16.1 C
Ranchi
Thursday, February 6, 2025 | 11:18 pm
16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

रमजान में बरेलवी मौलानाओं की दुनिया में मांग, सऊदी हुकूमत के फैसले से उलमा खफा, 30 मिनट छोटा होगा रोजा…

Advertisement

माह-ए-रमजान में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार रोजा छोटा होगा. यह कमी साल दर साल हो रही है. इस बार रोजा एक 30 से 40 मिनट तक छोटा रहेगा. इस बार मुकद्दस रमजान का सबसे लंबा रोजा 14 घंटे 20 मिनट का होगा, जबकि वर्ष पिछले वर्ष 14 घंटे 52 मिनट का रोजा था. रोजेदारों को माह-ए-रमजान का बेसब्री से इंतजार है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Bareilly: मुसलमानों के पवित्र माह (पाक महीने) रमजान का आगाज 23 या 24 मार्च से हो रहा है. रमजान को लेकर बाजार में रौनक बढ़ी है, तो वहीं मस्जिदों का रंग रोगन और सफाई की जा रही है. इनमें रमजान का चांद देखने के बाद उसी दिन से विशेष नमाज (तरावीह) शुरू की जाएगी. तरावीह की नमाज के लिए देश और दुनिया की मस्जिदों में बरेलवी मौलाना (इमाम) की मांग अधिक है.

- Advertisement -

बरेली के इस्लामिक यूनिवर्सिटी जमीयतुर्रजा, समेत सभी मदरसों से मौलाना (हाफिज) जा रहे हैं. इनको ईद पर अच्छा नजराना दिया जाता है. यह देश दुनिया की मस्जिदों के कुरान को तिलावत करते हैं.

पिछले वर्ष से छोटा होगा रोजा

माह-ए-रमजान में पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार रोजा छोटा होगा. यह कमी साल दर साल हो रही है. इस बार रोजा एक 30 से 40 मिनट तक छोटा रहेगा. इस बार मुकद्दस रमजान का सबसे लंबा रोजा 14 घंटे 20 मिनट का होगा, जबकि वर्ष पिछले वर्ष 14 घंटे 52 मिनट का रोजा था. फिलहाल रोजेदारों को माह-ए-रमजान का बेसब्री से इंतजार है. मुस्लिम क्षेत्रों में रमजान की तैयारी शुरू हो गई हैं.

चांद से तय होंगे रमजान

इस्लाम में चांद के हिसाब से महीने तय होते हैं. इसके साथ ही चांद से ही हर रोजे की समय अवधि तय होती है. हर रमजान में समय का फर्क पड़ता है, जिसके चलते इस साल रोजे का समय कम होगा. पिछले साल रमजान का महीना अप्रैल में शुरू होकर तीन मई को पूरा हुआ था. इस बार रमजान मुबारक का महीना 23 या 24 मार्च से शुरू हो जाएगा और 23 अप्रैल को पूरा हो जाएगा. जिसके चलते पिछले साल के मुकाबले रोजा 30 मिनट छोटा रहेगा.

Also Read: उमेश पाल हत्याकांड: शाइस्ता परवीन का पोस्टर किया जाएगा जारी, बढ़ सकती है इनाम की राशि, लगातार दे रही चकमा…
दरगाह आला हजरत से समय सारिणी के साथ कैलेंडर जारी

दरगाह आला हजरत के प्रमुख मौलाना सुब्हान रजा खान (सुब्हानी मियां) व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रजा कादरी (अहसन मियां) ने सहरी व इफ्तार की समय सारिणी (जंत्री) के साथ कैलेंडर जारी किया है. इसमें पहले रोजे से लेकर आखिरी रोजे तक की सहरी व इफ्तार का समय बताया गया है. जंत्री में रोजा व इफ्तार की दुआ के अलावा सदका-ए-फित्र, एतेकाफ, तरकीब नमाज ईद, फजाइल रमजान, नमाज-ए-तरावीह व मकरुआत रोजा आदि का मसला भी कलैंडर में दिया गया है. इसको देश-विदेश में अकीदतमंदों व मुरीदों को सोशल मीडिया और डाक द्वारा भेजा जा रहा है.

सऊदी हुकूमत के फैसले से उलमा खफा

पिछले दिनों सऊदी हुकूमत ने लाउडस्पीकर के इस्तेमाल पर रोक लगाई है. इसको लेकर बरेलवी उलमा ने नाराजगी जताई है. उन्होंने फैसला वापस लेने की बात कही है. बोले, “जहां स्पीकर का इस्तेमाल हो रहा है, वहां रोका नहीं जाना चाहिए, और जहां लाउडस्पीकर का इस्तेमाल नहीं हो रहा है.वहां पर इसकी आवश्यकता नहीं है. वहीं हिंदुस्तान में हर तरीके से आजादी हासिल है. तमाम मजहब में लाउडस्पीकर का इस्तेमाल हो रहा है और आजादी के साथ इस्तेमाल हो रहा है. सऊदी अरब में 98 प्रतिशत मुस्लिम आबादी है.

हिंदुस्तान में कहीं कोई किसी तरह की पाबंदी नहीं है. लाउडस्पीकर का इस्तेमाल होता है. कुछ समय पहले हाईकोर्ट के आदेश के मुताबिक लाउडस्पीकर का इस्तेमाल कम कर लिया गया है. उसकी आवाज को थोड़ा कम कर लिया गया है. यदि हुकूमत का कोई आदेश आता है तो उसका पालन करने के लिए लोग तैयार हो जाते हैं. यहां पर अभी तक कोई ऐसा आदेश नहीं आया है कि पाबंदी लगा दी गई हो. हमेशा की तरह इस साल भी रमजान शानदार तरीके से गुजरेगा. शानदार तरीके से लोग रोजा और इफ्तार करेंगे. उलमा ने कहा कि सऊदी अरब की हुकूमत से पूरी दुनिया को मायूसी हुई है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें