16.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 11:20 pm
16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

ओडिशा में चंडीखोले के समीप 13वीं सदी के मंदिर के अवशेष मिले

Advertisement

इस जगह का अध्ययन करने वाली इनटैक टीम के सदस्य दीपक कुमार नायक ने कहा कि ‘मूर्ति विज्ञान’ पर विचार करने पर ऐसा लगता है कि यह मंदिर 13वीं या 14वीं सदी में बना होगा, जब पूर्वी गंगा वंश का इस क्षेत्र पर शासन था. इसका (अवशेषों का) सबसे पहले स्थानीय धरोहर प्रेमी नरपति निहार सियाला ने पता लगाया.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Odisha News Today: ओडिशा में जाजपुर जिले (Jajpur District) के एक गांव में 13वीं सदी के एक मंदिर का आधार एवं अन्य पुरातात्विक अवशेष मिले हैं. इनटैक (INTACH) ने सोमवार को राजधानी भुवनेश्वर (Bhubaneswar News Today) में यह जानकारी दी. उसने बताया कि जिले में बदचना प्रखंड के पुरुषोत्तमपुर सासना गांव में धनमंडल स्टेशन की रेलवे साइडिंग से महज कुछ दूर एक छोटी पहाड़ी के निचले हिस्से में चार एकड़ क्षेत्र में मंदिर के अवशेष बिखरे मिले हैं.

- Advertisement -

इस जगह का अध्ययन करने वाली इनटैक टीम के सदस्य दीपक कुमार नायक ने कहा कि ‘मूर्ति विज्ञान’ पर विचार करने पर ऐसा लगता है कि यह मंदिर 13वीं या 14वीं सदी में बना होगा, जब पूर्वी गंगा वंश का इस क्षेत्र पर शासन था. इसका (अवशेषों का) सबसे पहले स्थानीय धरोहर प्रेमी नरपति निहार सियाला ने पता लगाया.

Also Read: Odisha News: झारबांध में सीएम पटनायक का बड़ा एलान, कहा- ‘पदमपुर को जिले का दर्जा एक साल के भीतर मिलेगा’

नायक ने कहा, ‘अवशेष से एक विशाल मंदिर परिसर का भान होता है, जो ढह गया. लेकिन उसका आधार अब भी नजर आ रहा है. बड़ी-बड़ी शिलाएं, नक्काशीदार शिलास्तंभ, कुछ संगतराशी मूर्तियां वहां इधर-उधर बिखरी मिली हैं.’

Also Read: Odisha News: राउरकेला आरपीएफ को मिली बड़ी कामयाबी, स्टेशन से 36.36 किलो गांजा किया बरामद, एक गिरफ्तार

भारतीय कला और सांस्कृतिक विरासत राष्ट्रीय न्यास (इनटैक) के तीन सदस्यीय दल ने इस स्थान का अध्ययन किया, जिसमें अनिल धीर, विश्वजीत मोहंती और नायक शामिल थे. जाजपुर प्राचीन काल में गुहेश्वरपताकार के नाम से जाना जाता था. इस क्षेत्र में अलग-अलग काल खंडों में भौमकारों, सोमवामशीष, गंगा, सूर्यमवामशीष वंशों ने शासन किया और उनके शासनकाल में कला एवं वास्तुकला चरम पर थी. कई सुंदर मंदिर बनाये गये थे.

Also Read: Odisha Crime News: मां-भाभी पर चाकू से जानलेवा हमला करने के बाद काट ली अपनी गर्दन, तीनों की हालत गंभीर

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें