिसमें हीरो की एंट्री को कई स्लो मोशन में अलग -अलग एंगल्स के साथ दिखाया जाता है, हीरो अपने एक पंच से अपने दुश्मनों को धूल की तरह उड़ा दे और दर्शकों की तालियां और सीटियां रुकने ना पाए.विक्रम वेधा इसी जॉनर की फ़िल्म है.

खास बात यह है कि हीरोइज्म का जश्न मनाती साउथ रीमेक वाली इस फ़िल्म में कहानी भी एक अहम स्टार है और फ़िल्म से जुड़े तकनीकी पक्ष भी.सही मायनों में विक्रम वेधा मल्टीस्टारर मास एंटरटेनर फिल्म है और अपने विजुअल ट्रीट की वजह से यह साउथ फिल्म की स्टाइलिश रीमेक भी कही जा सकती है.

विक्रम बेताल से प्रभावित है कहानी

पौराणिक कहानी विक्रम बेताल पर विक्रम वेधा का कांसेप्ट है. फिल्म की कहानी उत्तर प्रदेश के लखनऊ पर बेस्ड है. शहर में बढते अपराधों को कम करने के लिए एनकाउंटर स्पेशलिस्ट विक्रम (सैफ अली खान) की पोस्टिंग होती है. विक्रम को खूंखार गैंगस्टर वेधा (ऋतिक रोशन) की तलाश है. विक्रम के साथ पूरी पुलिस फ़ोर्स उसे ढूंढ रही है,लेकिन वेधा खुद को सरेंडर कर देता है और उसके बाद शुरू हो जाता है वेधा की कहानियों का सिलसिला और विक्रम के उन कहानियों में छिपे सवालों के जवाब ढूंढने की ओर कहानी मुड़ जाती है. यह कहानियां ना सिर्फ विक्रम वेधा से जुड़ी हुई हैं बल्कि बहुत सारे ट्विस्ट एंड टर्न भी लिए हुए है. क्या विक्रम जिस वेधा को खलनायक समझ रहा है.वही खलनायक है या कहानी कुछ और है.इसके लिए आपको फ़िल्म देखनी होगी.

विक्रम वेधा साउथ की रीमेक है.ऐसे में कहानी को वैसे रखते हुए भी हिंदी भाषी दर्शकों के मद्देनजर इसमें बहुत कुछ जोड़ा गया है. कहानी का सेटअप उत्तर प्रदेश किया गया है और किरदारों की भाषा में देशीपन जोड़ा गया हैं लेकिन ओरिजिनल फ़िल्म से इसका ट्रीटमेंट काफी स्टाइलिश है.खास बात है कि ओरिजिनल फ़िल्म की ज़्यादातर टीम इस फ़िल्म का भी हिस्सा है.

छा गए हैं ऋतिक रोशन

अभिनय की बात करें तो ऋतिक रोशन छा गए हैं.जब उन्होंने इस फ़िल्म को साइन किया था. उसी वक़्त से यह चर्चा शुरू हो गयी थी कि क्या वे साउथ के स्टार विजय सेतुपति द्वारा निभाए गए कालजयी किरदार वेधा में अपनी छाप छोड़ पाएंगे. ऋतिक रोशन ने साबित कर दिया कि वे अपने अभिनय, स्वैग,स्टाइल से इस किरदार में अलग रंग भर सकते हैं. उन्होंने शानदार अभिनय किया ह.किरदार से जुड़े हर शेड्स को उन्होंने बखूबी जिया है, सिर्फ थोड़ी संवाद अदायगी में कसर रह गयी है.सैफ अली खान भी परदे पर अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे हैं.वे पर्दे पर ऋतिक को कॉम्पलिमेंट करते हैं.यह कहना गलत ना होगा.शारिब हाशमी फ़िल्म में अलग अंदाज में नज़र आए हैं. राधिका आप्टे,सत्यदीप मिश्रा, रोहित सराफ और योगिता बिहानी सहित बाकी के कलाकारों ने अपनी भूमिका के साथ न्याय किया है.

यहां मैदान मार लिया

तकनीकी रूप से यह एक यादगार फ़िल्म हैं.फ़िल्म का कैमरावर्क कमाल का है.यह फ़िल्म में एक अहम किरदार की तरह है. जिसकी जमकर तारीफ होनी चाहिए.पुराने गानों पर स्लो मोशन वाला एक्शन सीन फ़िल्म को एक नया फील देता है. उस अनुभव को बेहद खास कहा जा सकता है. फ़िल्म का थीम म्यूजिक थिएटर से बाहर निकलने के बाद भी याद रह जाता है. एक्शन दृश्य भी अच्छे बन पड़े हैं.

यहां खायी है मात

फ़िल्म की खामियों की बात करें तो सबसे पहली खामी ये है कि अगर आपने ओरिजिनल देखी है तो फ़िल्म आपके लिए ज़्यादा कुछ आफर नहीं करती है, आपको फ़िल्म से जुड़े सारे ट्विस्ट एंड टर्न पहले से पता होंगे,क्योंकि यह फ़िल्म पूरी तरह से साउथ की कॉपी है.बशर्ते आप रितिक रोशन के फैन ना हो.दूसरे कमज़ोर पहलुओं में फ़िल्म थोड़ी लंबी बन गयी है.फ़िल्म को 20 से 25 मिनट तक कम किया जा सकता था.शुरुआत में सैफ और अब्बास के बीच की बॉन्डिंग में ज़्यादा समय ले लिया गया है. ऋतिक की एंट्री के बाद ही कहानी रफ्तार पकड़ती है. फ़िल्म के स्क्रीनप्ले में कुछ सवाल के जवाब अधूरे से लगते हैं.बबलू असल दोषी है,यह बात वेधा को मालूम नहीं थी, अगर नहीं तो वह कहानी कैसे बता सकता था.फ़िल्म में अभिनेत्री राधिका आप्टे के किरदार को करने को कुछ नहीं था.इस रिमेक फ़िल्म में अभिनेत्री के किरदार को सशक्त तरीके से गढ़ा जा सकता था. फ़िल्म का गीत संगीत औसत है.

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चलते चलते

अगर आपने ओरिजिनल विक्रम वेधा नहीं देखी है,तो यह ट्विस्ट एंड टर्न से भरी फ़िल्म आपके लिए एक ट्रीट की तरह होगी.अगर आपने ओरिजिनल देखी है तो भी यह फ़िल्म आपका मनोरंजन करने में कामयाब है.

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