August Vrat Tyohar Full List 2023: अगस्त महीना का 10 दिन समाप्त हो चुका है. बाकि के 20 दिन व्रत-त्योहार के लिहाज से बेहद खास है. आने वाले 20 दिनों में कई प्रमुख व्रत-त्योहार आने वाले हैं. इन दिनों में हरियाली तीज, नाग पचमी, एकादशी व्रत, प्रदोष व्रत, अधिकमास अमावस्या और रक्षाबंधन जैसे कई बड़े व्रत-त्योहार आने वाले हैं. आइए देखते हैं आने वाले व्रत त्योहारों की पूरी लिस्ट
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Hariyali Teej 2023: सावन महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज मनाई जाती है. हरियाली तीज को कजरी तीज के नाम से भी जाना जाता है. हरियाली तीज का व्रत करने से महिलाओं को अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है. इस बार हरियाली तीज का पर्व 19 अगस्त को मनाया जाएगा. हरियाली तीज का व्रत सुहागन स्त्रियां अपने पति की लंबी आयु और सुख समृद्धि के लिए व्रत रखती हैं. हरियाली तीज के दिन सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए निर्जला व्रत रखती हैं. इस दिन सोलह श्रृंगार का बहुत महत्व होता है.
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Kajari Teej 2023 Kab Hai: भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को कज्जली तीज व्रत रखा जाता है. कजरी तीज को कजलिया तीज और सातुड़ी तीज के नाम से भी जाना जाता है. कज्जली तीज रक्षा बंधन के तीन दिन बाद आती है. इस व्रत में शिव जी और माता पार्वती की पूजा का विधान है. इस साल कजरी तीज 2 सितंबर 2023 को मनाई जाएगी. कज्जली तीज में स्त्रियां शिव-शक्ति की पूजा कर नीमड़ी माता की आराधना करती हैं. उत्तर भारतीय राज्यों, विशेषकर मध्य प्रदेश, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, में महिलाओं तीज उत्सव बहुत धूमधाम से मनाती हैं.
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Nag Panchami 2023: नाग पंचमी का त्योहार 21 अगस्त 2023 को मनाया जाएगा. इस दिन भगवान शिव के गण नाग देवता की उपासना की जाती है. नाग पंचमी पर विनेतकी, करकट, अनंत, तक्षक और कालिया, वासुकी नाग की खास पूजा की जाती है. नाग पंचमी पर शुक्ल योग, शुभ योग का संयोग बन रहा है. नाग पंचमी बुधादित्य योग में मनाई जाएगी. मंदिरों में इसके लिए तैयारियां होने लगी हैं. बाजारों में नागपंचमी पर पूजन सामग्री की खरीदारी शुरू हो गई है.
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Parama Ekadashi 2023: परमा एकादशी 12 अगस्त को है. इस दिन मृगशिरा नक्षत्र व हर्षण योग का संयोग बन रहा है. अधिकमास के शुक्ल पक्ष की परमा एकादशी को पुरुषोत्तम और कमला एकादशी के नाम से भी जाना जाता है. पुरुषोत्तम श्रीहरि विष्णु का ही नाम है. पुरुषोत्तम एकादशी एकादशी तिथि शुरुआत 11 अगस्त की सुबह 7 बजकर 35 पर होगी और 12 अगस्त की सुबह 8 बजकर 02 मिनट तक रहेगी. उदया तिथि का मान होने के कारण वैष्णव व गृहस्थ दोनों का इसी दिन व्रत का मान करेंगे .
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Putrada Ekadashi 2023: सावन पुत्रदा एकादशी का व्रत 27 अगस्त 2023 को है. ये व्रत रक्षाबंधन के चार दिन पहले पड़ रहा है, जो भी दंपत्ति पुत्र रत्न की प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, उनके लिए पुत्रदा एकादशी काफी महत्वपूर्ण व्रत है. हिंदू पंचांग के अनुसार सावन माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि की शुरुआत 27 अगस्त 2023 की सुबह 12 बजकर 08 मिनट पर होगी. इसी दिन रात्रि 09 बजकर 32 मिनट पर एकादशी तिथि का समापन होगा. वहीं, विष्णु जी की पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 07 बजकर 33 मिनट से सुबह 10 बजकर 46 मिनट तक रहेगा.
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Aadhik Maas Pradosh Vrat: अधिकमास 16 अगस्त को समाप्त हो जाएगा. इसलिए आने वाले प्रदोष व्रत अधिकमास का आखिरी प्रदोष व्रत होगा. अधिकमास प्रदोष व्रत 13 अगस्त 2023 दिन रविवार को रखा जाएगा. प्रदोष व्रत प्रत्येक माह के त्रयोदशी तिथि के दिन रखा जाता है. पंचांग के अुनसार इस बार अधिकमास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि 13 अगस्त की सुबह 8 बजकर 19 मिनट पर शुरू होगी और इसका समापन 14 अगस्त को सुबह 10 बजकर 25 मिनट पर होगा. प्रदोष व्रत में भगवान शिव का पूजन प्रदोष काल यानि शाम के समय किया जाता है. इस बार अधिकमास प्रदोष व्रत रविवार के दिन पड़ रहा है और इसलिए इसे रवि प्रदोष व्रत नाम दिया गया है.
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Aadhik Maas Amavasya 2023: अधिमकमास अमावस्या 16 अगस्त 2023 को है. अमावस्या के दिन स्नान, दान और पितरों का श्राद्ध करने से पितृदोष, कालसर्प दोष और शनि दोष से मुक्ति मिलती है.19 साल बाद अधिकमास अमावस्या सावन के महीने में आई है. अधिक मास अमावस्या के दिन मलमास का समापन हो जाएगा और उसके अगले दिन से सावन का शुक्ल पक्ष प्रारंभ होगा. अधिक मास की अमावस्या तिथि की शुरुआत 15 अगस्त को दोपहर 12 बजकर 42 मिनट से होगी और समाप्ति 16 अगस्त को दोपहर 03 बजकर 07 मिनट पर होगी. उदया तिथि की वजह से अमावस्या 16 अगस्त को मनायी जाएगी.
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Sawan Pradosh Vrat 2023: अगस्त का दूसरा प्रदोष व्रत 28 अगस्त 2023 दिन सोमवार को रखा जाएगा. अगर प्रदोष व्रत सोमवार के दिन पड़ता है, तो इसे सोम प्रदोष व्रत कहा जाता है. 28 अगस्त दिन सोमवार को दिन त्रयोदशी तिथि की शुरुआत शाम 6 बजकर 22 मिनट पर होगी और समाप्ति अगले दिन 29 अगस्त की दोपहर 2 बजकर 47 मिनट पर होगी. प्रदोष व्रत को सभी लोग कर सकते हैं. प्रदोष व्रत में भगवान शिव की पूजा शाम के समय सूर्यास्त से लगभग 45 मिनट पहले और सूर्यास्त 45 मिनट बाद तक की जाती है.
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Raksha Bandhan 2023: भाई बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन इस साल 30 और 31 अगस्त 2023 को है. रक्षाबंधन हर साल सावन माह के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है. रक्षाबंधन का त्योहार भाई-बहन के अटूट प्रेम का प्रतीक है. इस साल रक्षाबंधन के दिन भद्रा का साया है और धार्मिक शास्त्रों के अनुसार भद्राकाल में राखी नहीं बांधनी चाहीए. इस समय राखी बांधना शुभ नहीं माना जाता है. इस साल सावन पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 30 अगस्त को सुबह 10 बजकर 58 मिनट से हो रही है. इसका समापन 31 अगस्त को सुबह 07 बजकर 05 मिनट पर होगा. 30 अगस्त को पूर्णिमा तिथि की शुरुआत से ही यानी सुबह 10 बजकर 58 मिनट से भद्रा शुरू हो जा रही है और रात 09 बजकर 01 मिनट तक है. ऐसे में 30 अगस्त को भद्रा के कारण राखी बांधने का मुहूर्त दिन में नहीं है. इस दिन रात में 9 बजे के बाद राखी बांधने का मुहूर्त है. यह मुहूर्त अगले दिन 31 अगस्त को 07 बजकर 05 मिनट तक है. इस समय में भद्रा नहीं है. ऐसे में रात 9 से 31 अगस्त की सुबह 7 बजे तक बहनें भाई को राखी बांध सकती हैं.
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12 अगस्त- परम एकादशी
13 अगस्त- रवि प्रदोष व्रत
14 अगस्त- सावन सोमवार व्रत, सावन अधिक मास शिवरात्रि
15 अगस्त- मंगला गौरी व्रत, श्राद्ध की अमावस्या
16 अगस्त- श्रावण अधिक अमावस्या, श्रवाण अधिक मास का समापन
17 अगस्त- सूर्य की सिंह संक्रांति
19 अगस्त- हरियाली तीज
20 अगस्त- सावन विनायक चतुर्थी
21 अगस्त- नाग पंचमी, सावन सोमवार व्रत
22 अगस्त- मंगला गौरी व्रत, स्कंद षष्ठी व्रत, कल्कि जयंती
23 अगस्त- तुलसीदास जयंती
27 अगस्त- सावन पुत्रदा एकादशी
28 अगस्त- सोम प्रदोष व्रत, सावन का अंतिम सोमवार व्रत, दामोदर द्वादशी
29 अगस्त- सावन का अंतिम मंगला गौरी व्रत, ओणम
30 अगस्त- रक्षाबंधन या राखी का त्योहार, सावन पूर्णिमा व्रत
31 अगस्त- रक्षाबंधन (सुबह 7 बजे तक), सावन पूर्णिमा स्नान और दान, गायत्री जयंती