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सरायकेला: सिर्फ चार शिक्षकों के भरोसे चल रहा है गालुडीह हाई स्कूल, बच्चों का भविष्य अधर में

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गालुडीह स्थित राजकीयकृत उच्च विद्यालय इन दिनों शिक्षकों की कमी से जुझ रही है. स्कूल में प्राचार्य समेत शिक्षकों के 11 पद स्वीकृत है. इसमें भी प्रचार्या समेत शिक्षकों के सात पद रिक्त पड़े हुए है.

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शचिंद्र कुमार दाश, सरायकेला : सरायकेला- खरसावां जिला के कुचाई प्रखंड के गालुडीह स्थित राजकीयकृत उच्च विद्यालय इन दिनों शिक्षकों की कमी से जुझ रही है. स्कूल में प्राचार्य समेत शिक्षकों के 11 पद स्वीकृत है. इसमें भी प्रचार्या समेत शिक्षकों के सात पद रिक्त पड़े हुए है. सिर्फ चार शिक्षकों की ही पदस्थापना है. स्कूल में हिंदी, इतिहास-नागरिक शास्त्र, जीव विज्ञान-रसायन विज्ञान तथा भूगोल विषय के लिये एक-एक शिक्षक पदस्थापित हैं. जबकि अंग्रेजी, संस्कृत व गणित-भौतिक विज्ञान के लिये शिक्षक नहीं है. ऐसे में स्कूल में इन विषयों का पठन-पाठन में परेशानी होती है. दूसरे विषयों के शिक्षकों को अंग्रेजी व गणित-भौतिक विज्ञान विषय की पढ़ानी पड़ती है. आदिवासी बहुल क्षेत्र होने के कारण हो भाषा के शिक्षक के पदस्थापना की मांग लंबे समय से हो रही है. अब तक पदस्थापना नहीं हो सकी है. स्कूल में आदेशपाल के पद भी कई वर्ष से रिक्त पङे है.

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स्कूल का शौचालय जर्जर, छात्राओं को होती है परेशानी

स्कूल परिसर स्थित शौचालय पूरी तरह से जर्जर हो गयी है. शौचालय के अंदर झाडियां उग आयी है. शौच करने के लिए छात्र-छात्राओं से लेकर शिक्षक तक को ऐसे में छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी होती है. खास कर शिक्षिका व छात्राओं को दिक्कत का सामना करना पड़ता है. पिछले दिनों स्कूल के निरीक्षण में पहुंचे डीइओ भी स्कूल की समस्याओं से अवगत हो चुके है.

खंडहर बनते जा रहा है छात्रावास भवन, चारों ओर उग आयी हैं झाडियां

वर्ष 2003-04 में गालुडीह हाई स्कूल के लिये लाखों रुपये खर्च कर 50 बेड़ वाले आदिवासी छात्रावास का निर्माण कराया गया था. करीब तीन-चार साल तक यहां रह कर विद्यार्थी पढाई भी कर रहे थे. बाद में स्कूल में छात्रों की संख्या घटना के साथ साथ छात्रावास में रह कर पढने वाले छात्रों की संख्या भी घटने लगी. 2007-08 से यहां कोई नहीं रहता है. अब तो छात्रावास के चारों ओर झाडियां उग आयी है. अधिकांश खिडकी व दरबाजे टूट चुके है. अब यह छात्रावास खंडहर बनते जा रहा है.

स्कूल में पढ़ाई करते है 143 विद्यार्थी

1972 में स्थापित इस स्कूल में फिलहाल 143 छात्र-छात्रायें पढ़ाई करती है. कक्षा नौ में 95 व दस में 48 बच्चे पढ़ाई करते है. स्कूल के शिक्षकों का भी मानना है कि विषयवार शिक्षकों की संख्या बढ़ने पर स्कूल के छात्र-छात्राओं की संख्या भी बढ़ेगी. स्कूल के शिक्षकों की कमी के बावजूद भी मैट्रिक का परीक्षा परिणाम ठीक ठाक रहा है. वर्ष 2023 में सभी 32, 2022 में 32 में से 30 व 2021 में 35 में से 34 परीक्षार्थी सफल रहे है.

कुजूर फाउंडेशन ने डीसी को समस्याओं से अवगत कराया

सामाजिक संस्था कुजूर फाउंडेश ने राजकीयकृत उच्च विद्यालय गालुडीह की समस्याओं से जिला के उपायुक्त को अवगत कराया है. कुजूर फाउंडेशन के अध्यक्ष विनोद बिहारी कुजूर ने उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंप कर स्कूल में विषयवार शिक्षकों की पदस्थापना करने, खराब शौचालय की मरम्मति कराने समेत सभी समस्याओं का समाधान कराने की मांग की है.

क्या कहती है स्कूल की प्रभारी प्राचार्य

राजकीयकृत उच्च विद्यालय, गालुडीह की प्रभारी प्राचार्य कुंज निराली पुरती के अनुसार स्कूल में शिक्षकों की रिक्तियों के संबंध में वरीय अधिकारियों को कई बार रिपोट किया गया है. शिक्षकों की कमी के कारण स्कूल संचालित करने व सुचारु रुप से पठन पाठन करने में परेशानी होती है. विषयवार शिक्षकों की पदस्थापना हो तो बेहतर ढंग से स्कूल का संचालन हो सकेगा.

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