21.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 11:43 am
21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

चतरा के सुदूर गांव से निकल रोशन ने MNC में बनायी जगह, उच्च शिक्षा हासिल करने वाले गांव के पहले युवा

Advertisement

अंबाटांड़ चतरा के रोशन कुमार जल्द ही मल्टीनेशनल कंपनी (एमएनसी) कॉग्निटस से बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर जुड़ेंगे. रोशन यह उपलब्धि हासिल करनेवाले अपने गांव के पहले युवा हैं. इसके लिए उन्होंने लगातार परिश्रम किया. आइआइटी संस्थान में अपनी जगह नहीं बना पाये, लेकिन सपनों का पीछा करना नहीं छोड़ा.

Audio Book

ऑडियो सुनें

रांची, अभिषेक रॉय. अंबाटांड़ चतरा के रोशन कुमार जल्द ही मल्टीनेशनल कंपनी (एमएनसी) कॉग्निटस से बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर जुड़ेंगे. रोशन यह उपलब्धि हासिल करनेवाले अपने गांव के पहले युवा हैं. इसके लिए उन्होंने लगातार परिश्रम किया. आइआइटी संस्थान में अपनी जगह नहीं बना पाये, लेकिन सपनों का पीछा करना नहीं छोड़ा. खुद के स्किल और नॉलेज डेवलपमेंट पर काम किया. एमआइए डिजिटल यूनिवर्सिटी स्पेन से मान्यता प्राप्त संस्था न्यूटन स्कूल से जुड़े और मास्टर डिग्री पूरी की. कैंपस प्लेसमेंट में शामिल हुए. चार अप्रैल को कैंपस प्लेसमेंट के अंतिम चरण का परिणाम जारी हुआ. रोशन को छह माह की ट्रेनिंग पीरियड में लगभग सात लाख रुपये का वार्षिक पैकेज मिलेगा. किसान परिवार से आनेवाले रोशन की इस सफलता से न सिर्फ उनका परिवार, बल्कि पूरा गांव उत्सुक है.

- Advertisement -

जंगल के बीचों-बीच में है रोशन का गांव

रोशन का गांव अंबाटांड़ इलाके में जंगल के बीचों-बीच है, जहां बमुश्किल 18 से 20 परिवार रहते हैं. 2003 में पहली बार गांव में प्राइमरी स्कूल खुला. रोशन इस सरकारी स्कूल की पहली कक्षा के एकमात्र छात्र थे. इससे शिक्षक ने भी उन्हें बेहतर शिक्षा दी. बड़े शहर की चकाचौंध से रूबरू कराया. हाइस्कूल के लिए रोशन को पांच किमी दूर पैदल जाना पड़ता था. बारिश के दिनों में नदी उफान होने से सड़क बाधित होती थी, जिससे स्कूल नहीं जा पाते थे. रोशन ने बताया कि हाइस्कूल में एक शिक्षक ने अच्छी पढ़ाई के लिए जवाहर नवोदय विद्यालय (जेएनवी) की जानकारी दी. बिना परिवार को बताये रोशन ने जेएनवी के लिए आवेदन कर दिया और प्रवेश परीक्षा की तैयारी जुट गये. अंतत: उन्होंने परीक्षा में सफल होकर जेएनवी चतरा में अपनी जगह बनायी.

साइंस विषय की रुचि को जिद में बदला

रोशन ने बताया कि जेएनवी की पहली परीक्षा में साइंस और मैथ्स में अच्छे अंक मिले. इसके बाद साइंस को जानने की जिद बढ़ गयी. 10वीं से जेइइ एडवांस को लक्ष्य बनाया. इससे जेइइ मेन से सफल होकर बीआइटी सिंदरी के इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग में जगह बना सके. 2021 में प्लेसमेंट के क्रम में टीसीएस की नौकरी छोड़ गेट परीक्षा के जरिये आइआइटी में दाखिले का लक्ष्य बनाया, लेकिन कुछ अंकों कम रहने के कारण चयन नहीं हो सका.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें