13.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 07:14 am
13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

प्रभु जगन्नाथ के रथ भंगिनी की परंपरा आज भी निभायी जायेगी, रथ यात्रा के 5वें दिन हेरा पंचमी पर होता है आयोजन

Advertisement

Rath yatra 2021, Jharkhand News (सरायकेला) : कोविड-19 को लेकर भले ही इस साल प्रभु जगन्नाथ का रथ नहीं चला हो, लेकिन सदियों से चली आ रही परंपरा के अनुसार मां लक्ष्मी द्वारा प्रभु जगन्नाथ के रथ भंगिनी की परंपरा को इस वर्ष भी निभाया जायेगा. रथ यात्रा के पांचवें दिन हेरा पंचमी के मौके पर सरायकेला-खरसावां में रथ भंगिनी अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है. इस अनुष्ठान में प्रभु जगन्नाथ नहीं, बल्कि मां लक्ष्मी के भक्तों की विशेष भूमिका रहती है. इसमें अधिकांश महिलाएं होती है. इस वर्ष शुक्रवार (16 जुलाई, 2021) को हेरा पंचमी है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Rath yatra 2021, Jharkhand News (शचिंद्र कुमार दाश, सरायकेला) : कोविड-19 को लेकर भले ही इस साल प्रभु जगन्नाथ का रथ नहीं चला हो, लेकिन सदियों से चली आ रही परंपरा के अनुसार मां लक्ष्मी द्वारा प्रभु जगन्नाथ के रथ भंगिनी की परंपरा को इस वर्ष भी निभाया जायेगा. रथ यात्रा के पांचवें दिन हेरा पंचमी के मौके पर सरायकेला-खरसावां में रथ भंगिनी अनुष्ठान का आयोजन किया जाता है. इस अनुष्ठान में प्रभु जगन्नाथ नहीं, बल्कि मां लक्ष्मी के भक्तों की विशेष भूमिका रहती है. इसमें अधिकांश महिलाएं होती है. इस वर्ष शुक्रवार (16 जुलाई, 2021) को हेरा पंचमी है.

शुक्रवार की रात सोशल डिस्टैंसिंग का अनुपालन करते हुए मां लक्ष्मी के चंद भक्त जगन्नाथ मंदिर के निकटवर्ती लक्ष्मी मंदिर से पूजा- अर्चना कर मां लक्ष्मी के कांस्य प्रतिमा को एक पालकी पर लेकर गुंडिचा मंदिर पहुंचेंगे. यहां मंदिर के चौखट पर दस्तक देने के बाद सभी रस्मों को निभाया जायेगा.

इसके बाद श्रद्धालु मां लक्ष्मी की प्रतिमा को पालकी पर लेकर प्रभु जगन्नाथ के रथ नंदीघोष के पास पहुंचेंगे तथा रथ के एक के हिस्से की कुछ लकड़ियों को तोड़ कर वापस अपने मंदिर में पहुंचेंगे. अमुमन देखा जाता है कि रथ भंगिनी की इस परंपरा में काफी संख्या में श्रद्धालु शामिल होते है. लेकिन, इस वर्ष कोविड-19 को लेकर जारी गाइडलाइन के कारण इस अनुष्ठान में मंदिर के चंद सेवायत ही मौजूद रहेंगे. सरायकेला, खरसावां व हरिभंजा के जगन्नाथ मंदिर में सादगी के साथ सभी रस्मों को निभाया जायेगा.

Also Read: Jagannath Rath Yatra 2021 : झारखंड में रथ यात्रा पर कोरोना का साया, सादगी से हुई भगवान जगन्नाथ की पूजा
क्या है धार्मिक मान्यता

धार्मिक मान्यता है कि भाई-बहन के साथ गुंडिचा मंदिर गये प्रभु जगन्नाथ के 5 दिन बाद भी श्रीमंदिर वापस नहीं लौटने पर मां लक्ष्मी नाराज हो जाती है. रथ यात्रा के पांचवें दिन मां लक्ष्मी स्वयं सखियों संग गुंडिचा मंदिर जाकर प्रभु जगन्नाथ से वापस श्रीमंदिर लौटने का आग्रह करती है. जब प्रभु जगन्नाथ तत्काल गुंडिचा मंदिर से श्रीमंदिर वापस नहीं लौटते हैं, तो नाराज मां लक्ष्मी प्रभु जगन्नाथ को कोसते हुए प्रभु जगन्नाथ के रथ नंदिषोघ को तोड़ देती है.

कोविड-19 को लेकर सरकार की ओर से जारी निर्देशों का अनुपालन करते हुए शुक्रवार को देर शाम इस धार्मिक परंपरा को खरसावां व हरिभंजा में निभाया जायेगा. इस धार्मिक अनुष्ठान को भी काफी महत्वपूर्ण माना जाता है.

Posted By : Samir Ranjan.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें